भोपाल [ TNN ] प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को देश के समस्त शिक्षकों एवं बच्चों को संबोधित करेंगे। उदबोधन का सीधा प्रसारण दोपहर 3 से 4.45 बजे तक दूरदर्शन, आकाशवाणी, एडुसेट तथा वेबकास्ट आदि संचार माध्यम से किया जाएगा। मध्यप्रदेश में कक्षा 12वीं तक के लगभग एक करोड़ शालेय विद्यार्थी एवं 5 लाख 65 हजार शिक्षक प्रधानमंत्री के उदबोधन को सुनेंगे।
मध्यप्रदेश के विद्यालयों में प्रधानमंत्री के भाषण को विभिन्न माध्यमों से शिक्षकों, विद्यार्थियों और शिक्षा अधिकारियों को सुनवाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों की सुविधा एवं सुरक्षा की दृष्टि से राज्य ने नये निर्देश जारी किये हैं, जिसके अनुसार कक्षा एक से तीसरी तक के बच्चों की उपस्थिति की बाध्यता नहीं होगी। ऐसे विद्यालय, जहाँ विद्यालय परिसर में ही कार्यक्रम को देखने की सुविधा हो, वहाँ कक्षा 4 एवं 5 के विद्यार्थी कार्यक्रम में उपस्थित हो सकेंगे। बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिकूल मौसम/बारिश की स्थिति में स्थानीय-स्तर पर शाला प्रबंधन समिति द्वारा बच्चों की उपस्थिति के संबंध में निर्णय लिया जा सकेगा।
प्रदेश में अनेक स्थान पर संचालित बालिका छात्रावास, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक छात्रावासों के बच्चे अपने छात्रावास में उपलब्ध टी.वी. पर प्रधानमंत्री का उदबोधन सुन सकेंगे। प्रायवेट स्कूलों में भी प्रधानमंत्री के उदबोधन का सीधा प्रसारण शिक्षकों एवं बच्चों को सुनवाने की व्यवस्था की गई है। प्रायवेट स्कूल प्रसारण के संबंध में आवश्यक व्यवस्थाएँ स्वयं करेंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को 5 सितम्बर को स्कूलों का संचालन समय दोपहर का निर्धारित करने के निर्देश पहले दिये जा चुके हैं।
जिला एवं विकासखंड मुख्यालय पर एक्सीलेंस स्कूल एवं चयनित प्रायवेट स्कूलों के ऑडिटोरियम में एल.सी.डी. प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रसारण देखा एवं सुना जायेगा। इन संस्थान में जिला एवं विकासखंड स्तरीय शासकीय एवं अशासकीय हायर सेकेण्डरी, हाई स्कूल एवं माध्यमिक शालाओं के शिक्षक तथा कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थी उपस्थित रहेंगे। जिला मुख्यालयों पर आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक एवं विकासखंड मुख्यालय पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं बी.आर.सी.सी. को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।
एक्सीलेंस स्कूलों में संचालित वर्चुअल कक्षाओं में वेबकास्टिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री का उदबोधन शिक्षक एवं विद्यार्थी सुनेंगे। वहीं अन्य हायर सेकेण्डरी, हाई स्कूल, माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक द्वारा शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के सहयोग से टी.वी. की व्यवस्था कर प्रसारण शिक्षकों और बच्चों को सुलभ करवाया जाएगा। जिन स्कूल में टी.व्ही. की व्यवस्था नहीं होगी वहाँ रेडियो पर भी प्रधानमंत्री का उदबोधन आकाशवाणी केन्द्रों से सुना जाएगा। ग्राम पंचायत मुख्यालय पर, ई-पंचायत के अंतर्गत उपलब्ध टी.वी. पर नजदीकी स्कूलों के बच्चे एवं शिक्षक प्रधानमंत्री का उदबोधन सुनेंगे। यहाँ की व्यवस्थाएँ ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव द्वारा संकुल मुख्यालय के प्राचार्य के माध्यम तथा जन-शिक्षक के सहयोग से की जाएगी।
इसके अलावा शिक्षा विभाग के विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्रों एवं वन विभाग के 52 एडुसेट केन्द्रों तथा वेबकास्ट आदि पर भी प्रसारण की व्यवस्था, प्रशिक्षण संस्थानों, आदिम-जाति कल्याण के स्कूलों तथा वन विभाग द्वारा स्थापित टी.वी. के माध्यम से उपलब्ध होगी। इसमें संस्थान के शिक्षक तथा नजदीकी स्कूलों के बच्चे उपस्थित रहेंगे। अपर मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती ने सभी कलेक्टर्स को प्रसारण के बाद सहभागी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की संख्या तथा की गई व्यवस्थाओं संबंधी प्रतिवेदन राज्य शिक्षा केन्द्र को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये हैं।
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रधानमंत्री का शिक्षकों एवं बच्चों के साथ संवाद को सुनवाने के लिये भोपाल एवं जबलपुर के प्रगत शैक्षिक अध्ययन संस्थान, समस्त शासकीय शिक्षा महाविद्यालय (डाइट), ई.एल.टी.आई. भोपाल, एस.आई.एस.ई. एवं शासकीय मनोविज्ञान एवं संदर्शन महाविद्यालय जबलपुर और शासकीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य को भी निर्देश दिये हैं। निर्देश में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि प्रधानमंत्री के संबोधन का लाईव टेलीकास्ट दूरदर्शन, केबल टी.व्ही. या डिश एन्टीना द्वारा देखा जा सके।