महाकाल लोक के लोकार्पण के आयोजन की तैयारियों को लेकर मंत्री भूपेन्द्र सिंह लगातार जायजा ले रहे है उन्होंने चर्चा में कहा की लोकार्पण के समय साधु-संत मौजूद रहेंगे। संतों की सूची बनाने का कार्य किया जा
मध्यप्रदेश के उज्जैन में कशी विश्वनाथ से तीन गुना बड़ा नवनिर्मित महाकाल लोक का लोकार्पण का कार्यक्रम भव्य और विशाल होगा होगा। 11 अक्टूबर को भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण करने पहुंचेंगे। यहां विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति के लोक नृत्यों की प्रस्तुति करीब 700 बच्चों के अलग-अलग समूह द्वारा दी जाएगी। यहां से सभा स्थल जाने के दौरान प्रधानमंत्री शिप्रा तट पर पुष्प चढ़ाकर दीप प्रज्वलित करेंगे।उसके बाद आमंत्रित किये गए लोगो की एक सभा को संबोधित करेंगेमोदी करेंगे साधु संतों से करेंगे मुलाकात
महाकाल लोक के लोकार्पण के आयोजन की तैयारियों को लेकर मंत्री भूपेन्द्र सिंह लगातार जायजा ले रहे है उन्होंने चर्चा में कहा की लोकार्पण के समय साधु-संत मौजूद रहेंगे। संतों की सूची बनाने का कार्य किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 25 हजार मंदिरों में एक साथ शिव दीपावली मना कर प्रधानमंत्री की सभा सुनेंगे। इस दिन मंदिरों में दीप और विद्युत रोशनी कर मंदिरों को रोशन करेंगे। वहीं, मंदिरों पर धार्मिक आयोजन भजन-पूजन के कार्यक्रम होंगे। इस दौरान पीएम साधु संतों से मुलाकात भी करेंगे इसके लिए हर घर तक लोकार्पण कार्यक्रम का आमंत्रण पहुंचाकर पीले चावल देकर आमंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर के लिए शहर को सजाया जा रहा है।
महाकाल लोक में 700 कलाकार देंगे प्रस्तुति
महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद जब पीएम महाकाल लोक देखेंगे, उस दौरान करीब 700 कलाकार विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति पर आधारित लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगे।यह कलाकार दिल्ली भोपाल केरल वे अन्य प्रदेशों से आये है संस्कृति विभाग के माध्यम से जनजातीय लोक नृत्यों की प्रस्तुति भी पीएम के समक्ष होगी। इसकी तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है। दिल्ली भोपाल से आये 150 कलाकार शिव स्तुति प्रस्तुत करेंगे ये कलाकार सप्तऋषि प्रतिमा के पास होगा, वही केरल से आये कलाकार सोनू निगम और कैलाश खेर देंगे प्रस्तुति
कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए गायक सोनू निगम और कैलाश खैर की प्रस्तुति होगी। 10 अक्टूबर को सोनू निगम द्वारा भजन एवं देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति की जाएगी।11अक्टूबर को महाकाल गान की प्रस्तुति होगी शिप्रा की आरती को भी भव्य बनाएंगे।
ग्रामीण इलाकों में कार्यक्रम
महाकाल लोक कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने में परिषद के माध्यम से गॉव गांव में त्रिवेणी का रोपण, भजन संध्या, महाआरती व दीपदान, नुक्कड़ नाटक एवं सुंदरकांड पाठ के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जिसके अन्तर्गत विगत दो दिनों में जिले के 253 ग्राम/वार्डों में 138 प्रभात फेरी, 97 सुंदरकांड पाठ, 25 नुक्कड़ नाटक, 128 मंदिरों पर शिव आरती एवं 108 स्थानों पर पौधारोपण, 162 मंदिरों पर हनुमान चालीसा कार्यक्रम किये जा चुके है।
शनिवार को नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मोदी शाम 5.30 बजे आएंगे। वे पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान महाकाल का पूजन-अभिषेक करेंगे। इसके बाद श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करने पहुंचेगे। यहां से सभा स्थल जाने के दौरान प्रधानमंत्री का मार्ग शिप्रा तट के समीप से होने के कारण वे शिप्रा तट पर मां शिप्रा को पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित करेंगे। हालांकि कौन से घाट पर यह आयोजन होगा, यह अभी तय नहीं हुआ है। प्रारंभिक रूप से कार्यक्रम जोड़ा जा रहा है।