पटना – बिहार विधानसभा में शुक्रवार को होने वाले जीतनराम मांझी के शक्ति परीक्षण से पहले राजनीतिक खेमेबंदी तेज हो गई है। बीजेपी ने बिहार विधानसभा में विश्वासमत के दौरान मांझी के समर्थन का ऐलान किया है। बीजेपी ने इसके संकेत पहले ही दे दिए थे, शाम को हुई बीजेपी के विधायक दल की बैठक में सुशील मोदी ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी। इससे पहले बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि पार्टी के विधायक मांझी के समर्थन के पक्ष में हैं ।
शाहनवाज हुसैन ने नीतीश कुमार पर एक महादलित का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महादलित समुदाय से आने वाले जीतनराम मांझी को जेडी (यू) अपमानित कर रही है। यह सही नहीं है। बीजेपी इसका समर्थन नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को होने वाले विश्वासमत पर बीजेपी के विधायकों से बात की गई। बीजेपी के विधायकों का कहना था कि पार्टी को मांझी का समर्थन करना चाहिए।
शाहनवाज ने बिहार विधानसभा में बीजेपी से मुख्य विपक्षी दल का दर्जा छीनने के स्पीकर के फैसले पर भी सवाल उठाए। स्पीकर को जेडीयू का एजेंट बताते हुए शाहनवाज ने कहा कि स्पीकर कार्यालय जेडी (यू) का दफ्तर बन गया है।
शाहनवाज ने इस सवाल पर कि जब बीजेपी मांझी के समर्थन में खड़ी दिखाई दे रही है, ऐसे में वह विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल का दावा कैसे कर सकती है पर नीतीश को राष्ट्रपति चुनाव की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश ने एनडीए के रुख से अलग यूपीए का साथ दिया था, लेकिन इससे वह सत्ता पक्ष में नहीं बैठने लगे थे।
वोट नहीं दे सकेंगे बागी जेडी (यू) विधायक: इसी बीच बिहार हाई कोर्ट ने मांझी को बड़ा झटका देते हुए चार बागी जेडी (यू) विधायकों के शुक्रवार को विश्वासमत के दौरान वोटिंग करने पर रोक लगा दी है।