भोपाल – मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में रेत माफिया के खिलाफ एक साहसिक ऑपरेशन के दौरान हेड कॉन्स्टेबल को अवैध रेत से भरे डंपर से दबाकर मार दिया गया। रविवार को यह डंपर अवैध रेत लेकर निकल रहा था। डंपर को सड़क पर छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। कॉन्स्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई है।
तीन साल पहले 8 मार्च 2012 को सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर के रूप में तैनात आईपीएस ऑफिसर नरेंद्र कुमार की भी हत्या इसी तरह कर दी गई थी। नरेंद्र कुमार मुरैना जिले के बामोर में तैनात थे। कुमार अवैध पत्थर से भरे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश कर रहे थे तभी ट्रैक्टर ड्राइवर ने उन्हें कुचल दिया था। नरेंद्र कुमार की भी मौके पर ही मौत हो गई थी।
मुरैना जिले में पत्थरों और रेत के अवैध खनन के सामने प्रशासन बुरी तरह से लाचार है। पिछले कुछ सालों से यहां अवैध खनन चरम पर है। पुलिस इसे रोकने की कोशिश करती है तो वह माफियाओं के सामने बुरी तरह से पिट जाती है।
कॉन्स्टेबल डंपर को रोकने की कोशिश कर रहा था। घटना जिले के नूराबाद पुलिस थाना क्षेत्र में लौहगढ़ के निकट हुई। इस घटना ने जिले में चंबल नदी से अवैध रेत खनन करने वाले चंबल रेंज के डीआईजी आर. एस. मीणा ने बताया कि मृत कॉन्स्टेबल का नाम धमेंद्र चौहान (40) है। मुखबिर की सूचना पर एक पुलिस टीम के साथ चौहान घटनास्थल पर पहुंचे थे। इसमें कहा गया था कि किसी लूट के फरार आरोपी आधी रात के आसपास सड़क किनारे खड़ एक डंपर में छिपे देखे गए हैं।
इस पर पुलिस टीम ने सड़क किनारे खड़े इस डंपर(MP 06 GA 0974) की तलाशी लेने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस को आते देखकर अवैध रेत से भरे डंपर के ड्राइवर ने गाड़ी सहित भागने की कोशिश की। लेकिन यह युवा कॉन्स्टेबल ड्राइवर के दरवाजे पर लटक गया और ड्राइवर को बाहर खींचने का प्रयास करने लगा। आईजी ने बताया कि इसी दौरान ड्राइवर ने डंपर को पीछे किया, जिससे निकट स्थित एक गड्ढे में डंपर पलट गया और उसके नीचे दबने से कॉन्स्टेबल की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि घटना के बाद डंपर ड्राइवर मौके से फरार हो गया। मृत युवा पुलिस कॉन्स्टेबल चौहान का शव पोस्टमॉर्टम के लिय भेज गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी नवनीत भसीन का कहना है कि ट्रक पर अवैध रेत थी। भसीन ने कहा कि ड्राइवर पर सेक्शन 304 के तहत हत्या का माला दर्ज किया गया है। पूर्व आर्मी मैन धर्मेंद्र की दो साल पहले मध्य प्रदेश पुलिस में नियुक्ति हुई थी।