रायपुर – बीजेपी के राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह जूदेव के सबसे छोटे भाई विक्रमादित्य जूदेव ने जमीन विवाद में एक प्राइवेट स्कूल के मालिक को बेरहमी से पीटा और अपनी पजेरो से टक्कर मारने के बाद रौंदकर भाग गए। विक्रमादित्य पर हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस तलाश में रेड मार रही है। विक्रमादित्य बीजेपी के दिग्गज नेता रहे दिलीप सिंह जूदेव के भतीजे हैं।
जानकारी के मुताबिक, जिस जमीन को लेकर विक्रमादित्य जूदेव का स्कूल के मालिक बरमेश्वर प्रसाद गुप्ता से विवाद चल रहा है, वह पहले जशपुर राजपरिवार का ही था। बरमेश्वर गुप्ता ने यह जमीन विक्रमादित्य से ही खरीदी थी। बाद में विक्रमादित्य जमीन वापस देने के लिए दबाव बनाने लगे, जिससे दोनों में विवाद गहराता गया।
समोवार सुबह नौ बजे के करीब बरमेश्वर गुप्ता जब अपनी जमीन पर चल रहे निर्माण कार्य को देखने के लिए पहुंचे तो उसी समय विक्रमादित्य भी अपने कुछ लोगों के साथ वहां पहुंच गए। दोनों के बीच जमीन को लेकर कहासुनी होने लगी और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। जानकारी के अनुसार, मारपीट के बाद गुस्साए विक्रमादित्य ने अपनी पजेरो से बरमेश्वर गुप्ता टक्कर मार दी और रौंदकर भाग निकले।
घटना के विरोध में इलाके के लोग उग्र हो गए और विक्रमादित्य की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। यह पहला मौका है कि इलाके में लोगों ने मुखर होकर जशपुर राजपरिवार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। हालांकि, राजपरिवार के सदस्यों ने विक्रमादित्य की करतूत से दूरी बना ली है और कहा है कि कानून को अपना काम जरूर करना चाहिए। जिला पंचायत उपाध्यक्ष और परिवार के सदस्य प्रबल प्रताप जूदेव न कहा कि सौहार्द को खराब करने वाली इस घटना की मैं निंदा करता हूं और दुख की इस घड़ी में गुप्ता परिवार के साथ हूं। चंद्रपुर के विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव ने भी खुद को विक्रमादित्य से अलग बताते हुए कहा कि पुलिस ने इस मामले में कोताही बरती तो वह आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।