नई दिल्ली – आईपीएल शुरू होने में अभी एक हफ्ते का समय है लेकिन इससे विवादों के जुड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है। गत चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स और बीसीसीआई के बीच स्पिनर सुनील नारायण के खेलने को लेकर कानूनी जंग छिड़ सकती है। वेस्ट इंडीज के स्टार स्पिनर नारायण को 2014 के चैंपियस लीग फाइनल में उनके संदिग्ध बोलिंग ऐक्शन के कारण बैन लगा दिया था, जिसके कारण नारायण चैंपियंस लीग के फाइनल में चेन्नै सुपरकिंग्स के खिलाफ नहीं खेल पाए थे और केकेआर वह मैच 8 विकेट से हार गया था। इसके बाद नारायण को भारत दौर पर आई वेस्ट इंडीज की टीम में भी शामिल नहीं किया गया था।
बाद में नारायण ने वर्ल्ड कप 2015 से खुद ही अपना नाम वापस ले लिया था। नारायण ने अपना ऐक्शन सुधारने के लिए नेट्स पर मेहतन की और बाद में बायो-मकैनिकल टेस्ट में आईसीस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी। हालांकि बीसीसीआई ने आईसीसी की रिपोर्ट को स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि इस ऑफ स्पिनर को चेन्नै स्थित रामचंद्रा यूनिवर्सिटी में एक बार फिर से अपने ऐक्शन का टेस्ट देना होगा।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक केकेआर नारायण के मुद्दे पर बीसीसीआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है। केकेआर के अधिकारियों ने बताया कि आईसीसी द्वारा क्लियरेंस दिए जाने के बाद बीसीसीआई नारायण को फिर से टेस्ट देने के लिए बाध्य नहीं कर सकती। केकेआर ने आरोप लगाया कि बीसीसीआई उसके स्टार स्पिनर को ‘निशाना’ बना रही है। केकेआर ने कहा कि आईपीएल के दौरान नारायण के ऐक्शन पर सवाल नहीं उठे लेकिन चैपिंयस लीग में अचानक ही इसे अवैध करार दिया गया।
उधर बीसीसीआई प्रेजिडेंट ऑफिस ने इस बात की पुष्टि की है कि इस मुद्दे पर अगले कुछ दिनों में फैसला लिया जाएगा। केकेआर के चीफ ऐग्जिक्युटिव ऑफिसप वेंकी मैसूर ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर बीसीसीआई चीफ से बात की है। इस बीच केकेआर ने दो चोटिल खिलाड़ियों न्यू जीलैंड के जेम्स नीशम और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज क्रिस लिन की जगह पाकिस्तान के ऑलराउंडर अजहर महमूद और ऑफ स्पिनर जोहान बोथा को शामिल किया गया है।