खंडवा– एक बार फिर अन्नदाता के रूप में पहॅचाने जाने वाला किसान फर्जी बीज कंपनियो के चंगुल में फॅसता नजर आ रहा है। इन्दौर की कुछ बीज कंपनियॉ फिर किसानो को अमानक स्तर का बीज मुहैया कराने में जुटी हुई है। फिर किसान नकली बीज खरीद कर ठगा जा सकता है। समय रहते हुये प्रदेश के मुख्यमंत्री किसान पुत्र शिवराजजी चौहान जिले में बैठें जिला प्रशासन के अधिकारी और किसानो के हित में काम करने वाली मंडी प्रशासन को सजग रहने की हिदायत नही देगें तो किसान फिर फर्जी कंपनियों का बीज खरीदी कर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो सकता है। क्योकि इंदौर की बीज कंपनियॉ भीकनगॉव क्षेत्र से प्रतिदिन 4 से 5 ट्रक माल व्यापारियो से सांठगॉठ कर भीकनगॉव मंडी के अधिकारियो से समन्वय बनाकर प्रतिदिन ट्रको से ले जाकर इंदौर के क्षिप्रा बीज प्रक्रिया केन्द्र पर पहुॅचाया जा रहा है।
जिला प्रशासन एवं मंडी प्रशासन के मूकदर्शक बना बैठा है जिसके चलते फिर किसान इन फर्जी बीज कंपनियो के ठगी का शिकार हो सकते है। क्योकि इन फर्जी बीज कंपनियो द्वारा मार्केट से बीज खरीदकर बगैर प्रमाणीकरण कर अमानक स्तर का फर्जी टैग लगाकर दुकानदारो को औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है। जबकि बीज कंपनी द्वारा किसानो को आधार बीज दिया जाकर बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा किसानो का पंजीयन कर प्रमाणीकरण संस्था की देखरेख में किसानो से ही उर्वरक एवं उन्नयन बीज प्राप्त कर प्रमाणीकरण संस्था से प्रमाणित किया जाता है। जबकि इंदौर की कुछ फजी बीज कंपनियॉ फर्जी खरीदी कर फर्जी टैग लगाकर किसानो को बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ फजी बीज कंपनियो के जल्द ही पर्दाफाश होने की संभावना है।
यह है नियम
वैसे तो नियमानुसार बीज कंपनी द्वारा बीज प्रमाणीकरण संस्था से प्रोग्राम पंजीयन करवाकर उनकी देखरेख में बीज तैयार कर जिले के बाहर भेजा जा सकता है। लेकिन इन कंपनियों द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन नही किया जा रहा है।
संभागीय अधिकारी ने प्रोग्राम पंजीयन प्रक्रिया से पल्ला झाड़ा
इंदौर की कुछ बीज कंपनियों द्वारा खंडवा एवं भीकनगॉव क्षेत्र में बीज खरीदी की जा रही है। और किसानो को फिर अमानक स्तर का बीज बाजार में उपलब्ध कराने की तैयारी है। इस गंभीर मसले की खुलासे की वास्तविकता जब सामने आयी जबकि विभाग के संभागीय बीज प्रमाणीकरण अधिकारी से संपर्क किया गया तो इनके द्वारा यह जानकारी दी गई कि भीकनगॉव क्षेत्र में इंदौर की कोई भी बीज कंपनी का प्रोग्राम नही लिया जाता।
वास्तविक तथ्य आये सामने
संभागीय अधिकारी से जानकारी प्राप्त करने के बाद जब यह तो खुलासा हो जाता है कि इनके द्वारा क्षेत्र से बगैर प्रमाणीकरण कर और बगैर मंडी टैक्स अदा किये शासन को राजस्व की चपत लगाते हुये रोजाना 4 से 5 ट्रक माल इंदौर परिवहन किया जा रहा है।
संभागीय और जिला प्रशासन बना मूकदर्शक
नकली बीज कंपनियो के इस हाईप्रोफाईल मामले में संभागीय एवं जिला प्रशासन द्वारा कंपनियो को प्रश्रय देकर कार्रवाई करने से परहेज किया जा रहा है। अब यह सवाल बडा बनता नजर आ रहा है कि क्या फिर किसान ठगा जायेगा या फिर किसान पुत्र के रूप में नारा देने वाले मुख्यमंत्री किसान हित में इन नकली बीज कंपनियो पर कोई ठोस कार्रवाई करेगे। फसलो के नुकसानी का दंश झेल रहे किसानो में पूर्व से भारी आक्रोश व्याप्त है।
इनका कहना है:-
हमारे द्वारा भीकनगॉव क्षेत्र में इंदौर की कोई भी बीज कंपनी का प्रोग्राम नही लिया जाता।
प्रणय व्यास,
संभागीय बीज प्रमाणीकरण अधिकारी।
रिपोर्ट -गोपाल राठौर