भोपाल – किसानों के नुकसान की भरपाई करने की मांगों को लेकर कांग्रेस विधायकों का चार दिन से विधानसभा के भीतर चल रहा आंदोलन शाम तक समाप्त कर दिया जाएगा। दो विधायकों की भूख हड़ताल के दौरान तबियत बिगड़ने के कारण नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने यह ऐलान किया है। विधानसभा के भीतर भूख हड़ताल कर रहे दो विधायकों उमंग सिंघार और मधु भगत की तबियत बिगड़ गई। एंबुलैंस बुलाकर उन्हें जयप्रकाश अस्पताल भेजा गया है।
विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर आज सत्यदेव कटारे ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि किसानों को उनके नुकसान की भरपाई कराने के लिए कांग्रेस का यह आंदोलन का पहला चरण था। अब दूसरे चरण में जो विधायक विधानसभा में धरना और भूख हड़ताल कर आंदोलन कर रहे थे वे अपने क्षेत्रों में किसानों को साथ लेकर आंदोलन करेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को किसानों की चिंता नहीं है और विधानसभा के भीतर आंदोलन का उस पर कोई असर नहीं है। आज तक उनका कोई नुमाइंदा किसानों के हितों के लिए की जा रही हमारी मांगों के निराकरण के दिशा में बात करने तक नहीं आया। इसलिए हमने फैसला किया है कि अब विधायक क्षेत्र में किसानों के साथ उनके हितों की लड़ाई के लिए आंदोलन करेंगे।
इसके पहले आज सुबह विधानसभा में प्रवेश को लेकर नेता प्रतिपक्ष और कुछ विधायकों के साथ सुरक्षाकर्मियों का टकराव हुआ था। एक बार नेता प्रतिपक्ष की गाड़ी को रोक लिया गया। इसमें मीडिया से जुड़े कुछ लोग थे तो पहले उन्हें उतरवाया गया। एक बार विधायक तरुण भनोत को रोका गया। आज विधानसभा में विधायकों द्वारा किए जाने वाले अष्टमी यज्ञ के लिए ले जा रही दुर्गा की तस्वीर को भी भीतर ले जाने से रोका दिया गया।