पेसा अधिनियम से जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदल जाएगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री ने युवा परिसंवाद में युवाओं को संबोधित कियाT
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पेसा अधिनियम को जमीन पर उतार कर जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। प्रदेश में जल, जंगल, जमीन के लिए लोगों को अधिकार देने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। अनेक जन-कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू कर प्रदेश में लोगों की जिंदगी आसान बनाने के लिए अमूलचूल परिवर्तन हो रहा है। प्रदेश के अधिसूचित क्षेत्रों में पेसा अधिनियम लागू कर लोगों को अधिकार सम्पन्न बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास पर युवा परिसंवाद कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पेसा अधिनियम के विषय में सरलभाषा और विस्तार से युवाओं को जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेसा अधिनियम का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करने के लिए युवाओं से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन पर ग्राम सभा का अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि गांव का पैसा गांव में रहे इसके लिए ग्राम सभा को सशक्त बनाया गया है। ग्राम सभा साल भर के कार्यों की योजना बनाएगी। ग्राम सभा ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। गांव में अगर कोई बाहर से आता है तो उसकी जानकारी भी ग्राम सभा को देना होगी। अधिसूचित गांव में नई शराब और भांग की दुकान खोलने का अधिकार भी ग्राम सभा को होगा। सार्वजनिक स्थानों पर भी ग्राम सभा प्रतिबंध लगा सकती है। गांव में शांति और विवाद निवारण समिति बनेगी। छोटे-मोटे झगड़ों, विवादों के लिए थाने जाने की जरूरत नहीं होगी। पेसा अधिनियम में ऐसे कई प्रावधान हैं। पेसा अधिनियम सामाजिक क्रांति है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवा गांव-गांव जाएं और लोगों को पेसा अधिनियम के बारे में समझाएं। मुझे इसके लिए आप जैसे नौजवानों की जरूरत है। मामा आपके साथ खड़ा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा अधिनियम के क्रियान्वयन में गंभीरतापूवर्क सहयोग करें। सामाजिक क्रांति लाकर हम आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।
कार्यक्रम में डॉ निशांत खरे सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए युवा उपस्थित थे।