खरगोन– खरगोन जिले की भगवानपुरा विधानसभा के ग्राम मोंगारगाँव में पदस्थ निःशक्त गुरूजी विट्ठल बर्डे की मौत के मामले में उनकी निःशक्त पत्नी लालबाई ने जिला शिक्षा केंद्र डीपीसी शैलेन्द्र कानुड़े पर आरोप लगाए हैं। श्रीमती बर्डे ने बताया मेरे पति ने 15. अप्रैल को संविलियन के लिए सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी। 17. अप्रैल को डीपीसी शैलेन्द्र कानुड़े ने फोन कर सस्पेंड करने की धमकी दी। जिसे लेकर मेरे पति तनाव में थे, रात भर सोए नहीं। मानसिक प्रताड़ना की वजह से अगले दिन सुबह उनकी मौत हो गई। इस पुरे मामल को लेकर गुरुजियों में रोष है। मृतक गुरूजी विकलांग होकर सुबह सब्जी बेचता था, दिनभर नौकरी करने के बाद शाम को फिर सब्जी बेचता था।
विधायक ने की डीपीसी को बर्खास्त करने की मांग
भगवानपुरा विधायक विजय सिंह सोलंकी ने बुधवार को मृतक के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। कलेक्टर नीरज दुबे को फोन कर डीपीसी को बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही मृतक की पत्नी को दस हज़ार रूपये की आर्थिक सहायता दी। विधायक श्री सोलंकी ने मृतक की पत्नी को अनुकम्पा नियुक्ति की मांग भी की। साथ ही विधायक ने कहा कि यदि इस मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो मामला विधानसभा में उठाएंगे।
यहाँ भी बदकिस्मती
मृतक की पत्नी सुबह 10. बजे बच्चों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंची। घर वापस लौटने पर मकान मालिक ने 2 महीने से किराया न देनें की वजह से ताला तोड़कर दुसरा ताला लगा दिया। विधायक ने मृतक के घर पहुंच कर मकान मालिक को किराया देने का आश्वासन देकर ताला खुलवाया। विधायक ने मृतक के बच्चों को पांच-पांच सौ रु देकर हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
मदद के लिए कोई शिक्षक संगठन नहीं आया सामने
गुरूजी अध्यापक व शिक्षकों की समस्याओं के लिए संगठन लामबंद धरना प्रदर्शन कर अफसरों से मिलते हैं, लेकिन गुरूजी की मौत के चार दिन बाद भी कोई संगठन सामने नहीं आया। परिजनों की सुध तक नहीं ली।
रिपोर्ट -फरीद शेख