नई दिल्ली – आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में उप मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं और इसके साथ ही इस बार अरविंद केजरीवाल की सरकार में चार नए चेहरे शामिल किए जाने की भी संभावना है। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल के निकट सहयोगी सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के अलावा पूर्ववर्ती ‘आप’ सरकार में रह चुके सौरभ भारद्वाज, राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती और गिरीश सोनी को इस बार कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना नहीं है। नया मंत्रिमंडल शनिवार को शपथ ग्रहण करेगा।
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया को उप मुख्यमंत्री बनाने का फैसला ‘आप’ की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बुधवार रात हुई बैठक में लिया गया। यह बैठक केजरीवाल के कौशांबी स्थित घर पर हुई। उन्होंने कहा कि सिसोदिया को यह जिम्मेदारी इसलिए दी जा रही है ताकि भावी मुख्यमंत्री केजरीवाल पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।
कल देर रात तक चली बैठक में केजरीवाल सरकार के अन्य संभावित मंत्रियों पर भी फैसला हुआ है। जानकारी के मुताबिक, त्रिनगर से विधायक जितेंद्र सिंह तोमर, शकूरबस्ती से विधायक सत्येंद्र जैन, करावल नगर से कपिल मिश्रा, मटिया महल से आसिम अहमद खान और सुल्तानपुर माजरा से संदीप कुमार को मंत्री बनाया जा सकता है। पार्टी ने रामनिवास गोयल (शाहदरा) को दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष और शालीमार बाग से जीत दर्ज करने वाली बंदना कुमारी को उपाध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया है। बंदना ‘आप’ की महिला विंग का नेतृत्व भी कर रही हैं।
सत्येंद्र जैन को छोड़ दिया जाए तो चारों पहली बार विधायक बने हैं। नई सरकार में शायद कोई महिला नहीं होगी। सूत्रों ने बताया कि उपराज्यपाल नजीब जंग को लिस्ट आज ही भेज दी जाएगी। सिसोदिया पूर्ववर्ती आप सरकार में दूसरे नंबर पर थे और उन्होंने शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, शहरी विकास एवं लोकनिर्माण विभाग जैसे अहम विभाग संभाले थे। पूर्ववर्ती आप सरकार में सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य विभाग के मंत्री बने थे। सिसोदिया ने उपमुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने के बारे में पूछने पर संवाददाताओं से कहा, ‘पार्टी गहन विचार-विमर्श कर रही है। इस बारे में औपचारिक घोषणा होने से पहले बात करना उचित नहीं होगा।’
पिछले साल लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सातों संसदीय सीटों पर ‘आप’ के हार जाने के बाद पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का श्रेय सिसोदिया को दिया जाता है। ‘आप’ सरकार के 49 दिन के कार्यकाल में सिसोदिया शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, शहरी विकास एवं स्थानीय निकाय मंत्री थे। उस सरकार ने पिछले साल 14 फरवरी को लोकपाल के मुद्दे पर इस्तीफा दे दिया था।