सिडनी – स्टीवन स्मिथ के शतक (105) की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने गत विजेता भारत को 95 रनों से हराकर विश्व कप क्रिकेट स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया। अब 29 मार्च को मेलबर्न में उसका मुकाबला सहमेजबान न्यूजीलैंड से होगा। ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट पर 328 रनों के जवाब में भारत की पारी 46.5 ओवरों में 233 रनों पर सिमट गई। दो सहमेजबानों के बीच खिताबी मुकाबले का यह दूसरा मौका होगा। ऑस्ट्रेलिया सातवीं बार फाइनल में पहुंचा है। 1987 के बाद यह पहला मौका है जब कोई एशियाई देश फाइनल में नहीं पहुंचा।
शिखर धवन भाग्यशाली रहे कि 5 के निजी स्कोर पर जोस हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर ब्रेह डैडिन ने उनका आसान कैच छोड़ा। धवन ने इसका लाभ उठाकर कुछ अच्छे स्ट्रोक्स लगाए। वे 41 गेंदों में 6 चौकों व 1 छक्के की मदद से 45 रन बनाकर हेजलवुड की गेंद पर डीप एकस्ट्रा कवर्स पर मैक्सवेल को कैच दे बैठे। धवन ने रोहित के साथ पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 76 रन जोड़े। अभी भारत इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि विराट कोहली के रूप में जॉनसन ने भारत को करारा झटका दिया। कोहली उनकी बाउंसर को हवा में खेलकर हैडिन को कैच देकर पैवेलियन लौटे। अभी टीम का स्कोर 91 तक ही पहुंचा था कि रोहित शर्मा (34) ने जॉनसन की गेंद को स्टंप्स पर खेल लिया। जेम्स फॉकनर की शॉर्ट गेंद पर सुरेश रैना (7) ने विकेटकीपर हैडिन को कैच थमाया।
108/4 की स्थिति के बाद धोनी ने अजिंक्य रहाणे (43) के साथ संयमपूर्वक ढंग से बगैर किसी जोखिम के 70 रनों की भागीदारी की। यह साझेदारी खतरनाक साबित होती, इससे पहले ही रहाणे ने मिचेल स्टार्क की गेंद पर विकेटकीपर हैडिन को कैच थमाया। वैसे अंपायर ने शुरू में नॉटआउट करार दिया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को रेफरल के जरिए आउट का निर्णय मिला। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 65 गेंदों में 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 65 रन बनाने के बाद रन आउट हुए। फॉकनर ने रविचंद्रन अश्व्नि (5) और मोहित शर्मा (0) को लगातार गेंदों पर बोल्ड किया, लेकिन उमेश यादव ने उन्हें हैटट्रिक नहीं पूरी करने दी। स्टार्क ने उमेश यादव (0) को बोल्ड कर भारतीय पारी का अंत किया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से फॉकनर ने 59 रनों पर 3 विकेट लिए। जॉनसन और स्टार्क ने 2-2 और हेजलवुड ने 1 विकेट लिया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। डेविड वॉर्नर 12 रन बनाकर उमेश यादव की गेंद को हवा में खेल बैठे और सुरेश रैना ने कवर्स पर कैच लपका। 15 रनों पर पहला विकेट गिरने के बाद स्मिथ ने फिंच के साथ पारी को संभाला। भारत ने 19 ओवर में 100 रन पूरे किए। फिंच ने 82 गेंदों में अर्द्धशतक पूरा किया।
स्मिथ ने मोहम्मद शमी की गेंद पर चौका लगाते हुए शतक पूरा किया। उन्होंने 89 गेंदों में 10 चौकों और 2 छक्कों की मदद से शतक पूरा किया। यह उनका भारत के खिलाफ पहला तथा कुल चौथा वन-डे शतक है। स्मिथ ने उमेश यादव की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच थमाया। वे 93 गेंदों में 11 चौकों व 2 छक्कों की मदद से 105 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने फिंच के साथ दूसरे विकेट के लिए 31 ओवरों में 182 रन जोड़े।
ऑस्ट्रेलिया एक समय 197 रनों पर 1 विकेट खोकर मजबूत स्थिति में था, लेकिन इसके बाद स्कोर बोर्ड 248 तक पहुंचते-पहुंचते उसकी आधी टीम पैवेलियन में लौट चुकी थी। मैक्सेवल ने छोटी किंतु आक्रामक पारी खेली, वे 14 गेंदों में 3 चौकों व 1 छक्के की मदद से 23 रन बनाने के बाद अश्विन की गेंद पर रहाणे को कैच थमा बैठे।
ऑस्ट्रेलिया अभी इस सदमे से उबर भी नहीं पाया था कि फिंच ने उमेश की शॉर्ट पिच गेंद पर पुल करने के प्रयास में मिडविकेट पर धवन को कैच थमा दिया। उन्होंने 116 गेंदों में 7 चौकों व 1 छक्के की मदद से 81 रन बनाए। क्लार्क (10) एक बार फिर असफल रहे और मोहित की शॉर्ट गेंद को मिडविकेट पर सीधे रोहित के हाथों में खेल बैठे। यादव ने फॉकनर को बोल्ड कर चौथा विकेट झटका। शेन वॉटसन (28) को मोहित ने रहाणे के हाथों झिलवाया। अंत में जॉनसन 9 गेंदों में 27 रन बनाकर नाबाद रहे। ब्रेड हैडिन 7 रन बनाकर नाबाद रहे। यादव सबसे सफल भारतीय गेंदबाज रहे, उन्होंने 72 रन देकर 4 विकेट लिए। मोहित शर्मा ने 2 और रविचंद्रन अश्विन को 1 विकेट मिला।