महोबा – यूपी के महोबा शहर में शनिवार को पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आया। मामूली सी बात पर एक युवक ने महिला को चौकी के सामने बुरी तरह पीटा और उसके कपड़े तक फाड़ दिए किंतु पुलिस चौकी के अंदर से तमाशा देखती रही। सिपाहियों ने न तो महिला को बचाने का प्रयास किया न ही आरोपी युवक को पकड़ने का।
हद तो ये हुई कि पिटने के बाद बेसुध हुई महिला करीब आधा घंटा तक चौकी के सामने पड़ी रही। चौकी के सिपाहियों ने उसे अस्पताल तक नहीं पहुंचाया। पुलिस के इस कृत्य से गुस्साए लोगों ने हंगामा किया तो सिपाही चौकी से भाग निकले।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम छिकहरा निवासी ज्ञानबाई किसी काम से शहर आई थी। शहर के सुभाष चौकी के समीप मामूली बात पर एक स्थानीय युवक ने महिला की लात और घूसों से पिटाई शुरू कर दी।
पुलिस चौकी पर मौजूद पुलिस कर्मी संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए महिला को पिटते देखते रहे। महिला ने बचाव की गुहार लगाई लेकिन सिपाही बाहर निकलकर नहीं आए।
महिला को पिटता देख लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने एकजुट होकर किसी तरह महिला को आरोपी व्यक्ति से बचाया। इसी बीच मौका पाकर युवक फरार हो गया। पुलिस की संवेदनहीनता पर आक्रोशित लोगों ने चौकी पर हंगामा किया। लोगों की भीड़ जमा होते देख पुलिस कर्मी चौकी से खिसक गए। इस पर लोगों ने एंबुलेंस और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी।
इस दौरान करीब आधा घंटा तक महिला पुलिस चौकी के गेट पर बदहवास पड़ी रही। सूचना मिलने पर कोतवाली से एसआई संजीव कुमार पाल और रामसनेही दोहरे ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। बेसुध होने की वजह से महिला यह नहीं बता सकी कि युवक कौन था और उसे क्यों पीट रहा था।
उधर पुलिस अधीक्षक के के गहलोत का कहना है कि मामले की जानकारी मिल गई है। जांच कराई जा रही है। लापरवाह पुलिस कर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।