नई दिल्ली – केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक केस के संबंध में शनिवार को दिल्ली कोर्ट के समक्ष उपस्थित होते हुए कहा कि वो एक व्यापारी नहीं हैं। आपको बता दें कि गडकरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का एक मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में केजरीवाल को स्थायी रूप से व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट मिली हुई है।
गौरतलब है कि नागपुर के पूर्ति शक्कर कारखाना लिमटेड के संबंध मे केजरीवाल के वकील ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से ढाई घंटे से ज्यादा पूछताछ की थी।
गडकरी ने कोर्ट को बताया, “मैं व्यापारी नहीं हूं लेकिन सहकारी पहलों और धर्मार्थ कार्यों को करने वाली न्यासों से जरूर जुड़ा हुआ हूं। यह माना जाना गलत है कि मैं एक व्यापारी हूं। महाराष्ट्र में काफी सारी सहकारी पहलें होती रहती हैं और मैं इन्हीं तरह की सहकारी और धर्मार्थ न्यासों से जुड़ा हुआ हूं। वो सभी सामाजिक संस्थान हैं।”
इस केस में अरविंद केजरीवाल और नितिन गडकरी के वकील के बीच हुए बहस-मुबाहिसे में काफी गर्मा-गर्मी देखने को मिली। जहां गडकरी के वकीलों ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील जिरह के दौरान तार्किक सवाल नहीं पूछ रहे हैं।
गडकरी ने न्यायधीश को बताया कि वो (केजरीवाल के वकील) मुझसे कोई भी सवाल पूछ सकते हैं और मैं जवाब देने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि वो जो भी सवाल पूंछ रहे हैं वो तार्किक नहीं है, लेकिन वो मुझ पर लगाए गए आरोप के संबंध में जो भी सवाल पूंछना चाहें मै उनके जवाब दे सकता हूं।
कोर्ट में कार्यवाही के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों ने अपशब्दों का भी प्रयोग किया। इस पर न्यायाधीश ने कहा कि अगर आप लड़ना चाहते हो तो आप बाहर जा सकते हैं।