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Wednesday, April 24, 2024
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बाइडेन, शरीफ, नेतन्याहू… पीएम मोदी की मां के निधन पर वैश्विक नेताओं का भावुक संदेश

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि मोदी की मां के निधन के बारे में जानकर उन्हें बहुत दुख हुआ है. उन्होंने ट्वीट किया, दुख की इस घड़ी में मैं प्रधानमंत्री मोदी जी और परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं

एक दिन पहले पीएम मोदी की मां हीराबा ने अंतिम सांस ली. उनके निधन से जहां पूरे देश में शोक की लहर आ गई, वहीं विदेशी मुल्क के नेताओं ने श्रद्धाजंलि दी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं और जिल बाइडेन (उनकी पत्नी) नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर गहरी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. इस कठिन समय में हमारी प्रार्थना पीएम और उनके परिवार के साथ हैं.

हीराबेन (100) का गुजरात में अहमदाबाद के एक अस्पताल में शुक्रवार सुबह निधन हो गया. गांधीनगर के श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. जापान के पीएम फुमियो किशिदा ने एक ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री मोदी, मैं आपकी प्यारी मां के निधन पर गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं. उनकी आत्मा को शांति मिले. इजराइल के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ट्वीट करके शोक प्रकट किया.

इजरायल, जापान के राष्ट्रप्रमुखों ने दी श्रद्धांजलि

नेतन्याहू ने कहा, मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री, कृपया अपनी प्यारी मां के निधन पर मेरी संवेदना स्वीकार करें. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन के निधन पर शोक प्रकट किया. शरीफ ने ट्वीट किया मां को खोने से बड़ा नुकसान और कोई नहीं हो सकता है. मां के निधन पर मेरी ओर से प्रधानमंत्री मोदी के प्रति शोक संवेदनाएं.
बांग्लादेश पीएम का भावुक ट्वीट

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रधानमंत्री मोदी की मां के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. मोदी को भेजे शोक संदेश में हसीना ने कहा, भारी मन से, मैं, बांग्लादेश के लोगों और अपनी ओर से, आपकी प्यारी मां श्रीमती हीराबेन मोदी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं. हीराबेन को एक गौरवान्वित मां बताते हुए उन्होंने कहा, हमने देखा है कि एक मां, प्रेरक और संरक्षक के रूप में आपके जीवन के हर पहलू में उनकी भूमिका कितनी महत्वपूर्ण थी.
पड़ोसी मुल्कों का प्यार

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि मोदी की मां के निधन के बारे में जानकर उन्हें बहुत दुख हुआ है. उन्होंने ट्वीट किया, दुख की इस घड़ी में मैं प्रधानमंत्री मोदी जी और परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री मोदी की प्यारी मां के निधन से गहरा दुख हुआ. दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी और उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं.

भूटान पीएम ने दी श्रद्धांजलि

भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री मोदी की मां के निधन पर मेरी ओर से संवेदनाएं. अपने माता-पिता को खोने का दुख असहनीय है. श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भी हीराबेन के निधन पर मोदी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी मोदी की मां के निधन पर दुख जताते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.

कोरियाई क्षेत्र में तनाव बरकरार, ड्रोन भेजने पर तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने दागीं 3 मिसाइलें

कोरियाई क्षेत्र में तनाव बरकरार, ड्रोन भेजने पर तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने दागीं 3 मिसाइलें
पांच दिन पहले दक्षिण कोरिया ने प्योंगयांग पर उसके हवाई क्षेत्र में पांच ड्रोन भेजने का आरोप लगाया था. उत्तर कोरिया ने इससे पहले 2017 में दक्षिण कोरिया में ड्रोन भेजे थे.

उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार उकसाने वाली कार्रवाई कर रहा है. दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उत्तर कोरिया ने आज शनिवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्व में समुद्र की ओर एक नहीं बल्कि तीन बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. यह उत्तर कोरिया की ओर से इस साल किए गए कई मिसाइल परीक्षणों में से एक है. एक दिन पहले ही उत्तर कोरिया की ओर से ड्रोन भेजा गया था.

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्र में कथित रूप से ड्रोन भेजने कारण बढ़े तनाव के बीच शनिवार को अपने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर कम दूरी की तीन बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि उनके देश की सेना ने शनिवार सुबह उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के दक्षिणी इलाके से तीन मिसाइल प्रक्षेपण का पता लगाया है.
5 दिन पहले 5 ड्रोन भेजने का भी लगा था आरोप

उन्होंने बताया कि मिसाइल प्रक्षेपण के बाद दक्षिण कोरिया ने सतर्कता बढ़ा दी है और वह अमेरिका से निकट समन्वय के साथ हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.

उधर, जापान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उत्तर कोरिया ने संदिग्ध रूप से बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. यह पिछले आठ दिन में उत्तर कोरिया की ओर से किया गया पहला मिसाइल प्रक्षेपण है.

मालूम हो कि पांच दिन पहले दक्षिण कोरिया ने प्योंगयांग पर उसके हवाई क्षेत्र में पांच ड्रोन भेजने का आरोप लगाया था. उत्तर कोरिया ने इससे पहले 2017 में दक्षिण कोरिया में ड्रोन भेजे थे.
ड्रोन मार गिराने में नाकाम रहा दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया के युद्धक विमान और हेलीकॉप्टर सीमा पर देखे गए उत्तर कोरिया के किसी भी ड्रोन को गिराने में नाकाम रहे और ये ड्रोन वापस उत्तर कोरिया लौट गए. इनमें से एक उत्तरी सियोल तक गया. दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरियाई ड्रोन को मार गिराने में नाकाम होने पर माफी मांगी है.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने उत्तर कोरिया पर बेहतर तरीके से नजर रखने के लिए मजबूत वायु रक्षा प्रणाली और उच्च-तकनीक वाले ड्रोन हासिल करने का मंगलवार को आह्वान किया.

इससे पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने एक दिन पहले शुक्रवार को पुष्टि की कि उसने शुक्रवार को एक ठोस ईंधन वाले रॉकेट का परीक्षण-प्रक्षेपण किया. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि रॉकेट का परीक्षण अंतरिक्ष-आधारित निगरानी क्षमता तैयार करने और अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों के तहत किया गया है.उसने बताया कि इस रॉकेट परीक्षण के बारे में आम जनता को पहले से सूचित नहीं किया गया था क्योंकि इसमें संवेदनशील सैन्य सुरक्षा मुद्दे शामिल थे.

दक्षिण कोरियाई सोशल मीडिया और इंटरनेट साइट पर नागरिकों के संदेशों की भरमार थी. नागरिकों ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्होंने एक उड़ती हुई वस्तु, इंद्रधनुषी रंग जैसी या रहस्यमयी रोशनी देखी. कुछ ने फोटो और वीडियो भी पोस्ट किए.

एक व्यक्ति ने ट्विटर पर कहा, “यह क्या है? क्या यह एक यूएफओ है? मुझे डर लग रहा है.” उड़ती हुई किसी अज्ञात वस्तु के लिए यूएफओ शब्द का प्रयोग किया जाता है. स्थानीय मीडिया के अनुसार, दक्षिण कोरियाई आपातकालीन कार्यालयों और पुलिस को देशभर में उड़ने वाली एक संदिग्ध वस्तु और रहस्यमय रोशनी के बारे में नागरिकों से सूचनाएं मिली.दक्षिण कोरिया की सेना ने सोमवार को देश के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले कई उत्तर कोरियाई ड्रोन पर हमले के लिए लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था.
पिछले हफ्ते 23 दिसंबर को दागी गई बैलिस्टिक मिसाइल

इससे पहले पिछले हफ्ते 23 दिसंबर को उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थी. दक्षिण कोरिया ने बताया कि उत्तर कोरिया ने उसके पूर्वी समुद्री तट की ओर छोटी दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि दक्षिण कोरियाई सेना को शुक्रवार (23 दिसंबर) को तड़के चार बज कर करीब 32 मिनट पर उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से मिसाइल प्रक्षेपण किए जाने के बारे में पता लगा.

योनहाप समाचार एजेंसी ने कहा कि शनिवार की गिनती न करते हुए, उत्तर कोरिया ने इस वर्ष लगभग 38 बार लगभग 70 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें लगभग आठ अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें (आईसीबीएम) शामिल हैं.

BJP-RSS मेरे लिए गुरु की तरह, अखिलेश-मायावती से रिश्ता तो है…- राहुल गांधी

BJP-RSS मेरे लिए गुरु की तरह, अखिलेश-मायावती से रिश्ता तो है…- राहुल गांधी

अगले हफ्ते से फिर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस उनके लिए गुरु की तरह है और मैं उन्हें अपना गुरु मानता हूं.

अगले हफ्ते से फिर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आरएसएस उनके लिए गुरु की तरह है और मैं उन्हें अपना गुरु मानता हूं. भारत जोड़ो यात्रा के पहले चरण के बारे में राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा सफल रही. नफरत और हिंसा के खिलाफ यह यात्रा निकाली गई थी. कड़ाके की ठंड में हाफ टी-शर्ट में रहने को लेकर राहुल ने कहा, “मैं ठंड से नहीं डरता, मुझे ठंड नहीं लग रही है. जब लगेगी तो स्वेटर पहन लूं.”

भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी की बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी कि इस यात्रा के जरिए भारत को सोचने का नया तरीका देना की कोशिश की है. भारत को जीने का नया तरीका देने की कोशिश है. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के पास पैसे की कोई कमी नहीं हैं. बीजेपी वाले मेरे खिलाफ कैंपेन चलाते रहते हैं.
यात्रा के लिए सबको धन्यवादः राहुल गांधी

राहुल गांधी ने आज शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “भारत जोड़ो यात्रा सफल रही है. मैं इसके लिए सबको धन्यवाद देता हूं, जो हमारे साथ आए. मैं आरएसएस वालों का भी धन्यवाद करता हूं क्योंकि जितना वो हम पर आक्रमण करते हैं उतनी हमें ऊर्जा मिलती है. मैं चाहता हूं वो और आक्रामक रूप से हम पर आक्रमण करते रहें.” इसे हमें सीखने को मिलता है. मैं इन्हें अपना गुरु मानता हूं.”

अखिलेश और मायावती के बारे में राहुल ने कहा, “अखिलेश जी हैं, मायावती जी हैं, वो नफरत का हिंदुस्तान नहीं चाहते, तो हममें और उनके एक मनोवैज्ञानिक रिश्ता तो है.”

दिल्ली में संवाददाताओं से बात करते राहुल गांधी ने कहा, “मुझे जमीन से जो जानकारी मिल रही है, उससे पता चलता है बीजेपी के लिए अगले चुनाव में जीतना मुश्किल होगा. बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है.” यात्रा की सुरक्षा में चूक से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता और उनकी (राहुल की) सुरक्षा से जुड़े विषय पर सरकार का अलग-अलग मापदंड हैं.राहुल ने कहा, “मेरा लक्ष्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने का है.” उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार की भ्रम वाली विदेश नीति है.
मैं कैसे बुलेटप्रूफ गाड़ी में चलूंः राहुल गांधी

ठंड में टी-शर्ट में रहने की बात पर राहुल गांधी ने कहा, “यात्रा के बाद मैं वीडियो बना दूंगा कि ठंड में कैसे टी-शर्ट में रहा जा सकता है. मेरी टी-शर्ट से क्या दिक्कत है.” फिर हंसी मजाक करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मैं ठंड से नहीं डरता, मुझे ठंड नहीं लग रही है. जब लगेगी तो स्वेटर पहन लूंगा.”

सुरक्षा से जुड़े मामले पर राहुल गांधी ने कहा, “मुझे बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठने को कहते है, ऐसे में मैं कैसे यात्रा करूं. उनके नेता खुली जीप में जाते हैं, उनके लिए प्रोटोकाल अलग और मेरे लिए अलग. यह पैदल यात्रा है और मैं कैसे बुलेटप्रूफ गाड़ी में चलूं.”

BJP सांसद वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होंगे? सवाल पर क्या बोले राहुल गांधी

BJP सांसद वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होंगे? सवाल पर क्या बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आज शनिवार को यह भी दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए जीत बहुत मुश्किल होगी और जमीन पर बीजेपी के खिलाफ बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज शनिवार को राजधानी दिल्ली में कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा सफल रही है और उनका लक्ष्य देश को एक नया दृष्टिकोण देने का है. इस बीच क्या भारतीय जनता पार्टी के सांसद और उनके चचेरे भाई वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होंगे, इस पर राहुल ने कहा कि वरुण गांधी के पार्टी में शामिल होने या नहीं होने का सवाल खरगे जी से करिये. फिलहाल वरुण अभी बीजेपी में हैं और पीलीभीत से लोकसभा सांसद हैं. हालांकि कई मुद्दों पर वरुण गांधी केंद्र सरकार पर हमला करते रहे हैं.

राहुल गांधी की पीसी के दौरान टीवी 9 भारतवर्ष की ओर से जब यह सवाल किया गया कि क्या वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल होंगे, इस पर राहुल गांधी ने कहा, “वरुण गांधी के पार्टी में शामिल होने या नहीं होने का सवाल खरगे जी (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे) से करिए.” उन्होंने आगे कहा, “वैसे तो भारत जोड़ो यात्रा में उनका या सबका स्वागत है, लेकिन वो बीजेपी में हैं उनको दिक्कत हो जाएगी.”
बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी लहरः राहुल

पीसी के दौरान राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए जीत बहुत मुश्किल होगी और जमीन पर बीजेपी के खिलाफ बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है. राहुल ने कहा, “मुझे जमीन से जो जानकारी मिल रही है, उससे पता चलता है बीजेपी के लिए अगले चुनाव में जीतना मुश्किल होगा… बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है.”

भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा में चूक से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी नेता और उनकी (राहुल की) सुरक्षा से जुड़े विषय पर सरकार का अलग-अलग मापदंड हैं. उन्होंने कहा, “मेरा लक्ष्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने का है.” उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार की भ्रम वाली विदेश नीति है.
ठंड और टी-शर्ट पर क्या बोले राहुल गांधी

टी-शर्ट की बात पर राहुल ने कहा, “यात्रा के बाद मैं वीडियो बना दूंगा कि ठंड में कैसे टी-शर्ट में रहा जा सकता है.” फिर मजाक करते हुए राहुल ने कहा, “मैं ठंड से नहीं डरता, मुझे ठंड नहीं लग रही है. जब लगेगी तब स्वेटर पहन लूंगा.”

इससे पहले राहुल की टी-शर्ट पहनने को लेकर पार्टी के नेता और कांग्रेस के कम्युनिकेशन इंचार्ज जयराम रमेश से जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे सवाल पूछा गया तो वह हंसने लगे. उन्होंने कहा, “मैं इसका क्या जवाब दूं. ये कहूं कि थिक स्किन (मोटी चमड़ी) है, इसलिए उन्हें ठंड नहीं लगती.”
सरकार अपनी गलती स्वीकार करे, छिपे नहींः राहुल

सेना को लेकर हाल में दिए गए अपने बयान पर राहुल गांधी ने कहा, “जब मैं सरकार पर हमला करता हूं, तो वे कहते हैं कि मैं सेना पर हमला कर रहा हूं… सरकार को अपनी गलतियों को स्वीकार करना चाहिए और सशस्त्र बलों के पीछे नहीं छिपना चाहिए.” उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान कोई बड़ी साजिश रच रहे हैं. डोकलाम और तवांग का घटनाक्रम कुछ बड़ा करने की तैयारी का ही उनका हिस्सा है.

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, “मैं आरएसएस/बीजेपी को अपना गुरु मानता हूं, वे मुझे लगातार याद दिलाते हैं कि क्या नहीं करना चाहिए.” विपक्षी दलों की यात्रा पर रिएक्शन करते हुए राहुल ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा को लेकर विपक्ष का हर नेता कांग्रेस के साथ है, लेकिन मैं समझता हूं कि कुछ राजनीतिक मजबूरियां हैं.

Tunisha Sharma Case: शीजान की बढ़ी मुश्किलें, एक्टर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

Tunisha Sharma Case: शीजान की बढ़ी मुश्किलें, एक्टर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
Tunisha Sharma Suicide Case: टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा (Tunisha Sharma ) आत्महत्या मामले में लगातार सुनवाई का सिलसिला जारी है. शीजान को अदालत ने तुनिषा की मौत के मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा दिया है.

Tunisha Sharma Suicide Case: टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा आत्महत्या मामले में लगातार सुनवाई का सिलसिला जारी है. महाराष्ट्र की वसई अदालत ने आज यानी शनिवार को तुनिषा की मौत के मामले में शीजान खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आज शीजान की पुलिस हिरासत खत्म हो गई थी. जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था. जहां कोर्ट ने 28 साल के एक्टर को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया.

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने शुक्रवार को अदालत से शीजान की पांच दिन की रिमांड की मांग की थी. पुलिस अधिकारियों ने शीजान पर किसी और लड़की के साथ रिलेशनशिप में होने का आरोप भी लगाया था. एक्टर ने तुनिषा संग अपनी सारी चैट्स डिलीट कर दी थी. वहीं पुलिस ने शीजान पर पूछताछ में सहयोग न करने का आरोप भी लगाया था.
तुनिषा की मौत के बाद से लगातार शक की सुईं शीजान खान पर है. बता दें, शीजान और तुनिषा पिछले काफी वक्त से एक-दूसरे को डेट कर रहे थे. दोनों टीवी शो अली बाबा: दास्तान-ए-काबुल में साथ काम किया करते थे. एक्ट्रेस के इस बड़े कदम को उठाने से ठीक 1 हफ्ते पहले ही दोनों का ब्रेकअप हुआ था. तुनिषा की मां का कहना है कि 1 हफ्ते पहले ही शीजान और तुनिषा के बीच काफी झगड़ा हुआ था.

हालांकि अभी तक शीजान ने झगड़े की वजह का खुलासा नहीं किया है. सीरियल के सेट पर 24 दिसंबर को मेकअप रूम में तुनिषा ने खुद को फांसी लगा ली थी. 25 दिसंबर को एक्ट्रेस की मां वनिता शर्मा ने शीजान के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. एक्ट्रेस की मां ने एक्टर पर पर उनकी बेटी को आत्महत्या करने के लिए उकसाने का गंभीर आरोप लगाया है. इस मामले में पुलिस ने अभी तक 27 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. जिसमें कुछ एक्ट्रेस के परिवार वाले हैं तो कुछ उनके साथ शो में काम करने वाले लोग हैं.

लगातार दूसरे साल हुआ क्रूड ऑयल के दाम में इजाफा, ब्रेंट के दाम में 10 फीसदी का उछाल

लगातार दूसरे साल हुआ क्रूड ऑयल के दाम में इजाफा, ब्रेंट के दाम में 10 फीसदी का उछाल

वर्ष 2021 में 50 फीसदी की छलांग लगाने के बाद, साल 2022 में ब्रेंट में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि हुई. पिछले वर्ष के 55 फीसदी के लाभ के बाद, 2022 में अमेरिकी क्रूड लगभग 7 फीसदी बढ़ा.

साल 2022 में कच्चे तेल की कीमत (Crude Oil Price) में अच्छी तेजी देखने को मिली है. यह लगातार दूसरा साल है जब कच्चे तेल के दाम में इजाफा (Crude Oil Price Hike) देखने को मिला है. साल के शुरुआती महीनों में रूस-यूक्रेन वॉर (Russia-Ukraine War) की वजह से कच्चे तेल के दाम रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे. उसके बाद दुनिया के सबसे बड़े कच्चा तेल आयातक चीन की ​ओर से डिमांड में कमी देखने को मिली और दाम कम हो गए. उसके बाद जीडीपी में गिरावट के कारण क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आई. उसके बाद भी साल 2022 में कच्चे तेल में इजाफा देखने को मिला और साल के आखिरी कारोबारी दिन क्रूड ऑयल के दाम में करीब 3 फीसदी की तेजी देखने को मिली.

पहली तिमाही में रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए थे दाम

कैलेंडर ईयर की पहली तिमाही के आखिरी दिनों में क्रूड ऑयल के दाम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए थे. इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम 139.14 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए थे. वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल की कीमतें 130 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी. इसका कारण रूस यूक्रेन वॉर. इसकी वजह से ग्लोबल सप्लाई में काफी व्यवधान देखने को मिला था. रूसी ऑयल जो यूरोपीय देशों का सप्लायर था ने सप्लाई बंद कर दी थी. जिसकी वजह से कीमत में तेजी देखने को मिली थी. दूसरी छमाही में केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में वृद्धि कर मंदी की चिंता को दूर कर दिया और क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट देखने को मिली.
अगले साल देखने को मिल सकती है ​अस्थिरता

आईएनजी विश्लेषक इवा मांथे ने कहा कि कमोडिटी बाजारों के लिए यह एक असाधारण वर्ष रहा है, सप्लाई जोखिम के कारण अस्थिरता बढ़ी है और कीमतें बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि अगला साल अनिश्चितता का एक और साल होने वाला है, बहुत सारी अस्थिरता देखने को मिल सकती है. साल के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड लगभग 3 फीसदी के इजाफे के साथ 86 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 2.4 फीसदी बढ़कर 80.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
कितना हुआ इजाफा

वर्ष 2021 में 50 फीसदी की छलांग लगाने के बाद, साल 2022 में ब्रेंट में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि हुई. पिछले वर्ष के 55 फीसदी के लाभ के बाद, 2022 में अमेरिकी क्रूड लगभग 7 फीसदी बढ़ा. दोनों बेंचमार्क 2020 में तेजी से गिरे थे क्योंकि COVID-19 महामारी ने फ्यूल की मांग को कम कर दिया था. साल 2023 में निवेशकों से उम्मीद है कि वे सतर्क रुख अपनाते रहेंगे, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और संभावित मंदी से सावधान रहेंगे.
साल 2023 में इतने रह सक​ते हैं दाम

न्यूयॉर्क में अगेन कैपिटल एलएलसी के पार्टनर जॉन किल्डफ ने कहा कि वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा भारी-भरकम कार्रवाइयों और मंदी की वजह से डिमांड और डिमांड ग्रोथ एक वास्तविक सवाल बनने जा रही है. 30 अर्थशास्त्रियों और विश्लेषकों के एक सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि 2023 में ब्रेंट का औसत 89.37 डॉलर प्रति बैरल होगा, जो नवंबर के एक सर्वे में आम सहमति से लगभग 4.6 फीसदी कम है. 2023 में यूएस क्रूड का औसत 84.84 डॉलर प्रति बैरल रहने का अनुमान है, जो पूर्व के दृष्टिकोण से कम है.

इस वजह से क्रूड ऑयल की कीमत में आई गिरावट

महंगाई से लड़ने के लिए बढ़ती ब्याज दरों के कारण 2022 की दूसरी छमाही में तेल की गिरावट ने अमेरिकी डॉलर को बढ़ावा दिया. जिसकी वजह से नॉन डॉलर रखने वाले देशों के लिए कच्चे तेल जैसी डॉलर-मूल्य वाली वस्तुएं अधिक महंगी हो गईं. डॉलर 2015 के बाद से अपनी सबसे बड़ी वार्षिक बढ़त हासिल करने की राह पर था. चीन के जीरो-कोविड प्रतिबंधों, जिन्हें इस महीने ही ढील दी गई थी, ने मांग में सुधार की उम्मीदों को खत्म कर दिया था. दुनिया के शीर्ष तेल आयातक और दूसरे सबसे बड़े उपभोक्ता ने 2022 में तेल की मांग में वर्षों की पहली गिरावट दर्ज की. चीन की तेल मांग 2023 में ठीक होने की उम्मीद है, हाल ही में COVID-19 मामलों में उछाल ने बैरल खरीद में तत्काल वृद्धि की उम्मीद कम कर दी है.

राष्ट्र विकास में प्रत्येक वर्ग का योगदान : मुख्यमंत्री श्री चौहान

विसंगतियों की तरफ ध्यान दिलाने पर आवश्यक निर्णय का मार्ग खुलता है
निर्धन सामान्य वर्ग ने किया मुख्यमंत्री श्री चौहान का अभिनंदन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का आज ईडब्ल्यूएस आरक्षण संघ मध्यप्रदेश ने मुख्यमंत्री निवास पहुँच कर अभिनंदन किया। सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया और विधायक मंदसौर श्री यशपाल सिंह सिसोदिया की उपस्थिति में मध्यप्रदेश के निर्धन सामान्य वर्ग को सभी भर्तियों में 10 प्रतिशत आरक्षण और न्यूनतम उत्तीर्ण अंक में छूट दिए जाने के निर्णय के लिए अभिनंदन किया गया। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए निर्धन सामान्य वर्ग के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अभिनंदन के उत्तर में कहा कि सभी वर्गों को न्याय उनकी सोच है। न्याय से कोई वंचित नहीं होना चाहिए। राष्ट्र के विकास में सामान्य वर्ग का महत्वपूर्ण योगदान है। हम सब भारत माँ की संतान हैं। किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हर वर्ग को उसका अधिकार मिलना चाहिए। मैं भी इसका पक्षधर हूँ। मेरे संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया तो इसका फैसला लेने में देर नहीं की। अन्य क्षेत्रों में भी विसंगति है तो ध्यान दिलाए जाने पर परीक्षण के बाद आवश्यक निर्णय लिए जायेंगे।

 

उल्लेखनीय है कि देश के 5 राज्यों में ही यह व्यवस्था लागू है, जिसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है। इस निर्णय से मध्यप्रदेश के निर्धन सामान्य वर्ग के युवाओं को विभिन्न सेवाओं में आने के अवसर बढ़े हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिले ओडिशा के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री पुजारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान से मिले ओडिशा के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री पुजारी

हॉकी टूर्नामेंट का आमंत्रण दिया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से आज मुख्यमंत्री निवास पर ओडिशा के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रोहित पुजारी ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान को ओडिशा में होने वाले एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप टूर्नामेंट का आमंत्रण-पत्र दिया और वर्ल्ड कप हॉकी की टी शर्ट भी भेंट की। भुवनेश्वर और राउरकेला में हॉकी विश्व कप -2023 के मुकाबले खेले जाएंगे। टूर्नामेंट 13 से 29 जनवरी 2023 की अवधि में होना है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य मंत्री श्री पुजारी को आयोजन के लिए शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में राज्य सरकार द्वारा खेलों के विकास और खिलाड़ियों को दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने खेलो इंडिया गेम्स में होने वाली गतिविधियों के बारे में भी बताया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीदों के ग्राम से लाई गई माटी को किया नमन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहीदों के ग्राम से लाई गई माटी को किया नमन

शहीद यात्रा के यात्रियों के साथ पौध-रोपण किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुरैना जिले के ग्राम तरसमा (पोरसा) से भोपाल तक शहीद यात्रा 2022 के यात्रियों के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम तरसमा से लाई गई मिट्टी को नमन किया और पौध-रोपण में उसका उपयोग किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज खिरनी, कदम और कचनार के पौधे लगाए। पौध-रोपण में शामिल सभी व्यक्तियों ने श्रमदान भी किया। तरसमा ग्राम से वर्ष 1942 से अब तक करीब 15 जवान भारत माता की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहीदों के ग्राम से लाई गई माटी को नमन करता हूँ। यह माटी और ग्राम नरसमा देशभक्ति की प्रेरणा देने का कार्य करता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ पोरसा नगर पालिका के उपाध्यक्ष श्री अरविंद सिंह तोमर, शहीद यात्रा: 2022 के संयोजक श्री अंकित तोमर सहित सर्वश्री महेश सिंह, मयंक सिंह, मनोज सिंह, अनिल उपाध्याय, डॉ. राघवेंद्र और राजेश शुक्ला ने भी पौध-रोपण किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ वरिष्ठ समाजसेवी श्री राधेश्याम अग्रवाल ने अपनी पोती अनन्या के जन्म-दिन पर पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बेटी अनन्या को जन्म-दिन की बधाई दी। श्री मोहित अग्रवाल, श्रवण, मोहित और उमेश उपस्थित थे। धाकड़ महासभा के पदाधिकारी श्री गौरी शंकर नागर ने भी पौधे लगाए। श्री गौरव, चहक नागर, श्रीमती सरोज नागर और श्री सरदारी लाल नागर भी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बीच लंबी मुलाक़ात

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बीच लंबी मुलाक़ात

 श्री भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बीच लंबी मुलाक़ात । लगभग 1 घंटे तक चली मुलाक़ात ।

 राष्ट्रीय शिक्षा नीति से होगा विद्यार्थियों का उत्तरोत्तर बौद्धिक विकास – राज्यपाल श्री पटेल

राष्ट्रीय शिक्षा नीति से होगा विद्यार्थियों का उत्तरोत्तर बौद्धिक विकास – राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री पटेल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह में वर्चुअली शामिल हुए

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विश्वविद्यालयों की ज्ञान के क्षेत्र में अपनी महत्ता होती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय विश्वविद्यालयों की अनेक विश्वविख्यात विभूतियाँ देश-विदेश में कार्यरत हैं। राज्यपाल श्री पटेल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह को आज राजभवन भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।

राज्यपाल श्री पटेल ने विभिन्न क्षेत्रों में स्वर्ण पदक और उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा में नए पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं, जिससे से न केवल शिक्षण व्यवस्था में अभूतपूर्व परिवर्तन आएगा बल्कि विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास में भी उत्तरोत्तर प्रगति होगी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से अनेक व्यावसायिक एवं कौशल विकास से जुड़े हुए पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गए हैं।

राज्यपाल श्री पटेल ने छात्रों के प्लेसमेंट के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 13 रोजगार मेलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत जनजातीय बहुल गाँवों को गोद लेकर सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन सम्बंधित प्रशंसनीय कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इसके लिए बधाई दी। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर कपिल देव मिश्रा एवं कुलसचिव डॉ. बृजेश सिंह भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया विभूतियों को नमन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया विभूतियों को नमन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास सभा कक्ष में वरिष्ठ नेता स्व. श्री कुशाभाऊ ठाकरे, पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री सुंदरलाल पटवा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. श्री अरूण जेटली के चित्रों पर माल्यार्पण कर नमन किया। आज स्व. श्री कुशाभाऊ ठाकरे और स्व.श्री सुंदरलाल पटवा की पुण्य-तिथि एवं स्व. श्री अरूण जेटली की जयंती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीनों विभूतियों के योगदान का स्मरण भी किया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को हॉकी विश्व कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का मिला न्यौता

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को हॉकी विश्व कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का मिला न्यौता

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

ओडिशा सरकार की प्रतिनिधि और मंत्री श्रीमती रीता साहू ने किया आमंत्रित

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में ओडिशा राज्य की हैंडलूम, टेक्सटाइल एंड हैंडीक्राफ्ट्स विभाग की मंत्री श्रीमती रीता साहू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। श्रीमती साहू ने ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक की प्रतिनिधि के तौर पर ओडिशा में आयोजित होने वाले हॉकी विश्व कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल को आमंत्रित किया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को गमछा, पुष्पगुच्छ, वर्ल्ड कप की जर्सी और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने श्रीमती साहू को भेंट एवं आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि ओडिशा में 13 से 29 जनवरी 2023 तक एफआईएच ओडिशा मेन्स वर्ल्ड कप आयोजित किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता भुवनेश्वर और राउरकेला में सम्पन्न होगी।

बाबा के दिखाये मार्ग में है मानव समाज का कल्याण: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

गुरू बालक दास सेवा समिति के नाम भूमि आवंटन की प्रक्रिया जल्द पूरा करने किया आश्वस्त

नवागढ़ में जैतखाम और भवन निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने की घोषणा

राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं को किया पुरस्कृत

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा द्वारा दिए गये महान संदेश मनखे-मनखे एक समान की भावना के साथ छत्तीसगढ़ राज्य विकास, सद्भावना, शांति और प्रेम के मार्ग पर चलकर विकास के नये आयाम गढ़ रहा है। बाबा के दिखाये मार्ग पर चलकर मानवता का कल्याण किया जा रहा है। हम सभी ईश्वर के संतान है, सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है। सत्य से बाहर कुछ भी नहीं है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री बघेल आज बेमेतरा जिले अंतर्गत विकासखण्ड मुख्यालय नवागढ़ में आयोजित राज्य स्तरीय गुरु घासीदास बाबा लोक महोत्सव एवं जयंती समरोह 2022 के समापन के अवसर पर विशाल जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। संसदीय सचिव एवं विधायक नवागढ़ गुरुदायाल सिंह बंजारे ने समाज की ओर से मुख्यमंत्री को साफा पहनाकर और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा गुरू घासीदास की पूजा-आरती कर राज्य की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर सतनाम समाज के आग्रह पर गुरू बालक दास सेवा समिति के नाम पर शासकीय जमीन विधि प्रक्रिया के तहत देने के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया। साथ ही नवागढ़ में जैतखाम और भवन निर्माण के लिए एक करोड़ रूपए देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास के संदेश और उसके मार्ग में चलकर सतनामी समाज विकास की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज बाबा के संदेश से ना केवल शिक्षित हुआ है अपितु जागरूक और अग्रणी होकर अपने समाज के साथ ही छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा हैं। उन्होंने कहा कि सतनामी समाज के युवा, बाबा के आशीर्वाद और संदेश से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ रहे हैं और छत्तीसगढ़ के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने जो संदेश दिया है वह एक व्यक्ति, एक समाज, एक प्रदेश व एक देश के लिए नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए आज भी प्रासंगिक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास द्वारा दिए संदेश के एक शब्द और एक लाइन को भी हम अपने जीवन में आत्मसात कर लें तो अपना पूरा जीवन सार्थक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने अपना संदेश बहुत ही सीधे और सरल तरीके से समाज को दिए हैं। उन्होंने जो संदेश दिया है, वह पूरे मानव समाज के लिए अविस्मरणीय रहेगा। गुरू घासीदास ने कहा है कि सतनाम ही सार है, इसे प्रत्येक प्राणी के घट-घट में सत्य के प्रति तत्पर रहने को प्रेरित करता हैं। इसी तरह गुरू घासीदास का संदेश सत्य ही मानव का आभूषण है, हमें सत्य मार्ग और सत्य गुणों को अपना कर सदैव जीवन में इसे आत्मसात करने को प्रेरित करता हैं।

मुख्यमत्री ने राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं को किया पुरस्कृत

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर शासकीय हाईस्कूल मैदान नवागढ़ में चल रहे राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य विजेताओ को राशि और ट्रॉफी प्रदान किया। प्रतियोगिता में प्रथम आने वाले सतसंग बालिका पंथी पार्टी निकंुम दुर्ग को एक लाख 51 हजार रुपए और ट्रॉफी दिया गया। इसी तरह दूसरे स्थान पर आदर्श पंथी पार्टी देवरी मुंगेली को एक लाख दस हजार रुपए एवं ट्रॉफी और तीसरे स्थान पर रहे सत्य के प्रचार पंथी नवयुवक पिटौरा (नंदनी अहिवारा) को 75 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई।

Usage Based Insurance: जितनी चलाएंगे कार उतना देना होगा प्रीमियम

यूजर बेस्ड इंश्योरेंस पॉलिसीUsage Based Insurance Benefits: इस बीमा के तहत आपको मोटर इंश्योरेंस के लिए उतना ही प्रीमियम का भुगतान करना होगा, जितना आपकी कार चलेगी।
सभी वाहन मालिक को अपने गाड़ी का इंश्योरेंस करवाना जरूरी है। मार्केट में कई तरह की बीमा पॉलिसी है, जो ग्राहकों को डैमेज से लेकर कई कवरेज प्रदान करती है। आज हम आपको एक मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो जेब पर भारी नहीं पड़ेगा। इस बीमा के तहत आपको मोटर इंश्योरेंस के लिए उतना ही प्रीमियम का भुगतान करना होगा, जितना आपकी कार चलेगी।

इस पॉलिसी में गाड़ी के इस्तेमाल के आधार पर प्रीमियम तय होता है। आप अपनी कार को जितना ड्राइव करेंगे, उसके हिसाब से प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। ज्यादा ड्राइविंग ना करने वाले लोगों के लिए ये पॉलिसी काम की है। यह ऐड ऑन कवर पॉलिसी है, जो रेगुलर मोटर इंश्योरेंस के साथ ली जा सकती है।

इस स्कीम से जेब पर पड़ने वाला खर्च कम होगा। पश्चिमी देशों में इस तरह की पॉलिसी का चलन काफी पुराना है। भारत में हाल में इसकी शुरुआत हुई है। इस बीमा पॉलिसी का दो तरह से लाभ उठाया जा सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
पे एज यू ड्राइव (PAYD)

अगर कोई इस प्रीमियम का विकल्प चुनता है, तो प्रीमियम की गणना अब तक चलाए गए किमी या गाड़ी की अवधि के आधार पर किया जाएगा। वाहन मालिक को गाड़ी में टेलीमैटिक्स से प्राप्त डेटा का उपयोग करना होगा। दरअसल, कार जितनी कम चलेगी उसके हादसे का जोखिम भी कम होगा और प्रीमियम की रकम कम होगी।

पे हाउ यू ड्राइव (PHYD)

अगर आप ड्राइविंग अच्छी तरह से करते हैं, तो ये इंश्योरेंस पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इस बीमा के लिए कंपनी गाड़ी के इस्तेमाल, इंजन की स्थिति, स्पीड और अन्य बिंदुओं को निर्धारित करने के लिए टेलीमैटिक्स और जीपीएस का इस्तेमाल करती है। इन सबके आधार पर ड्राइवर को पॉइंट्स दिए जाते हैं। ये अंक बीमा राशि में महत्वपूर्ण होते हैं।

Sukanya Samriddhi Yojana: नए साल में बेटी को बनाएं लखपति, सिर्फ 250 रुपये करने होंगे निवेश

Sukanya Samriddhi Yojana in Hindi: ये लड़कियों का भविष्य सुधारने के लिए सरकार की शानदार योजना है। इसमें 250 रुपये जमा कर सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana in Hindi: केंद्र सरकार ने लड़कियों के भविष्य के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इसमें एक सुकन्या समृद्धि योजना है। यह स्कीम 2015 में मोदी सरकार ने शुरू की थी। न्यू ईयर के अवसर पर आप अपनी बेटी के नाम से इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं। साल 2023 से आपकी लाड़ली के लखपति बनने की शुरुआत हो जाएगी। आप हर दिन 416 रुपये बचाकर अपनी पुत्री को 65 लाख रुपये की मालकिन बना सकते हैं। यह एक लंबी अवधि की स्कीम है। सुकन्या समृद्धि योजना में पैसा निवेश करके आप अपनी बेटी की शिक्षा और भविष्य को लेकर निश्चित हो जाएंगे।

सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश के लाभ

– इस योजना में 7.6 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है।

– सुकन्या समृद्धि योजना गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है।

– इस स्कीम में धारा 80सी के तहत सालाना 5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट मिलती है।

– कोई भी व्यक्ति एक साल में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख जमा कर सकता है।

– सुकन्या समृद्धि लंबी अवधि की निवेश योजना है। इसमें सालाना चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। अगर कोई कम निवेश करता है, तब भी लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलेगा।

– सुकन्या समृद्धि अकाउंट को ट्रांसफर भी किया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि योजना में कितने रुपये कर सकते हैं जमा?

ये लड़कियों का भविष्य सुधारने के लिए सरकार की शानदार योजना है। 10 साल तक की लड़की का सुकन्या समृद्धि स्कीम में खाता खुलवाया जा सकता है। इसमें कम से कम 250 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना कब होती है मैच्योर?

लड़की की 21 साल की उम्र होने पर योजना मैच्योर हो जाती है। इस स्कीम में निवेश लॉक हो जाती है। 18 साल के बाद आप जमा पैसों का 50% निकाल सकते हैं। सारा पैसा तब निकाला जा सकता है जब बेटी की उम्र 21 साल की होगी।

सुकन्या समृद्धि योजना से टैक्स में छूट

इस योजना में निवेश से इनकम टैक्स एक्ट 80सी के तहत आयकर में छूट मिलती है। इस स्कीम में रिटर्न टैक्स फ्री होता है। फिलहाल इस योजना की ब्याज दर 7.6% है।

सुकन्या समृद्धि योजना में किए गए कुछ बदलाव

– अगर आप किसी साल न्यूनतम राशि जमा नहीं कर पाते हैं, तो आपको मिलने वाली मेट्यूरिटी रकम के ब्याज में बदलाव नहीं होगा। आप डिफाल्टर घोषित नहीं किए जाएंगे।

– सुकन्या समृद्धि योजना में केवल 2 बेटियों का अकाउंट खुलवा सकते हैं।

– पहले इस स्कीम को दो कारण से बंद किया जा सकता था। पहला अगर किसी बच्ची की मृत्यु हो जाती है, जबकि दूसरा लड़की की शादी विदेश में हो जाती है। अब इस नियमों में बदलाव किया गया है। अब सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट अन्य कारणों से भी बंद किया जा सकता है। जैसे- लड़की को जानलेवा बीमारी होने या अभिभावक की मौत हो जाने पर अकाउंट को बंद करवाया जा सकता है।

कहां से खुलवाएं अकाउंट?

सुकन्या समृद्धि योजना का खाता पोस्ट ऑफिस से खुलवा सकते है। साथ ही सरकारी बैंकों में इस स्कीम का अकाउंट खुलवाकर निवेश शुरू किया जा सकता है।

Pele Death: ब्राजील को तीन बार जिताया विश्‍व कप, खेल जगत में मिला ब्‍लैक पर्ल का टैग

पेले के जीवन की खास बातेंPele Death News: वे अपने समय में शायद दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और संभवतः सबसे अधिक भुगतान पाने वाले एथलीट रहे हैं।
Pele Death News: फुटबॉल के महानतम खिलाड़ी ब्राजील के दिग्‍गज पेले ने 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। वे कोलोन कैंसर से पीडि़त थे। विश्‍व भर के फुटबॉल प्रेमियों में पेले की छवि एक आदर्श खिलाड़ी की रही है। ब्राजील को तीन बार विश्‍व कप जिताकर चैंपियन बनाने का श्रेय उन्‍हें जाता है। उनके करिश्‍माई खेल की बदौलत ही उन्‍हें ब्‍लैक पर्ल का तमगा दिया गया है। आइये जानते हैं उनके खेल जीवन की खास बातें।

कौन थे पेले

पेले एक ब्राज़ीलियाई फ़ुटबॉल (सॉकर) खिलाड़ी थे। उनका वास्तविक नाम एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो था। खेल में अभूतपूर्व योगदान के अलावा वह समाजसेवा में भी आगे रहे। वे तीन बार विश्व कप विजेता ब्राज़ीलियाई राष्ट्रीय टीमों (1958, 1962 और 1970) के सदस्य थे। उन्हें ब्लैक पर्ल के नाम से भी जाना जाता था। वे अपने समय में शायद दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और संभवतः सबसे अधिक भुगतान पाने वाले एथलीट रहे हैं। वह तीन विश्व कप चैंपियनशिप (1958, 1962 और 1970) जीतने वाली ब्राज़ीलियाई राष्ट्रीय टीमों का हिस्सा थे। उन्हें ब्लैक पर्ल के टैग से सम्मानित किया गया है।

दुनिया में चमकाया ब्राजील का नाम

दो दशक तक पेले ब्राजील की राष्ट्रीय टीम और वहां के क्लब सैंटोस के लिए खेले। उन्‍होंने ब्राजील का लोहा पूरी दुनिया में मनवाया। 17 वर्ष की उम्र में वर्ष 1958 में स्वीडन में पहली बार विश्व कप में हिस्सा लिया था। ब्राजील ने यह मैच 5-2 से जीता था।

21 साल के करियर में 1283 गोल

21 वर्ष के सुनहरे करियर में पेले ने 1,283 गोल किए। उन्हें 20वीं सदी का पहला वैश्विक आइकन माना जाता है।वर्ष 1970 में मेक्सिको में खेला गया विश्व कप पेले के जीवन का यादगार टूर्नामेंट बन गया। ब्राजील ने यह फाइनल 4-1 से जीता। अब ब्राजील की सुनहरे पीले रंग की और उस पर अंकित नंबर 10 प्रशंसकों के बीच पेले की पहचान बन चुका था। उन्हें अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने एथलीट आफ द सेंचुरी और फीफा ने सदी का फुटबालर और ब्राजील सरकार ने नेशनल ट्रेजर घोषित किया था।

निजी जीवन की दुश्‍वारियां

बीते कुछ वर्षों से पेले स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। वर्ष 2012 में कूल्हे के आपरेशन के बाद उन्हें चलने में भी दिक्कत होती थी। दो वर्ष पहले उनके बेटे एडिन्हो ने कहा था कि बीमारी के कारण पेले अवसादग्रस्त हो गए थे।

सैंटोस क्‍लब को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया

पेले ने वर्ष 1956 में ब्राजील के तटीय क्षेत्र के छोटे से क्लब सैंटोस को अपने खेल से नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। कई स्थानीय व राष्ट्रीय खिताबों के साथ पेले ने दो कोपा लिबर्टाडोर्स खिताब भी जीते जिसे दक्षिण अमेरिका में चैंपियंस लीग खिताब के बराबर माना जाता है। उन्होंने दो इंटरकांटिनेंटल कप भी जीते जो यूरोप और दक्षिण अमेरिका की सर्वश्रेष्ठ के बीच हर वर्ष खेला जाने वाला टूर्नामेंट है।

Rishabh Pant Car Accident: एक्सीडेंट के बाद ऋषभ पंत की कार से बिखर गए थे नोट

CCTV फुटेज आया सामनेRishabh Pant Car Accident: भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत मां को सरप्राइज देने के लिए बिना बताए रुड़की आ रहे थे।

Rishabh Pant Car Accident: टीम इंंडिया के विकेटकीपर ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हो गया है। ऋषभ पंत दिल्ली से कार में सवार होकर अपने घर रुड़की जा रहे थे, तभी सुबह सवा 5 बजे कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। डिवाइडर से टकराने से कार में आग लग गई। 108 एंबुलेंस के जरिए Rishabh Pant को पहले स्थानीय अस्पताल और बाद में मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया। Rishabh Pant के पैर में फैक्चर हुआ है। उनके सिर और पीठ पर भी चोट लगी है। अभी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।

ताजा खबर के मुताबिक, ऋषभ पंत की कार में करीब 3-4 लाख रुपए रखे हुए थे। एक्सीडेंट के बाद नोट सड़क पर बिखर गए। वहां से गुजर रहे लोग उनकी मदद करने के बजाए नोट बटोरने लगे।

क्रिकेटर के एक्सीडेंट का एक वीडियो भी सामने आया है। अस्पताल ने जानकारी दी है कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। जल्द विस्तृत बुलेटिन जारी किया जाएगा।

रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के समीप मोड पर यह एक्सीडेंट हुआ। कार की हालत से अंदाजा लगाया जा सका है कि हादसा कितना भयानक था। क्रिकेटर को पहले रुड़की के सक्षम अस्पताल में भर्ती किया गया। Rishabh Pant हाल ही में बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा थे।

मां को सरप्राइज देने रुड़की आ रहे थे ऋषभ पंत

भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत मां को सरप्राइज देने के लिए बिना बताए मां के पास रुड़की आ रहे थे। उनका तीन दिन उत्तराखंड में रुकने का प्लान था। बेटे की कार दुर्घटनाग्रस्त होने का पता चलने पर मां सरोज पंत सक्षम अस्पताल पहुचीं। बताया कि वह तीन दिनों से ऋषभ से रुड़की आने के लिए कह रही थी। उन्हें सरप्राइज देने के लिए वह बिना बताए दिल्ली से रुड़की आ रहे था।

The Kapil Sharma Show: जाकिर खान के सामने कपिल शर्मा के छूटे पसीने

The Kapil Sharma Show: जाकिर खान के सामने कपिल शर्मा के छूटे पसीने

गर्लफ्रेंड्स के सवाल पर हुई बोलती बंदइस बार कपिल के शो में आपको हंसाने के लिए कई कॉमेडियन शो पर शिरकत करने आ रहे हैं।
The Kapil Sharma Show: द कपिल शर्मा शो हमेशा से ही दर्शकों का पसंदीदा शो रहा है। सभी जानते हैं कि कपिल काॅमेडी किंग हैं। वहीं अब नए साल में कपिल अपने शो के साथ धमाल करने वाले हैं। इस बार कपिल के शो में आपको हंसाने के लिए कई कॉमेडियन शो पर शिरकत करने आ रहे हैं। इन कॉमेडियन्स ने शो पर आकर कपिल की ही खिंचाई करना शुरू कर दी। वे कपिल जो हर किसी को अपनी बातों में फंसा लेते हैं, वे खुद इस बार फंसते दिखाई देंगे। कपिल से शो में ऐसे सवाल पूछे गए जिन्हें सुन, उनकी बोलती बंद हो गई।
जाकिर खान ने किया ऐसा सवाल
कपिल शर्मा के शो पर इस बार स्टैंड अप काॅमेडियन अपना कमाल दिखाने वाले हैं। इसके साथ ही सुरों की महफिल भी सजेगी। जाकिर खान, अनुराग बस्सी, अभिषेक उपमन्यु, कुशा कपिला, ऋचा शर्मा, जसबीर जस्सी जैसे शानदार पॉपुलर कॉमेडियन नजर आने वाले हैं। साथ ही सिंगिंग सेंसेशन आर्टिस्ट भी दिखाई देंगे। सबसे मजेदार पल तो तब होगा जब ये सभी मिलकर कपिल शर्मा की खिंचाई करेंगे। शो पर इस बार भारत के सबसे बड़े कॉमेडियन कपिल शर्मा की बोलती बंद होने वाली है।
कपिल की बोलती बंद
सोनी चैनल ने एक प्रोमो वीडियो शेयर किया है। जिसमें इन सभी के बीच बातचीत देखने को मिलेगी। इन सभी के बीच हो रहे हंसी-मजाक ने दर्शकों की एक्साइटमेंट और भी बढ़ा दी है। इन सभी के बीच कपिल शर्मा, जाकिर खान से उनकी लव लाइफ के बारे में सवाल करते हैं। वे पूछते हैं ‘आपकी कोई गर्लफ्रेंड है जाकिर।’ इस बात पर जाकिर ना सुनने का दिखावा करते हैं। इसके बाद कपिल फिर पूछते हैं ‘आपका स्कोर क्या है।’ इस बात पर जाकिर खुद ही कपिल से सवाल करते हैं ‘आप बताओ। आप बताओ आपका स्कोर क्या है। इंडिया का सबसे बड़ा काॅमेडियन नहीं बता पा रहा है।’ ये एपिसोड इस वीकेंड पर एयर किया जाएगा।

Avatar 2 Box Office Collection: अवतार 2 की ताबड़तोड़ कमाई, 1 बिलियन डॉलर पर पहुंचा

 फिल्म का वर्ल्डवाइड कलेक्शनअवतार फिल्म कमाई के मामले में दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है।
Avatar 2 Box Office Collection: हॉलीवुड फिल्म अवतार द वे ऑफ वाटर कमाई के हर रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। अवतार ने कमाई के मामले में कई शानदार फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। अवतार ने 1 बिलियन यानी करीब 8,28 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है। बता दें कि जेम्स कैमरून की फिल्म अवतार द वे ऑफ वाटर कमाई के मामले में दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। अवतार 2 अमेरिका के बाहर भी काफी अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म ने अभी तक करीब 5,481 करोड़ की कमाई कर ली है। चीन में एक बार फिर कोरोना महामारी के बाद भी फिल्म ने इतनी ज्यादा कमाई कर ली है।

लगातार कमाई कर रही अवतार 2
अवतार ने यूएसए और कनाडा में अब तक करीब 2,428 करोड़ की कमाई कर ली है। फिल्म लगातार शानदार कमाई कर रही है। अमेरिका के लिए भारत टाॅप 5 नाॅन अमेरिका मार्केट में शामिल हो चुकी है। भारत में अवतार को लेकर काफी क्रेज है। फिल्म ने भारत में अब तक 324 करोड़ की कमाई कर ली है। बता दें कि अवतार द वे ऑफ वाटर की ओपनिंग भी काफी शानदार रही थी। इसके साथ ही फिल्म की एडवांस बुकिंग चल रही थी। सिर्फ हिंदी भाषा में ही अवतार जल्द ही 2100 करोड़ के क्लब में शामिल हो जाएगी।

अपनी ही अवतार का रिकॉर्ड तोड़ेंगे जेम्स

जिस तरह से फिल्म कमाई के मामले में लगातार आगे बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि जेम्स कैमरून एक बार फिर से अपनी ही अवतार का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अवतार 2 में सैम वर्थिंगटन, जो साल्डाना, स्टीफन लैंग, जोएल डेविड मूर, केट विंसलेट, विन डीजल और सिगौरनी व्हिवर जैसे स्टार्स ने काम किया है।

Russia Ukraine War: युद्ध की विभीषिका झेल रहे यूक्रेन के सीमावर्ती कस्बों में बच्चे तेजी से बड़े होने को मजबूर

Russia Ukraine War: अर्थव्‍यवस्‍था और अधोसरंचना पर बुरा असर तो पड़ा ही है, अब बच्‍चों व युवाओं पर भी असर पड़ रहा है।
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चलते हुए अब साल भर होने जा रहा है। हालांकि अब जाकर रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने समझौते के संकेत दिए हैं लेकिन अभी इस पर मुहर नहीं लगी है। दूसरी तरफ, युद्ध की विभीषिका झेल रहा यूक्रेन अब विकास क्रम में बहुत पीछे चला गया है। अर्थव्‍यवस्‍था और अधोसरंचना पर बुरा असर तो पड़ा ही है, अब बच्‍चों व युवाओं पर भी असर पड़ रहा है। हालात ये हैं कि अब यहां बच्‍चे समय से पहले ही बड़े होने को विवश हो गए हैं। उनके पास समय कम बचा है और चुनौतियां बेशुमार हैं। आइये समझते हैं कि वहां क्‍या हालात हैं।

गोलीबारी के कारण मूड ऑफ

आठ साल की लिसा श्तांको कीचड़ भरी सड़क के किनारे खड़ी होकर यूक्रेनी सैनिकों को गुजरते हुए देख रही थी। वह रूस के आक्रमण से बुरी तरह प्रभावित एक कस्बे में बचे कुछ बच्चों में से एक है। शायद ही कोई ताप या बिजली थी। उसके ज्यादातर दोस्त लंबे चले गए थे। और ठीक उसी दिन सुबह लीज़ा के घर के बाहर एक हड़ताल हुई। उसने एएफपी को बताया, “गोलाबारी के कारण आज मैं अच्छे मूड में नहीं हूं। 42 वर्षीय इलेक्ट्रीशियन विक्टर ने कहा, “निश्चित रूप से वह डरी हुई है। आपके आस-पास मंडराती मौत से ज्यादा डरावना कुछ नहीं है। लेकिन वह अपने पिता के साथ ठीक है।

तहखाने में लंबे दिन बिताने के लिए मजबूर

छह वर्षीय नास्त्य के पिता कोस्त्या कोरोवकिन ने कहा, इन कठिनाइयों ने अधिकांश परिवारों को बच्चों के साथ छोड़ने के लिए प्रेरित किया है, और कई के पास “वापसी का कोई कारण नहीं है। कोस्त्या ने एएफपी को बताया कि उन्हें कहीं नहीं जाना है। यानी नस्ताया को अपनी इमारत के तहखाने में लंबे दिन बिताने के लिए मजबूर किया जाता है, कभी-कभी सड़कों पर भटकते हुए जहां केवल आवारा कुत्ते घूमते हैं। कभी-कभी वह इमारत की छठी मंजिल तक जाती है, जहां वह इंटरनेट सिग्नल प्राप्त कर सकती है और ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकती है।

भविष्य के बारे में नहीं सोचता

एक तहखाने के पीछे जहां 20 लोग आठ महीने से शरण लिए हुए हैं। यहां 14 वर्षीय ग्लीब पेत्रोव दृढ़ता से हाथ मिलाते हुए और अपने चेहरे पर गंभीर भाव से आगंतुकों का स्वागत करता है। वह तहखाने में रहने वाला एकमात्र नाबालिग है, जहां वह अपने दिन देर तक सोता है, बुजुर्गों की देखभाल करता है। कभी-कभी वह चित्र बनाता है, वयस्कों के लिए किताबें पढ़ने की कोशिश करता है या जब बिजली होती है, तो अपने फोन पर खेलता है। उन्होंने एएफपी को बताया, मैं भविष्य के बारे में नहीं सोचता। मैं यह भी नहीं जानता कि एक घंटे में या अब से एक दिन में क्या होगा।”

Heera Ba Last Rites: PM मोदी की मां हीरा बा का सादगीपूर्ण अंतिम संस्कार बना चर्चा का विषय 

Heera Ba Last Rites: PM मोदी की मां हीरा बा का सादगीपूर्ण अंतिम संस्कार बना चर्चा का विषय

PM Modi Mother Death Updates: गांधीनगर में मां हीरा का अंतिम संस्कार किया गया। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने मुखाग्नि दी। देखिए फोटो-वीडियो
PM Modi Mother Death News LIVE Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का शुक्रवार सुबह निधन हो गया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। 100 साल की उम्र में हीरा बा ने अहमदाबाद के अस्पताल में तड़के 3.30 बजे अंतिम सांस ली। दो दिन पहले ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद उन्हें गांधीनगर से यहां लाया गया था। निधन की सूचना मिलने पर पीएम मोदी तत्काल अहमदाबाद होते हुए गांधीनगर पहुंचे। अपने छोटे भाई पंकज मोदी के यहां मां की पार्थिव देह को प्रमाण किया, अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया, अर्थी को कंधा दिया और फिर मुखाग्नि कर अंतिम संस्कार भी किया। इसके तत्काल बाद पीएम मोदी दिल्ली रवाना हो गए और अपने का में जुट गए।

पीएम मोदी की माताजी का अंतिम संस्कार बेहद सादगीपूर्ण तरीके से हुआ। न कोई तामझाम, न नेताओं का जमावड़ा। निधन की खबर आने के चंद घंटों में सबकुछ हो गया। इसकी चर्चा शुरू हो गई है। पढ़िए एक सोशल मीडिया कमेंट

जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी जी की माताजी देहावसान की खबर लगी… लगा कि आज तो उनका पार्थिव शरीर कहीं अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा….. फिर जैसा अन्य राजनेताओं के परिवार जन की मृत्यु में होता है राजसी तरीके से अंतिम संस्कार होगा…… पूरा अंतिम संस्कार का कार्यक्रम सियासी हो जाएगा लेकिन ऐसा सोचते सोचते टेलीविज़न ऑन….. किया तो देखा मोदी जी और उनके भाई पंकज भाई मोदी सहित परिवार जन तो माँ के पार्थिव शरीर को बिल्कुल सामान्य तरीके से लेकर… श्मशान पंहुच चुके है मतलब इतनी सामान्यता तो मध्यम आम लोगो के परिवारों में नही देखने को नही मिली। चित्र देखकर विश्वास नही होता कि विश्व के इतने बड़े नेता अपनी माँ को सामान्य …..बाँस और घास की अर्थी को कंधा देकर चल रहे है …..जैसे कोई मोहल्ले या कॉलोनी में शांत हो गया हो।वाकई भूतों न भविष्यति ये सब मोदीजी की इच्छा से ही हुआ है ऐसे अद्भुत व्यक्तित्व को जन्म देने वाली माँ को …..शत शत नमन….💐 विनम्र श्रद्धांजलि
गांधीनगर में मां हीरा का अंतिम संस्कार किया गया। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने मुखाग्नि दी।

प्रधानमंत्री ने भाई पंकज मोदी के घर पर मां के पार्थिव शरीर को नमन किया, अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया और अर्थी को कंधा भी दिया। थोड़ी देर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। पीएम मोदी खुद शव वाहन में सवार होकर मुक्तिधाम तक पहुंचे।

Mamata Banerjee: जय श्रीराम के नारों पर फिर भड़कीं ममता

Mamata Banerjee: जय श्रीराम के नारों पर फिर भड़कीं ममता बनर्ज

Mamata Banerjee: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने ममता को मनाया। आखिर में ममता शांत हो गईं।

Mamata Banerjee: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल में कनेक्टिविटी से जुड़ी रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस मौके पर हावड़ा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ममता के पहुंचते ही वहां पहले से मौजूद भाजपा समर्थकों ने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिससे ममता भड़क गईं। ममता ने सरकारी कार्यक्रम के दौरान जय श्रीराम के नारे लगाए जाने पर काफी नाराजगी व्यक्त की। नाराज ममता ने मंच साझा करने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद वहां मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने ममता को मनाया। आखिर में ममता शांत हो गईं।
हीरा बा के निधन पर ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया

इसके बाद अपने संबोधन में ममता ने पीएम मोदी की मां के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। ममता ने पीएम का आभार जताते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में भी आप आए, इसके लिए आभार है। ममता ने कहा कि मां से बढ़कर कुछ भी नहीं है। मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं। ममता ने इस दौरान कोलकाता मेट्रो की जोका- तारातला खंड सहित अन्य रेलवे परियोजनाओं के उद्घाटन पर खुशी जताई और कहा कि जब वह रेल मंत्री थीं तो उन्होंने इस मेट्रो परियोजना को मंजूरी दी थीं।

जय श्रीराम के नारे पर पहले भी भडकीं थीं दीदी

इससे पहले पिछले साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी ममता जय श्रीराम के नारे लगाए जाने से सबके सामने भड़क गई थीं। उस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे। ममता ने पीएम के सामने ही इसको लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की थीं और कहा था कि सरकारी कार्यक्रम में किसी को बुलाकर इस तरह बेइज्जत करना ठीक नहीं है।

मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी गरीब को बिना छत के नहीं रहने देंगे- मुख्यमंत्री श्री चौहान

कवेलु कारखाने की जमीन पर भी गरीबों के लिये शीघ्र आवास बनाये जायेंगे

मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री सुजलाम आवास गृह योजना के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए
हितग्राहियों को आवास की चाबी सौंपी और गृह प्रवेश कराया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को उज्जैन मक्सी रोड स्थित कानीपुरा में नगर पालिक निगम द्वारा निर्मित प्रधानमंत्री आवास योजना के एएचपी घटक (भागीदारी में किफायती आवास) के मल्टी में निर्मित 152 ईडब्ल्यूएस आवासीय इकाइयों के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने फीता काट कर हितग्राहियों को गृह प्रवेश करवाया और प्रतीक स्वरूप 3 हितग्राही को आवास की चाबी सौंपी। नवनिर्मित तीन मल्टी में 152 आवास बनाये गये हैं। इनमें से 146 आवासों में हितग्राहियों का गृह प्रवेश कराया गया। इस दौरान मंगल गीत गाये गये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि आज हमारे भाई-बहनों को रहने के लिये आवास की सौगात मिली है। हमारी सरकार का यह संकल्प है कि मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी गरीब को बिना छत के नहीं रहने देंगे। आज मल्टी में बनाये गये सुन्दर आवासों पर हितग्राहियों का अधिकार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में 40 एकड़ जमीन भू-माफियाओं के कब्जे से छुड़ाई गई है। इस जमीन पर गरीब आवासहीनों के लिये घर बनाये जायेंगे। असामाजिक तत्वों और भू-माफियाओं, गुंडे-बदमाशों को छोड़ा नहीं जायेगा। उनके घर पर बुलडोजर चलाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीलगंगा स्थित कबेलु कारखाने की जमीन पर भी शीघ्र गरीबों के लिये आवास बना कर दिये जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों का भी यह सपना होता है कि उनका भी बड़ा न सही एक छोटा-सा घर हो। राज्य सरकार गरीबों के इस सपने को पूरा करने के लिये संकल्पबद्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों में भू-खण्ड और शहरी क्षेत्रों में मल्टी में पात्र हितग्राहियों को आवास बना कर दिये जायेंगे। रोटी, कपड़ा, मकान, इलाज का खर्च, गरीबों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिये फीस सरकार मुहैया करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार को 10 किलो अनाज नि:शुल्क दिया जा रहा है। हर घर में नल जल योजना से शुद्ध पेयजल पहुँचाने का काम हो रहा है। गरीब परिवार के मेधावी बच्चों की शिक्षा और उच्च शिक्षा का पूरा खर्च सरकार उठायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आजीविका मिशन की महिलाओं को भी अलग-अलग रोजगार के अवसर दिये जायेंगे। गरीब वर्ग को सभी मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने का काम निरन्तर किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन के शहीद जवान श्री जितेंद्र सिंह चौहान के माता-पिता को मंच से सम्मानित किया।

महापौर श्री मुकेश टटवाल ने कहा कि हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिये निरन्तर कार्य किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज हितग्राहियों को रहने के लिये आवास मिल रहे हैं। हम सबके लिये यह बड़े हर्ष का दिन है। उन्होंने कहा कि दीनदयाल रसोई योजना में भगवान महाकालेश्वर का भोग प्रसाद नि:शुल्क लोगों को वितरित किया जा रहा है। आगे भी शहर के विकास के लिये निरन्तर कार्य किये जायेंगे और सौगातें आम जनता को दी जायेंगी। संचालन श्री सत्यनारायण चौहान ने किया और श्रीमती कलावती यादव ने आभार माना।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, विधायक श्री पारस जैन, विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, पूर्व सांसद प्रो.चिन्तामणि मालवीय सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, योजना के हितग्राही और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में कैबिनेट की बैठक शुरू

 

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

कैबिनेट की बैठक

कैबिनेट की बैठक

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में कैबिनेट की बैठक शुरू

पेसा अधिनियम से जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदल जाएगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

पेसा अधिनियम से जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदल जाएगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने युवा परिसंवाद में युवाओं को संबोधित किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेसा अधिनियम को जमीन पर उतार कर जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। प्रदेश में जलजंगलजमीन के लिए लोगों को अधिकार देने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। अनेक जन-कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू कर प्रदेश में लोगों की जिंदगी आसान बनाने के लिए अमूलचूल परिवर्तन हो रहा है। प्रदेश के अधिसूचित क्षेत्रों में पेसा अधिनियम लागू कर लोगों को अधिकार सम्पन्न बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास पर युवा परिसंवाद कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पेसा अधिनियम के विषय में सरलभाषा और विस्तार से युवाओं को जानकारी दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेसा अधिनियम का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करने के लिए युवाओं से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जलजंगल और जमीन पर ग्राम सभा का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि गांव का पैसा गांव में रहे इसके लिए ग्राम सभा को सशक्त बनाया गया है। ग्राम सभा साल भर के कार्यों की योजना बनाएगी। ग्राम सभा ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। गांव में अगर कोई बाहर से आता है तो उसकी जानकारी भी ग्राम सभा को देना होगी। अधिसूचित गांव में नई शराब और भांग की दुकान खोलने का अधिकार भी ग्राम सभा को होगा। सार्वजनिक स्थानों पर भी ग्राम सभा प्रतिबंध लगा सकती है। गांव में शांति और विवाद निवारण समिति बनेगी। छोटे-मोटे झगड़ोंविवादों के लिए थाने जाने की जरूरत नहीं होगी। पेसा अधिनियम में ऐसे कई प्रावधान हैं। पेसा अधिनियम सामाजिक क्रांति है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा गांव-गांव जाएं और लोगों को पेसा अधिनियम के बारे में समझाएं। मुझे इसके लिए आप जैसे नौजवानों की जरूरत है। मामा आपके साथ खड़ा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा अधिनियम के क्रियान्वयन में गंभीरतापूवर्क सहयोग करें। सामाजिक क्रांति लाकर हम आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।

कार्यक्रम में डॉ निशांत खरे सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए युवा उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुढुच्चेरी प्रवास के दौरान पौध-रोपण किया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुढुच्चेरी प्रवास के दौरान पौध-रोपण किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुढुच्चेरी प्रवास के दौरान पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगून सरोवर रिसोर्ट परिसर में पाम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प के क्रम में 19 फरवरी 2021 से निरंतर प्रतिदिन पौध-रोपण कर रहे हैं। प्रदेश में और प्रदेश के बाहर प्रवास के दौरान भी वे अपने संकल्प के अनुसार प्रतिदिन पौधा अवश्य लगाते हैं।

स्वदेशी मेले में दिखती है भारत की समृद्ध परंपरा की झलक, स्वदेशी वस्तुओं का करें उपयोग: राज्यपाल

स्वदेशी मेले में दिखती है भारत की समृद्ध परंपरा की झलक, स्वदेशी वस्तुओं का करें उपयोग: राज्यपाल

रायपुर: स्वदेशी मेले में दिखती है भारत की समृद्ध परंपरा की झलक, स्वदेशी वस्तुओं का करें उपयोग

राज्यपाल सुश्री उइके स्वदेशी मेले के समापन समारोह में हुईं शामिल

राज्यपाल सुश्री उइके स्वदेशी मेले के समापन समारोह में हुईं शामिल

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके गत दिवस साइंस कॉलेज मैदान, रायपुर में स्वदेशी जागरण फाउंडेशन की ईकाई भारतीय विपणन विकास केन्द्र द्वारा आयोजित स्वदेशी मेले के समापन कार्यक्रम में शामिल हुई। इस मौके पर राज्यपाल सुश्री उइके ने स्वदेशी मेले में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। साथ ही राज्यपाल ने पेंटिंग प्रदर्शनी का अवलोकन कर चित्रकारों की प्रशंसा की। चित्रकारों ने राज्यपाल को उनका स्केच भेंट किया। स्वदेशी मेला के आयोजकों द्वारा राज्यपाल को स्मृति चिन्ह तथा स्वदेशी उत्पादों की टोकरी भेंट की गई।

समापन समारोह

 20 वर्षों से स्वदेशी मेले के सफल आयोजन

राज्यपाल सुश्री उइके ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए 20 वर्षों से स्वदेशी मेले के सफल आयोजन के लिए मेला प्रबंधन को शुभकामनाएं दी और विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों से कहा कि वे दूत बनकर स्वदेशी मेला का प्रचार प्रसार करें तथा स्वदेशी उत्पाद के उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करें। राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़वासियों की रूचि और सक्रियता ने भी मेले को विशेष पहचान दिलाई है और लोग वर्षभर मेले का इंतज़ार करते हैं तथा जमकर पसंदीदा देशी वस्तुओं की खरीदी करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के वोकल फ़ॉर लोकल के संदेश के साथ ही देशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए हो रहे प्रयासों का भी जिक्र किया। राज्यपाल ने कहा कि स्वदेशी मेले के माध्यम से वोकल फ़ॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को विस्तार मिला है। इस दौरान राज्यपाल ने श्री दत्तोपंत ठेंगढ़ी को भी नमन किया और स्वदेशी की संकल्पना में उनके योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेला जहां एक ओर लोगों का भारत के स्थानीय उत्पादों से परिचय कराता है, वहीं लघु व मध्यम उद्योगों को अवसर प्रदान करने का भी काम करता है। स्वदेशी मेले जैसा शायद ही कोई मंच है, जो लोक उत्पाद को इतना बड़ा बाजार उपलब्ध कराता है। समेकित रूप से इन आयोजनों में भारत की समृद्ध परंपरा की झलक देखने को मिलती है। राज्यपाल ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित हुए स्वदेशी मेलों की सराहना की और इसे भारतीय उद्योगों के लिए लाभकारी बताया। राज्यपाल सुश्री उइके ने स्वदेशी मेले के ऐतिहासिक पक्ष का उल्लेख करते हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी आंदोलन के उद्भव और इसके प्रभाव का उल्लेख किया।

जैविक उत्पादों

स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी आंदोलन के उद्भव और इसके प्रभाव का उल्लेख किया

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले लघु वनोपजों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि यह वनांचल में रहने वाले लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन है और पिछले कुछ वर्षों में बदलती जीवन शैली ने वन तथा जैविक उत्पादों की ओर लोगों का रुझान बढ़ाया है। लोग प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग कर रहे हैं और प्रदेश के सरगुजा तथा बस्तर अंचल में स्व सहायता समूह की महिलाएं वनउत्पादों से आर्थिक तरक्की के रास्ते में आगे बढ़ रही है। उन्होंने आयोजकों से प्रदेश के अन्य स्थलों में भी मेला आयोजन करने का आग्रह किया ताकि ग्रामीणों और छोटे उद्यमियों व स्व सहायता समूह की महिलाओं को भी अपने उत्पाद बेचने के पर्याप्त अवसर मिल पाए।

छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल
छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी समापन समारोह को संबोधित किया और स्वदेशी उत्पादों की विशेषता और मेले के बारे में जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि सात दिवसीय स्वदेशी मेले में 15 से 16 प्रांतों से आए व्यवसायियों ने 250 स्टॉल लगाए। मेले में थर्माकोल से बना भगवान जगन्नाथ का मंदिर तथा कोणार्क के सूर्य मंदिर का चक्र आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा। मेले में व्यंजन, मेहंदी, केश सज्जा, चित्रकला, शिशु वेशभूषा, समूह नृत्य और रंगोली जैसी बहुआयामी प्रतियोगिताओं में लोगों ने उत्साह के साथ भागीदारी दी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति से होगा विद्यार्थियों का उत्तरोत्तर बौद्धिक विकास – राज्यपाल श्री पटेल

राष्ट्रीय शिक्षा नीति से होगा विद्यार्थियों का उत्तरोत्तर बौद्धिक विकास – राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री पटेल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह में वर्चुअली शामिल हुए

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि विश्वविद्यालयों की ज्ञान के क्षेत्र में अपनी महत्ता होती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय विश्वविद्यालयों की अनेक विश्वविख्यात विभूतियाँ देश-विदेश में कार्यरत हैं। राज्यपाल श्री पटेल रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 34वें दीक्षांत समारोह को आज राजभवन भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।

राज्यपाल श्री पटेल ने विभिन्न क्षेत्रों में स्वर्ण पदक और उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा में नए पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं, जिससे से न केवल शिक्षण व्यवस्था में अभूतपूर्व परिवर्तन आएगा बल्कि विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास में भी उत्तरोत्तर प्रगति होगी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से अनेक व्यावसायिक एवं कौशल विकास से जुड़े हुए पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गए हैं।

राज्यपाल श्री पटेल ने छात्रों के प्लेसमेंट के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 13 रोजगार मेलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत जनजातीय बहुल गाँवों को गोद लेकर सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन सम्बंधित प्रशंसनीय कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को इसके लिए बधाई दी। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर कपिल देव मिश्रा एवं कुलसचिव डॉ. बृजेश सिंह भी उपस्थित थे।

 मंत्रिपरिषद की बैठक के निर्णय

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित हुई। बैठक में निम्न महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए :-
पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मास्टर स्ट्रोक :-आज केबिनेट की बैठक में राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों के एनपीएस की राशि वापस करने के केन्द्र सरकार की मनाही के बाद भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया जिसके तहत शासकीय सेवकों को एक अप्रेल 2022 से ही छत्तीसगढ़ सामान्य भविष्य निधि का सदस्य माना जाएगा और एक नंवबर 2004 या उसके बाद नियुक्त तिथि से 31 मार्च 2022 तक एनपीएस खाते में जमा कर्मचारी अंशदान और उस पर अर्जित लाभांश शासकीय कर्मचारी को एनपीएस नियमों के तहत देय होगा।

          कर्मचारियों को राज्य शासन के अंशदान और उस पर अर्जित लाभांश जमा करने पर ही पुरानी पेंशन की पात्रता होगी। इसके लिए शासकीय सेवकों को एनपीएस अंतर्गत पूर्ववत बने रहने अथवा पुरानी पेंशन योजना का लाभ प्राप्त करने का विकल्प नोटराईज्ड शपथ पत्र में देना होगा। यह विकल्प अंतिम और अपरिवर्तनीय होगा।

शासकीय सेवक द्वारा पुरानी पेंशन योजना के विकल्प लेने पर एक नवंबर 2004 से 31 मार्च 2022 तक एनपीएस खाते में शासन द्वारा जमा किए गए अंशदान एवं उस पर प्राप्त लाभांश को शासन के खाते में जमा करना होगा।
एक अप्रेल 2022 एवं उसके पश्चात् नियुक्त होने वाले राज्य के शासकीय सेवक   अनिवार्य रूप से पुरानी पेंशन योजना के सदस्य होंगे।

  • स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए विशेष योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। इस योजना में कुल 780 करोड़ रूपए स्कूलों की मरम्मत में खर्च किए जाएंगे।
  • नवा रायपुर अटल नगर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सेक्टर के भीतर क्षेत्रफल श्रेणी के आधार पर भूखण्डों के लीज प्रीमियम निर्धारण के लिए अधोसंरचना विकास शुल्क का पुर्ननिर्धारण किया गया। जिसके तहत 50 एकड़ से अधिक भूखण्ड क्षेत्रफल के लिए वर्तमान अधोसंरचना विकास शुल्क प्रति वर्ग मीटर 500 रूपए को घटाकर 100 रूपए प्रति वर्गमीटर करने का निर्णय लिया गया।
  • वाणिज्यिक वृक्षारोपण से पर्यावरण सुधार और किसानों की आय में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य में मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।
  •  इस योजना के तहत राज्य में प्रतिवर्ष 36 हजार एकड़ के मान से 5 साल में एक लाख 80 हजार एकड़ मे क्लोनल नीलगिरी, टिशु कल्चर सागौन एवं बांस, मिलिया डुबिया सहित अन्य आर्थिक लाभकारी प्रजातियों के 15 करोड़ पौधों का रोपण का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना का लाभ सभी वर्ग के इच्छुक भूमि स्वामी सहित शासकीय, अर्ध शासकीय, शासन की स्वायत्त संस्थाएं, निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं पंचायतें और लीज लेंड होल्डर जो अपने भूमि में रोपण करना चाहते है, ले सकेंगे।
  • प्रदेश में मिलेट्स मिशन कार्यक्रम के क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा की गई और राज्य में मिलेट उत्पादन और उसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कृषि, वन, सहकारिता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास, खाद्य, महिला एवं बाल विकास, ग्रामोद्योग, संस्कृति, वाणिज्य एवं उद्योग, पर्यटन, जनसंपर्क, गृह एवं जेल, वाणिज्यिक कर तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से पहल की जाएगी।
  • छत्तीसगढ़ अनधिकृत विकास का नियमितिकरण (संशोधन) विधेयक-2022 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
  • छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) विधेयक-2022 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
  • 22 अगस्त 2022 को भोपाल में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक का कार्यवाही विवरण तथा मध्य क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की आगामी बैठक हेतु नया एजेण्डा बिन्दू के संबंध में चर्चा की गई और आगामी बैठक के एजेण्डा बिन्दु पर अंतिम रूप दिए जाने हेतु मुख्यमंत्री जी को अधिकृत किया गया।
  • अंतर्विभागीय और अंतर्निकाय से संबंधित केन्द्र राज्य प्रवर्तित योजनाओं के क्लस्टर स्तर पर क्रियान्वयन अनुश्रवण हेतु 5 नवीन जिलों में जिला स्तरीय एग्लोमरेशन एवं जिला स्तरीय समिति गठन का निर्णय लिया गया।
  • एम्बूलेंस श्रेणी के वाहनों से जीवनकाल कर उद्ग्रहण हेतु छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 में संशोधन प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
  • वाहनों से अस्थायी पंजीयन कर में वृद्धि किए जाने हेतु छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 एवं नियम 1991 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
  • राज्य के सभी जिले में राज्य योजना के राशनकार्डधारियों (एपीएल को छोड़कर) को फोर्टिफाईड चावल वितरण करने का निर्णय लिया गया। इससे 26.42 करोड़ रूपए की राशि व्यय होगी।
  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत जारी राशनकार्डो में माह जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक निःशुल्क खाद्यान्न वितरण के समान ही छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम 2012 के अंतर्गत जारी अंत्योदय एवं प्राथमिकता राशनकार्डो में निःशुल्क खाद्यान्न वितरण करने का निर्णय लिया गया।
  • छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं प्रबंधन नियम 2015 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
  • विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 88 दंतेवाड़ा के माननीय विधायक श्री भीमा मंडावी की मृत्यु की घटना की न्यायिक जांच का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
  • छत्तीसगढ़ चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग (अधिग्रहण) अधिनियम 2021 के तहत परिसंपत्तियों के मूल्यांकन के संबंध में निर्णय लिया गया।

हमने प्रकृति का शोषण किया है, समझदारी से दोहन करना होगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

पानी का संतुलित उपयोग करें सरकार का ही नहीं, सभी का दायित्व है

मुख्यमंत्री श्री चौहान उज्जैन में जल आधारित “सुजलाम” कॉन्फ्रेंस में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय संस्कृति एकात्मतावादी है। विश्व में जब कई सभ्यताएँ मिट रही थी, तब हमारे देश में वेदों की ऋचाएँ रची जा रही थी। वसुधैव कुटुंबकम हमारी धरती से ही उपजा है। सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया के सूत्र वाक्य से हमारे ऋषि-मुनियों ने बताया है कि विश्व में किस तरह से सुख और शान्ति से रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमने प्रकृति का शोषण कर प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ दिया है। समझदारी के साथ संसाधनों का दोहन करना ही इस सृष्टि की रक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि आज सुजलाम कॉन्फ्रेंस में जल तत्व के बारे में जो विचार एवं कार्य-योजना बनेगी, उसी पर राज्य सरकार कार्य करेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर हमने जल-संरक्षण का प्रयास किया है और विगत वर्षों में 4 लाख से अधिक जल संरचनाएँ तैयार की गई हैं। प्रदेश की जनअभियान परिषद ने 313 नदियों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने आहवान किया कि पानी का संतुलित उपयोग करें, पानी को बचायें, आर्गेनिक खेती करें और पर्यावरण को बचायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धरती को बचाना ही होगा, तभी हमारा अस्तित्व बचेगा। पंचभूतों का संतुलन यदि नहीं रहेगा तो धरती का संतुलन बिगड़ जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उज्जैन में जल की पवित्रता पर भारतीय और देशज विमर्श तैयार करने और इसके वैज्ञानिक पहलुओं को विश्व पटल पर रखने के लिये मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित पंच महाभूतों (आकाश, जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी) को समर्पित तीन दिवसीय सुजलाम कॉन्फ्रेंस का उदघाटन कर संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 313 नदियों से एकत्रित किये गये जल को आम के पेड़ पर अर्पित किया गया।

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हमारे देश में सन्तों ने इस सभ्यता को बचाने के लिये अपना सम्पूर्ण जीवन दे दिया है। देश में पेड़-पौधों तक की रक्षा के लिये धर्म का बंधन लगाया गया है। जिस देश में जल को जगदीश मानने की परम्परा थी, उस देश में ही आज जल-स्त्रोत सर्वाधिक प्रदूषित हैं। हमें अब इस पर विचार करना चाहिये कि वर्ष 2050 में हम अपने लोगों को अन्न और जल की उपलब्धता कैसे करवायेंगे। श्री शेखावत ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि पंचभूतों की अवधारणा हमारे देश में विकसित हुई। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे अभियान से मात्र 5 वर्षों में सम्पूर्ण गंगा नदी के पानी को स्नान योग्य बना दिया गया है। आने वाले समय में सभी के लिए जल की निर्बाध उपलब्धता हमारी सबसे बड़ी चुनौती है।

स्वामी कागसिद्धदेश्वर महाराज ने कहा कि पंच महाभूत रहेंगे तभी जीव का शरीर सुरक्षित रहेगा। जब तक संतुलन स्थापित नहीं होगा, सृष्टि का कार्य सुचारू रूप से नहीं चलेगा। हम पंच महाभूत को ही भगवान मानते आये हैं। स्वामीजी ने कहा कि आज स्थिति बदल गई है। एक किलो अन्न ग्रहण करने पर 27 मिलीग्राम जहर हमारे शरीर में जा रहा है। अलग-अलग प्रकार से मिट्टी प्रदूषित हो रही है। पानी में भी अत्यधिक प्रदूषण फैल गया है। उन्होंने कहा कि पहले मिट्टी की पूजा की जाती थी, जल की पूजा की जाती थी, जल को कुंभ में रखकर अभिषेक किया जाता था। वर्तमान में मनुष्य जैसे-जैसे बुद्धिमान हुआ, वैसे-वैसे संसाधनों का दुरूपयोग शुरू हुआ और हमारे संसाधन दूषित होते गये। आज हम एक हजार फीट नीचे जाकर पानी निकाल रहे हैं। इसी दोहन ने हमारे पंच महाभूत तत्वों में असंतुलन पैदा कर दिया है। इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ियाँ भोगेंगी। स्वामीजी ने कहा कि पंच महाभूतों के असंतुलन को ठीक करने का दायित्व हमारा ही है और हमें इसे पूरा करना ही होगा।

पूर्व सरसंघ संचालक श्री भैय्याजी जोशी ने कहा कि पंच महाभूत का उपयोग दुनिया के अन्य देश में नहीं किया जाता। हमारे यहाँ के महापुरूषों, सन्तों ने इस शब्द का उपयोग शक्ति के रूप में किया है। हमारा शरीर 5 तत्वों से मिल कर बना है। पंच महाभूत वैश्विक है। भारतीय चिन्तन की विशेषता रही है कि सृष्टि, वन, जड़, चेतन का निर्माण पंच महाभूतों से ही हुआ है। आज हमें पंच महाभूतों के असंतुलन पर विचार क्यों करना पड़ रहा है, यह सोचनीय है। भारत को पुण्य-भूमि और देव-भूमि कहा गया है। क्या हम इस गौरव को बनाये रख पायेंगे। भारत की भूमि को सुरक्षित करने का निर्णय भी ईश्वर ने ही लिया है। इसके तीन ओर समुद्र और ऊपर की ओर हिमालय इसकी रक्षा कर रहे हैं। एक समय था जब भारत बंजर भूमि हो चुका था। पीने और कृषि के लिये पानी नहीं था, उस समय भागीरथ ने गंगा लाकर इस धरती का कल्याण किया था। श्री जोशी ने कहा कि विकास के जो मापदण्ड पश्चिम ने तय किये हैं, हम आज उनसे सहमत नहीं हैं। विकास की बड़ी कीमत हम चुका रहे हैं। विकास का यह मॉडल हमें मृत्यु की ओर ले जाता है। ऐसे विकास को लेकर हम कहाँ जायेंगे। हमारे सारे पर्व पर्यावरण की रक्षा के लिये हैं। जिस नदी को हम माँ मानते हैं, उस नदी को हम प्रदूषित करने का पाप भी करते हैं। हमें यह तय करना है कि हम पंच महाभूतों के साथ समन्वय कर जीना चाहते हैं या संघर्ष कर जीना चाहते हैं। हमारे सन्तों ने ग्रंथों में प्रकृति से समन्वय कर जीवन जीने का सन्देश दिया है। हमें हर हाल में पर्यावरण केन्द्रित जीवन पद्धति को पुनर्स्थापित होगा।

अतिथियों ने ‘सुमंगली’ पुस्तक का विमोचन भी किया। पुस्तक का सम्पादन महर्षि पाणिनी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय कुमार जे एवं श्री आनन्दीलाल जोशी ने किया है। दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा निर्मित जल पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। आरम्भ में सुजलाम कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अतुल जैन ने प्रस्तुत की। जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय ने आभार माना। दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अतुल जैन, कुलपति केन्द्रीय काशी विश्वविद्यालय इंफाल कार्याध्यक्ष डॉ. अनुपम मिश्रा, जन-अभियान परिषद के उपाध्याक्ष एवं श्री जितेन्द्र जामदार मंचासीन थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायकगण और जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

Business Idea : आप घर बैठे लाखों रुपए में कर सकते हैं कमाई, 5 लाख में शुरू कर ये बिजनेस

Business Idea : आप घर बैठे लाखों रुपए में कर सकते हैं कमाई, 5 लाख में शुरू कर ये बिजनेस
Bread Manufacturing : अगर आप भी ऐसा कोई बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं और चाहते हैं कि उसकी डिमांड कभी कम न हो, तो यह कारोबार शुरू कर सकते हैं.

Bread Manufacturing For Good Income : अगर आप घर बैठे अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आप अपने बजट में आसानी से ब्रेड मैन्युफैक्चरिंग का बिजनेस शुरू कर सकते हैं. इसे शुरू करने के आपको ज्यादा पैसे खर्च भी नहीं करने पड़ेंगे. आज के समय में ज्यादातर लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करने को बड़ा जोखिम मान लेते हैं और नौकरी करते ही रह जाते हैं. इसकी एक बड़ी वजह बिजनेस के सफल न होने का डर है. हालांकि अपना बिजनेस शुरू करने में रिस्क होता है लेकिन इसके बिना ज्यादा पैसे कमाना भी सम्भव नहीं है. अगर आप भी ऐसा कोई बिजनेस शुरू (Business Start) करने का प्लान बना रहे हैं और चाहते हैं कि उसकी डिमांड कभी कम न हो, तो यह कारोबार शुरू कर सकते हैं.

बता दें कि सालभर डिमांड में रहने वाला ब्रेड मैन्युफैक्चरिंग का बिजनेस है. इस बिजनेस को शुरू करने में लागत बहुत ज्यादा नहीं आती है और इससे कमाई भी तुरंत शुरू हो जाती है. आजकल शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक में रहने वाले सभी लोग ब्रेड उपयोग करते हैं. ऐसे में आपके इस बिजनेस में मंदी कभी नहीं आने वाली है. इसलिए आप अच्छी कमाई के लिए इस बिजनेस शुरू कर सकते हैं.

ब्रेड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए आपको फेक्ट्री लगाने के लिए जगह, ब्रेड बनाने की मशीन, बिजली बैकअप, पानी की सुविधा और काम करने वाले मजदूरों की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा आपको बिजनेस शुरू करने से पहले इसका मार्केट में जगह बनाने के लिए बिजनेस प्लान तैयार करना होगा. अगर आप छोटे स्तर पर इसे शुरू करते हैं तो आपको इसमें कम से कम 5 लाख रुपये तक का निवेश करना होगा.
FSSAI से लेना होगा लाइसेंस

ब्रेड बनाने का काम खाने-पीने से जुड़ा हुआ है इसलिए आपको ब्रेड मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने से पहले इसका रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आपको FSSAI की ओर से यह बिजनेस चलाने के लिए लाइसेंस भी लेना होगा. लाइसेंस मिलने के बाद आप ब्रेड को मार्केट में बेच सकते हैं. जिससे आपकी कमाई शुरू हो जाएगी.
लाखों रुपए में होगी कमाई

ब्रेड की मौजूदा कीमत के हिसाब से देखा जाए तो मार्केट में एक पैकेट 40 रुपए से लेकर 60 रुपए तक बिकता है. वहीं अगर इसकी लागत को देखा जाए तो इसमें काफी कम खर्च आता है. आप जैसे-जैसे बिजनेस को बड़ा करेंगे वैसे-वैसे प्रति पैकेट लागत और भी कम होती जाएगी. वर्तमान में मार्केट में इसकी काफी डिमांड है और लगातार मांग बढ़ते जा रही है. ऐसे में इस बिजनेस से आप हर महीने लाखों रुपये की कमाईकरसकतेहैं.

बढ़ती महंगाई का गरीबों पर नहीं होगा असर, ‘न्यूनतम मजदूरी’ के लिए सरकार का नया कदम

बढ़ती महंगाई का गरीबों पर नहीं होगा असर, ‘न्यूनतम मजदूरी’ के लिए सरकार का नया कदम

भारत में गरीबी नापने का पैमाना ‘गरीबी रेखा’ को माना जाता है. पर बहुत जल्द ऐसा हो सकता है, जब देश के करोड़ों लोग इस गरीबी रेखा की सीमा से बाहर आ जाएंगे. सरकार एक ऐसी योजना पर काम कर रही है, जो गरीबों के लिए फायदेमंद हो सकता है.


सरकार ने 2030 तक देश से अत्यंत गरीबी को मिटाने का टारगेट रखा है.

भारत में अभी लोगों का मेहनताना अभी सरकार के ‘न्यूनतम मजदूरी’ के नियम कायदों से तय होता है. पर इस व्यवस्था में बहुत जल्द बदलाव हो सकता है. सरकार का ये फैसला देश के करोड़ों लोगों को गरीबी रेखा के दायरे से बाहर निकालने वाला होगा. वैसे भी सरकार ने सतत विकास लक्ष्यों के तहत 2030 तक देश से अत्यंत गरीबी को मिटाने का टारगेट रखा है. तो क्या बदलाव करने जा रही है सरकार?

ईटी की एक खबर के मुताबिक सरकार अब मिनिमम वेजेस यानी न्यूनतम मेहनताने की जगह लिविंग वेजेस की व्यवस्था लागू करने पर विचार कर रही है. इसका मतलब ये हुआ कि देश में अब लोगों को न्यूनतम मजदूरी की जगह इतनी मजदूरी मिलेगी जो उनके जीवन जीने लायक सही हो. क्या हैं इसके मायने…
लिविंग वेजेस का क्या है मतलब

लिविंग वेजेस का मतलब श्रमिकों की उतनी न्यूनतम आय होना है, जिससे वो अपनी सामान्य जरूरतों को पूरा कर सकें. जबकि न्यूनतम मजदूरी किसी श्रमिक की प्रोडक्टिविटी और स्किल पर निर्भर करती है.

न्यूनतम मजदूरी को जहां सरकार कानून बनाकर तय करती है, वहीं लिविंग वेजेस जीवन जीने की औसत लागत के हिसाब से तय की जाती है. यानी जगह और शहर के हिसाब से न्यूनतम मजदूरी के मुकाबले लिविंग वेजेस में 10 से 25 प्रतिशत तक का अंतर आ सकता है.
महंगाई का भी नहीं होगा असर

इतना ही नहीं, रिपोर्ट की मानें तो सरकार लिविंग वेजेस को महंगाई के इंडेक्स से लिंक करने की भी योजना बना रही है. ताकि बढ़ती महंगाई का असर श्रमिकों के रोजमर्रा के जीवन पर ना पड़े. श्रम मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र के हवाले से खबर में कहा गया है कि अभी इस नई व्यवस्था के लाभ और नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

साथ ही इसका देश के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य पर क्या असर पड़ेगा, इस बारे में भी विचार किया जा रहा है. हालांकि अगर सरकार ये व्यवस्था लागू करती है, तो देश के करोड़ों गरीबों की गरीबी दूर होगी. वहीं इसका भारी बोझ इंडिया के कॉरपोरेट सेक्टर पर भी पड़ने की संभावना है.

‘तेरी बाहों से..’- ‘रामायण’ की सीता का ऐसा वीडियो देख भड़के लोग, बोले- इज्जत रास नहीं आ रही

‘तेरी बाहों से..’- ‘रामायण’ की सीता का ऐसा वीडियो देख भड़के लोग, बोले- इज्जत रास नहीं आ रही
धारावाहिक रामायण में सीता का किरदार अदा करने वाली दीपिका चिखलिया को डांस वाला वीडियो शेयर करना भारी पड़ गया है. उन्हें इंस्टा पर ट्रोल होना पड़ा है.

: रामानंद सागर के टीवी धारावाहिक ‘रामायण‘ को प्रासारित हुए सालों बीत गए, लेकिन इस सीरियल के किरदारों को लोग आज भी भगवान का दर्जा देते हैं. रामानंद सागर की रामायण में मां सीता का रोल दीपिका चिखलिया ने निभाया था. लोगों से उन्हें खूब प्यार और सम्मान मिलता है, लेकिन बीते दिनों दीपिका अपने एक वीडियो के कारण लोगों के निशाने पर आ गईं.
दीपिका चिखलिया ने इंस्टाग्राम पर एक रील्स शेयर किया, जिसमें वो ‘ओ मेरे शोना रे’ गाने पर डांस करती हुईं नज़र आ रही हैं. डांस के दौरान उन्होंने क्रीम कलर का शरार पहना हुआ है और कानों मे बड़ा सा झुमका भी दिखाई दे रहा है. दीपिका का ओवरऑल लुक बेहद सिंपल और देसी ही था. लेकिन सीरियल मां सीता का रोल निभाने वाली दीपिका को ऐसे गाने पर डांस करना भारी पड़ गया और लोग उन्हें नसीहतें देने लगें.

लोगों ने किए ऐसे ऐसे कमेंट

ट्रोल्स वीडियो के आते ही पीछे पड़ गए. एक यूजर ने लिखा, “हे माते, काहे अपनी सम्मानित छवि बदल रही हैं ढलती उम्र में?.” एक यूज़र ने दीपिका को अरुण गोविल जिन्होंने सीरियल में राम का किरदार निभाया था, उनसे सीखने की सलाह दे दी और लिखा, “लगता है आपको सीता माता के अभिनय के जरिए जो गरिमा प्राप्त हुई है वो रास नहीं हा रहा. अरुण गोविल जी से कुछ सीखिए. ये सबके वजह से जो आपको हाथ जोड़कर संबोधित करते हैं, वो भी हाय हेल्लो में उतर जाएंगे.”

लोग यहीं नहीं रुके. एक ने कमेंट किया, “ढलती उम्र में छवि खराब कर रही हैं. इतना सम्मान मिला देश से, कम पड़ा आपको.” एक ने लिखा, “दीपका जी आपमें सभी को सीता मां का रूप दिखता है. आप ऐसा न करें.” हालांकि कुछ लोग दीपिका का सपोर्ट करते भी दिखे. एक यूज़र ने लिखा, “ये उनकी अपनी पसंद है.”
सपोर्ट में भी किए गए कमेंट

एक यूज़र ने ट्रोल्स की क्लास लगाते हुए लिखा, “इन्होंने बोला था आपको कि इनको माता माना जाए. इनको रिसपेक्ट चाहिए, इन्होंने अपना काम किया सिर्फ…जिसको एक्टिंग कहते हैं. आपको अच्छी लगी अच्छी बात है. इनकी लाइफ है इनकी सोच है इनकी आजादी है…आप क्या करते हैं लाइफ में इन्होंने कभी टोका है?”

Vikrant Singh Video: पत्नी मोनालिसा को छोड़ इस एक्ट्रेस के साथ गोवा में मस्ती करते दिखे विक्रांत सिंह

Vikrant Singh Video: पत्नी मोनालिसा को छोड़ इस एक्ट्रेस के साथ गोवा में मस्ती करते दिखे विक्रांत सिंह

Bhojpuri New Song: भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा को छोड़ उनके पति विक्रांत सिंह इन दिनों आकांक्षा दुबे के साथ इश्क लड़ा रहे हैं. गोवा में बीच पर मस्ती करते हुए उनका ये वीडियो वायरल हो रहा है. देखिए.

Vikrant Singh New Music  अपनी अदाओं से सभी को दीवाना बनाने वाली भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा के पति विक्रांत सिंह इन दिनों किसी और के साथ इश्क लड़ा रहे हैं. मोनालिसा के पति एक्टर विक्रांत सिंह राजपूत का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो अपनी पत्नी को छोड़ दूसरी भोजपुरी एक्ट्रेस संग बीच पर मस्ती कर रहे हैं. विक्रांत एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे के साथ बीच पर जमकर इंजॉय कर रहे हैं. हालांकि फैंस को विक्रांत और आकांक्षा दुबे की बोल्ड कैमिस्ट्री काफी पसंद आ रही है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मोनालिसा को छोड़ इस एक्ट्रेस से इश्क लड़ा रहे हैं पति

अरे-अरे आप परेशान मत हो. विक्रांत ऐसा रियल में नहीं बल्कि एक म्यूजिक वीडियो के दौरान कर रहे हैं. विक्रांत सिंह का एक नया म्यूजिक वीडियो राजा हमका भी गोवा घुमाई दा रिलीज हुआ है. जिसमें वो एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे के साथ गोवा वाले बीच पर रोमांस कर रहे हैं. विक्रांत और आकांक्षा का ये गाना दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है.

विक्रांत सिंह का नया म्यूजिक वीडियो वायरल

इस गाने को मिनी लाइव भोजपुरी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से रिलीज किया गया है. अपने नए गाने राजा हमका भी गोवा घुमाई दा में विक्रांत बीच पर आकांक्षा दुबे के साथ मस्ती कर रहे हैं. आपको बता दें ये जोड़ी पहले भी साथ नजर आ चुकी है. इस गाने में भी दोनों कमाल के लग रहे हैं. शॉर्ट्स और ब्रालेट में आकांक्षा काफी हॉट लग रही हैं.

2023 में कई फिल्मों में दिखेंगे विक्रांत सिंह

भोजपुरी में ये एक नए फ्लेवर और कलेवर का गाना है. इस गाने को शिल्पी राज ने गया है और लिरिक्स और म्यूजिक विकास मिश्रा के हैं. विक्रांत सिंह के इस गाने के अलावा अगले साल उनकी कई धमाकेदार फिल्में आने वाली हैं, जिसमें दाग: एगो लांछन, फनमौजी और रेस जैसी फिल्में शामिल हैं.

रमीज राजा ने तोड़ी हदें, कहा- पाकिस्तान से हार के बाद टीम इंडिया में तोड़फोड़ हुई

रमीज राजा जब से पीसीबी चेयरमैन पद से हटे हैं वो अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं. पाकिस्तानी चैनल पर अब उन्होंने भारत के खिलाफ ऐसी बात कही है जिसे सुनकर लोग माथा पकड़ लेंगे.


रमीज राजा ने की टीम इंडिया के खिलाफ बयानबाजी

रमीज राजा को जब से पीसीबी चेयरमैन पद से बर्खास्त किया गया है उनके तेवर कुछ बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान का ये पूर्व कप्तान ऐसे बयान दे रहा है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो रहा है. रमीज राजा ने अब दावा किया है कि पाकिस्तान से हार के बाद ही भारतीय टीम में तोड़फोड़ हुई है. रमीज राजा ने दावा किया कि पाकिस्तान की जीत बीसीसीआई को हजम नहीं हुई इसलिए उन्होंने अपने चीफ सेलेक्टर, सेलेक्शन कमेटी और कप्तान ही बदल डाला.
रमीज राजा ने सुनो टीवी से बातचीत में कहा, ‘पाकिस्तान ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया. हमने एशिया कप का फाइनल खेला, भारत को नहीं खेल पाया. भारत एक अरबों की डॉलर वाली इंडस्ट्री है जो हमसे पीछे रह गया. तोड़फोड़ हुई, उन्होंने अपना चीफ सेलेक्टर, सेलेक्शन कमेटी बदल दी. कप्तान बदल दिए क्योंकि उनको हजम नहीं हुआ कि पाकिस्तान उनसे कैसे आगे निकल गया.’
रमीज राजा बोले-मेरे साथ नाइंसाफी हुई

रमीज राजा ने कहा कि उनके साथ पाकिस्तान में नाइंसाफी हुई है. उन्होंने कहा, ‘मुझे निकालना कुछ इस तरह है जैसे फ्रांस ने फाइनल खेलने के बावजूद अपने पूरे बोर्ड को निकाल दिया.’ रमीज राजा ने ये भी दावा किया कि उन्होंने कप्तान बाबर आजम को मजबूत बनाया. रमीज राजा ने कहा, ‘मैंने टीम को एक रखने की पूरी कोशिश की. मैंने बाबर आजम को सशक्त बनाया. क्रिकेट उन बहुत कम स्पोर्ट्स में से एक है जहां कप्तानी जरूरी है. अगर आपका कप्तान मजबूत है तो नतीजे आपको मिलते हैं. और हमने नतीजे दिए हैं.’
रमीज राजा भारत को दिखा रहे हैं आंखें

बता दें रमीज राजा जब पीसीबी चेयरमैन थे तब भी वो बीसीसीआई को आंखें दिखा रहे थे. भारत ने जब एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया तो रमीज राजा ने धमकी दी कि पाकिस्तान भी वर्ल्ड कप खेलने भारत नहीं जाएगा. रमीज राजा अपने इस बयान के कुछ ही दिनों बाद बैकफुट पर भी आ गए.

हालांकि इन सब बयानबाजियों के बीच पीसीबी में तख्तापलट हो गया. रमीज राजा की जगह नजम सेठी ने ले ली और उनके सभी फैसलों को रोक भी दिया. रमीज राजा पर कई खिलाड़ियों ने आरोप लगाए कि वो सिर्फ अपनी चलाते थे. वहाब रियाज ने तो यहां तक दावा कर दिया कि रमीज राजा के जाने से पीसीबी के अधिकारी भी बहुत खुश हैं.

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया विभूतियों को नमन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास सभा कक्ष में वरिष्ठ नेता स्व. श्री कुशाभाऊ ठाकरे, पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री सुंदरलाल पटवा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. श्री अरूण जेटली के चित्रों पर माल्यार्पण कर नमन किया।

आज स्व. श्री कुशाभाऊ ठाकरे और स्व.श्री सुंदरलाल पटवा की पुण्य-तिथि एवं स्व. श्री अरूण जेटली की जयंती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीनों विभूतियों के योगदान का स्मरण भी किया।

हमने प्रकृति का शोषण किया है, समझदारी से दोहन करना होगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

हमने प्रकृति का शोषण किया है, समझदारी से दोहन करना होगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

पानी का संतुलित उपयोग करें सरकार का ही नहीं, सभी का दायित्व है
मुख्यमंत्री श्री चौहान उज्जैन में जल आधारित “सुजलाम” कॉन्फ्रेंस में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारतीय संस्कृति एकात्मतावादी है। विश्व में जब कई सभ्यताएँ मिट रही थी, तब हमारे देश में वेदों की ऋचाएँ रची जा रही थी। वसुधैव कुटुंबकम हमारी धरती से ही उपजा है। सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया के सूत्र वाक्य से हमारे ऋषि-मुनियों ने बताया है कि विश्व में किस तरह से सुख और शान्ति से रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमने प्रकृति का शोषण कर प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ दिया है। समझदारी के साथ संसाधनों का दोहन करना ही इस सृष्टि की रक्षा करेगा। उन्होंने कहा कि आज सुजलाम कॉन्फ्रेंस में जल तत्व के बारे में जो विचार एवं कार्य-योजना बनेगी, उसी पर राज्य सरकार कार्य करेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर हमने जल-संरक्षण का प्रयास किया है और विगत वर्षों में 4 लाख से अधिक जल संरचनाएँ तैयार की गई हैं। प्रदेश की जनअभियान परिषद ने 313 नदियों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री ने आहवान किया कि पानी का संतुलित उपयोग करें, पानी को बचायें, आर्गेनिक खेती करें और पर्यावरण को बचायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धरती को बचाना ही होगा, तभी हमारा अस्तित्व बचेगा। पंचभूतों का संतुलन यदि नहीं रहेगा तो धरती का संतुलन बिगड़ जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उज्जैन में जल की पवित्रता पर भारतीय और देशज विमर्श तैयार करने और इसके वैज्ञानिक पहलुओं को विश्व पटल पर रखने के लिये मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित पंच महाभूतों (आकाश, जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी) को समर्पित तीन दिवसीय सुजलाम कॉन्फ्रेंस का उदघाटन कर संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में 313 नदियों से एकत्रित किये गये जल को आम के पेड़ पर अर्पित किया गया।

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हमारे देश में सन्तों ने इस सभ्यता को बचाने के लिये अपना सम्पूर्ण जीवन दे दिया है। देश में पेड़-पौधों तक की रक्षा के लिये धर्म का बंधन लगाया गया है। जिस देश में जल को जगदीश मानने की परम्परा थी, उस देश में ही आज जल-स्त्रोत सर्वाधिक प्रदूषित हैं। हमें अब इस पर विचार करना चाहिये कि वर्ष 2050 में हम अपने लोगों को अन्न और जल की उपलब्धता कैसे करवायेंगे। श्री शेखावत ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं कि पंचभूतों की अवधारणा हमारे देश में विकसित हुई। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे अभियान से मात्र 5 वर्षों में सम्पूर्ण गंगा नदी के पानी को स्नान योग्य बना दिया गया है। आने वाले समय में सभी के लिए जल की निर्बाध उपलब्धता हमारी सबसे बड़ी चुनौती है।

स्वामी कागसिद्धदेश्वर महाराज ने कहा कि पंच महाभूत रहेंगे तभी जीव का शरीर सुरक्षित रहेगा। जब तक संतुलन स्थापित नहीं होगा, सृष्टि का कार्य सुचारू रूप से नहीं चलेगा। हम पंच महाभूत को ही भगवान मानते आये हैं। स्वामीजी ने कहा कि आज स्थिति बदल गई है। एक किलो अन्न ग्रहण करने पर 27 मिलीग्राम जहर हमारे शरीर में जा रहा है। अलग-अलग प्रकार से मिट्टी प्रदूषित हो रही है। पानी में भी अत्यधिक प्रदूषण फैल गया है। उन्होंने कहा कि पहले मिट्टी की पूजा की जाती थी, जल की पूजा की जाती थी, जल को कुंभ में रखकर अभिषेक किया जाता था। वर्तमान में मनुष्य जैसे-जैसे बुद्धिमान हुआ, वैसे-वैसे संसाधनों का दुरूपयोग शुरू हुआ और हमारे संसाधन दूषित होते गये। आज हम एक हजार फीट नीचे जाकर पानी निकाल रहे हैं। इसी दोहन ने हमारे पंच महाभूत तत्वों में असंतुलन पैदा कर दिया है। इसका खामियाजा आने वाली पीढ़ियाँ भोगेंगी। स्वामीजी ने कहा कि पंच महाभूतों के असंतुलन को ठीक करने का दायित्व हमारा ही है और हमें इसे पूरा करना ही होगा।

पूर्व सरसंघ संचालक श्री भैय्याजी जोशी ने कहा कि पंच महाभूत का उपयोग दुनिया के अन्य देश में नहीं किया जाता। हमारे यहाँ के महापुरूषों, सन्तों ने इस शब्द का उपयोग शक्ति के रूप में किया है। हमारा शरीर 5 तत्वों से मिल कर बना है। पंच महाभूत वैश्विक है। भारतीय चिन्तन की विशेषता रही है कि सृष्टि, वन, जड़, चेतन का निर्माण पंच महाभूतों से ही हुआ है। आज हमें पंच महाभूतों के असंतुलन पर विचार क्यों करना पड़ रहा है, यह सोचनीय है। भारत को पुण्य-भूमि और देव-भूमि कहा गया है। क्या हम इस गौरव को बनाये रख पायेंगे। भारत की भूमि को सुरक्षित करने का निर्णय भी ईश्वर ने ही लिया है। इसके तीन ओर समुद्र और ऊपर की ओर हिमालय इसकी रक्षा कर रहे हैं। एक समय था जब भारत बंजर भूमि हो चुका था। पीने और कृषि के लिये पानी नहीं था, उस समय भागीरथ ने गंगा लाकर इस धरती का कल्याण किया था। श्री जोशी ने कहा कि विकास के जो मापदण्ड पश्चिम ने तय किये हैं, हम आज उनसे सहमत नहीं हैं। विकास की बड़ी कीमत हम चुका रहे हैं। विकास का यह मॉडल हमें मृत्यु की ओर ले जाता है। ऐसे विकास को लेकर हम कहाँ जायेंगे। हमारे सारे पर्व पर्यावरण की रक्षा के लिये हैं। जिस नदी को हम माँ मानते हैं, उस नदी को हम प्रदूषित करने का पाप भी करते हैं। हमें यह तय करना है कि हम पंच महाभूतों के साथ समन्वय कर जीना चाहते हैं या संघर्ष कर जीना चाहते हैं। हमारे सन्तों ने ग्रंथों में प्रकृति से समन्वय कर जीवन जीने का सन्देश दिया है। हमें हर हाल में पर्यावरण केन्द्रित जीवन पद्धति को पुनर्स्थापित होगा।

अतिथियों ने ‘सुमंगली’ पुस्तक का विमोचन भी किया। पुस्तक का सम्पादन महर्षि पाणिनी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय कुमार जे एवं श्री आनन्दीलाल जोशी ने किया है। दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा निर्मित जल पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। आरम्भ में सुजलाम कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अतुल जैन ने प्रस्तुत की। जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय ने आभार माना। दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव श्री अतुल जैन, कुलपति केन्द्रीय काशी विश्वविद्यालय इंफाल कार्याध्यक्ष डॉ. अनुपम मिश्रा, जन-अभियान परिषद के उपाध्याक्ष एवं श्री जितेन्द्र जामदार मंचासीन थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायकगण और जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

राज्य सरकार की योजनाओं से गरीबों के घर में हो  रहा है अंजोर: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भेंट-मुलाकात में बेमेतरा विधानसभा के कठिया (रांका) गांव पहुंचे, की अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं

ग्राम पंचायत कुसमी को नगर पंचायत बनाया जायेगा

कुसमी और रांका कठिया में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू होगा
जेवरा -अर्जुनी- बोरिया मार्ग के उन्नयन एवं नवीनीकरण की घोषणा
ग्राम रांका – कठिया में सामुदायिक भवन, हायर सेकेण्डरी स्कूल के भवन निर्माण और चना घेघरी घाट की स्वीकृति की घोषणा

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बेमेतरा विधानसभा के विकासखंड बेरला के ग्राम कठिया (रांका) में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आम जनता को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से गरीबों के घर में अंजोर हो रहा है। गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, हाट बाजार क्लिनिक योजना से आम लोगों को लाभ हो रहा है। श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य आम आदमी के आय में वृद्धि करना है। योजनाएं इसी उदेश्य को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेलमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री बघेल भेंट-मुलाकात में जब आम जनता से राज्य सरकार की योजनाओं पर फीडबैक ले रहे थे, तब आनंद गांव की रहने वाली लक्ष्मी बंजारे ने बताया कि उनके समूह जय स्व-सहायता समूह ने गौठान से जुड़कर वर्मी कंपोस्ट जैविक खाद बनाया। जिसे बेचकर अब तक 10 लाख 14 हजार रुपये की आमदनी हुई है। समूह में 10 महिला सदस्य हैं, सभी को एक-एक लाख रुपए की आमदनी हुई है। उन्होंने बताया कि जैविक खाद बेचकर समूह की महिलाएं परिवार और पति को सहयोग कर रही हैं। किसी ने टीवी खरीदी, किसी ने घर बनाने में मदद की, तो किसी ने अपने पति के लिए स्कूटी खरीदी है। इसे सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं से गरीब के घर में अंजोर हो रहा है। भेंट-मुलाकात में आनंद गांव की रहने वाली 65 वर्षीय किमीना बंजारे ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट बेचकर उन्होंने अपने पति के लिए मोटरसाइकिल खरीदी है और घर के लिए टीवी भी खरीदी है। उनकी बात सुनकर मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए अनेक घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कुसमी को नगर पंचायत बनाया जायेगा मुख्यमंत्री ने कुसमी और रांका कठिया में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू करने, जेवरा-अर्जुनी- बोरिया मार्ग का उन्नयन एवं नवीनीकरण करने तथा चौड़ीकरण कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति देने, ग्राम रांका – कठिया में सामुदायिक भवन के निर्माण, ग्राम रांका- कठिया में हायर सेकेण्डरी स्कूल के भवन निर्माण और चना घेघरी घाट को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात में अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा आम जनता के हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। गौ-वंश के संरक्षण के लिए भी योजना बनाई गई है। किसान, आदिवासी तबके के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना सरकार का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी वर्गों के लोगों को भरपेट भोजन का अधिकार मिल सके इसलिए सर्वभौम पीडीएस योजना बनाई गई है। हमारा पहला काम किसानों की ऋण माफी का था, जिसमें 19 लाख किसानों का ऋण माफ हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अन्नदाता किसान के साथ है। हमारी सरकार ने किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू की। किसानों को इसकी चौथी किस्त 31 मार्च को मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को धान का मूल्य सबसे ज्यादा दे रही है। वादा 25 सौ का था लेकिन समर्थन मूल्य और इनपुट सब्सिडी को मिलाकर हम किसानों को 2640 और 2660 रुपए प्रति क्विंटल दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए धान खरीदी को आसान बनाया गया है। ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की गई हैं। मुख्यमंत्री ने इसके पहले भेंट-मुलाकात स्थल पर छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित कर एवं राज्यगीत के साथ भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री के साथ मंच में विधायक श्री आशीष छाबड़ा सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
भेंट-मुलाकात के दौरान किसान खेदूराम ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी 25 एकड़ जमीन है। उन्होंने समर्थन मूल्य पर धान बेचा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ उन्हें मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वे राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथे किश्त का इंतजार कर रहे हैं। किसान खेदू राम ने बताया कि वह जैविक खेती करते हैं, इसके लिए घर की बाड़ी में ही जैविक खाद बनाते हैं। उनका सपना जैविक फसल को विदेश में बेचने का है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि धान के बदले अन्य फसल लेने पर किसान को राजीव गांधी  किसान न्याय योजना के तहत आदान सहायता राशि प्रति एकड़ 10 हजार रुपए दी जाती है। इसके लिए किसान को फसल परिवर्तन की जानकारी देनी होती है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
भेंट-मुलाकात में ग्राम चेटवा निवासी किसान देरहा राम ने बताया कि किसान कल्याण के लिए बनाई सभी योजनाएं अच्छी हैं। मेरे पास 2.50 एकड़ की जमीन है, इस पर लिया हुआ कर्ज माफ हो गया है। कठिया की रहने वाली श्रीमती यमुना ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका राशन कार्ड नहीं बना है। अपने मायके में ही आवास और राशन कार्ड बनवाना चाहती हैं। उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री ने पहले जगह में राशन कार्ड में दर्ज नाम को काटकर वर्तमान जगह से जोड़ने के निर्देश कलेक्टर को दिए। ग्राम रामपुर की रहने वाली श्रीमती शेष कुमारी देवांगन ने बताया उन्होंने 37 हजार रुपए का गोबर बेचकर पायल की खरीदी की है। श्रीमती शेष कुमारी ने योजना को बहुत अच्छी बताया और कहा कि अब गोबर का मोल बढ़ गया है। संतोषी पुरैना ने बताया कि उनका राशन कार्ड बना है। चावल, नमक और शक्कर प्रति माह मिलता है।
भेंट-मुलाकात में हाट बाजार क्लीनिक योजना के लाभार्थी श्री दीनदयाल साहू ने बताया कि योजना से मुफ्त में उनका अच्छा इलाज हुआ है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि राज्य सरकार की डॉ.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना है। इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक इलाज करा सकते हैं। राजीव युवा मितान क्लब के श्री रूपलाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके क्लब में 28 सदस्य हैं। वे सभी सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।

राहुल ने 1-2 बार नहीं पूरे 113 बार तोड़ा सुरक्षा घेरा, CRPF की कांग्रेस को दो टूक

सीआरपीएफ ने कहा कि दिल्ली में भी इसका पूरी तरह पालन किया गया. सीआरपीएफ ने कहा की सुरक्षा गाइडलाइन का प्रोटेक्टी राहुल गांधी ने खुद ही कई बार उल्लंघन किया.


राहुल गांधी ने 111 बार किया नियमों का उल्लंघन, CRPF ने कांग्रेस नेता को दिया जवाब

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल पर CRPF ने जवाब दिया है. अर्धसैनिक बल ने दो टूक कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरे 113 बार सुरक्षा घेरा तोड़ा है. दरअसल राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने सवाल उठाया था. केसी वेणुगोपाल के सवालों का अब सीआरपीएफ ने जवाब दिया है.

सीआरपीएफ ने अपने जवाब में कहा की प्रोटेक्टी को मानक के हिसाब से पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है. जिन राज्यों से वह गुजर रहे हैं उन राज्यों की भी सुरक्षा व्यवस्था को पहले से ही चाकचौबंद किया जा रहा है. दिल्ली में भी इसका पूरी तरह पालन किया गया. सुरक्षा गाइडलाइन का प्रोटेक्टी राहुल गांधी ने खुद ही कई बार उल्लंघन किया. अर्धसैनिक बल ने कहा कि राहुल गांधी ने 2020 से अबतक 113 बार नियमों उलंघन किया है. सीआरपीएफ की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि राहुल के द्वारा किए गए उल्लंघन के बारे में उनको कई बार सचेत भी किया गया. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी राहुल गांधी ने दिल्ली में सुरक्षा मानकों का कई बार उल्लंघन किया, जिसको सुरक्षा एजेंसी अलग डील कर रही है.
राहुल ने खुद किया नियमों का उल्लंघन- CRPF

सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स ने कहा कि, गृह मंत्रालय द्वारा राज्य सरकारों सहित संबंधित सभी स्टेकहोल्डर्स को खतरे के आकलन के आधार पर सलाह जारी की गई है. बयान में बताया गया है कि सभी यात्रा से पहले सुरक्षा जांच भी की जाती है. सीआरपीएफ ने कहा कि दिल्ली में 24 दिसंबर की यात्रा को लेकर भी एक नोटिफिकेशन जारी किया गया. कांग्रेस नेता को दिए जवाब में सीआरपीएफ ने कहा कि सभी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया गया है, और दिल्ली पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि यात्रा के लिए अधिकारियों की पर्याप्त तैनाती की गई थी.

कांग्रेस ने अमित शाह को लिखी चिट्ठी

कांग्रेस नेता को दिए जवाब में सीआरपीएफ ने कहा कि किसी प्रोटेक्टी के लिए गई सुरक्षा व्यवस्था तभी ठीक ढंग से काम करती है, जब प्रोटेक्टी खुद नियमों का पालन करे. सीआरपीएफ ने बताया कि कई मौकों पर राहुल गांधी ने नियमों का उल्लंघन किया और उन्हें इस बारे में बताया भी गया है. राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में महत्वपूर्ण सुरक्षा उल्लंघनों को चिह्नित करते हुए, कांग्रेस ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया था.अपनी चिट्ठी में, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रवेश के दौरान यात्रा की सुरक्षा से कई बार समझौता किया गया था. राहुल गांधी को Z+ सुरक्षा मिली हुई है.