दंतेवाड़ा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है बस्तर की धरती ने दुनिया को जीने का रास्ता सिखाया है। यहां के आदिवासियों ने मिसाल पेश की है। कड़ी सुरक्षा के बीच यहां स्कूल मैदान में विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने नक्सलियों से मुख्य धारा में लौटने की अपील की। प्रधानमंत्री के बस्तर दौरे में चार परियोजनाओं के लिए एमआेयू किया गया।
घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
उन्होंने कहा कि मौसम के कारण रायपुर में सभा स्थगित करनी पड़ी। रायपुर में सभास्थल गिरने से घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ इस घटना पर दुख जताते हुए मोदी ने कहा कि राज्य सरकार उनके उपचार की चिंता और इंतजाम कर रही है।
बस्तर के इतिहास में पहली बार
प्रधानमंत्री ने कहा कि बस्तर के इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि एक घंटे में 24 हजार करोड़ की लागत के विकास कार्यों का एमओयू किया गया। एक जिले के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इससे भविष्य में बस्तर की जिंदगी में जो बदलाव आएगा इसका मैं भलिभांति अनुमान कर सकता हूं।
आगे बढ़ने के लिए रोजगार का अधिक महत्व
श्री मोदी ने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए रोजगार का अधिक महत्व है। इसलिये देश के लिए सबसे पहली प्राथमिकता देश के नौजवान को रोजगार मुहैया करवाना है। केंद्र शासन का प्रयास है कि देश के आदिवासी और पिछड़े हिस्सों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं।
सुदूर इलाकों में रेल की पटरियां बिछें
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि सुदूर इलाकों में रेल की पटरियां बिछें, रेल का आवागमन हो और पिछड़े इलाके के लाेगों को भी यातायात के साधन मिलें। जगदलपुर तक रेल की पटरी हिंदुस्तान की मुख्य धारा से लोगों को जोड़ रही है।
हमारा कारोबार होगा तो इस्पात भी हमारा होगा
उन्होंने कहा कि हमारा कारोबार होगा तो इस्पात भी हमारा होगा और इसी में हमारे नौजवानों को रोजगार मिलेगा और उनका भविष्य बनेगा। मोदी ने कहा कि यहां के लोग महंगी प्राकृतिक चीजों को बेचकर अपने लिए आवश्यक चीजें खरीदते थे। यहां के लोग नमक खरीदने पर मजबूर थे।
नॉलेज सिटी और छत्तीसगढ़ के विकास का उल्लेख
प्रधानमंत्री ने नॉलेज सिटी और छत्तीसगढ़ के विकास का उल्लेख किया। रमनसिंह को अपना मित्र बताते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य को विकास की दिशा दी। यहां लाइवहुड कॉलेज देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कंधे पर हल से विकास संभव है जबकि कंधे पर गन यानि बंदूक समस्या का समाधान नहीं है।आए दिन मौत का खेल बंद होगा यह पूछने वालों को वे विश्वास दिलाना चाहते हैं कि ये भी बंद होगा।उन्होंने पंजाब में आतंकवाद का उदाहरण्ा दिया और विश्वास जताया कि छत्तीसगढ़ में भी खून का खेल बंद होगा और विकास की गंगा बहेगी। नक्सली कुछ दिन बंदूक छोड़ें और लोगों के बीच रहें।
हिंसा का कोई भविष्य नहीं
उन्होंने कहा कि वे रमनसिंह को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्हें खत्म करने पर माओवादी तुले थे ।मुख्यमंत्री ने लोगों को विकास से जोड़ा और बच्चों को बुनियादी सुविधाएं दी। हिंसा का कोई भविष्य नहीं है भविष्य शिक्षा और शांति के मार्ग का है। उन्होंने बच्चों के हाथ में कलम पकड़ाई। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि नक्सलियों के मन में भी एक दिन मानवता जागेगी।उन्होंने नौजवानों के लिए विकास का रास्ता बनाया है।
तो बन जाएगा छत्तीसगढ़ नंबर वन
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई नक्सली मुख्यधारा में लौटे हैं। नक्सली मानवता को अंगीकार कर ऐसे लोगों और उनके बच्चों के साथ कुछ समय बिताएं।वे ऐसे अनेक बच्चाें से मिले हैं। यदि राज्य नक्सली संकट से मुक्त हो जाए तो हिंदुस्तान में विकास की ऊंचाइयों पर वह शीर्ष पर होगा। यहां के नौजवानों में देश का भविष्य बदलने की क्षमता है।
जिन्हें जनता ने नकारा वे कर रहे भ्रमित
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने राज्य सरकार पर और केंद्र सरकार पर जो विश्वास जताया है उसे खाली नहीं जाने दिया जाएगा। पूरी दुनिया आज भारत का लोहा मानने लगी है। कितनी तेजी से परिवर्तन हो रहा है यह दुनिया भी देख रही है।उन्होंने इस दौरान कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन्हें जनता ने नकार दिया है वे जनता को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं।देश को ईमानदारी से ही चलाया जा सकता है।
रमनसिंह ने बताई राज्य की विकास यात्रा
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉक्टर रमनसिंह ने अपने स्वागत संबोधन में राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद हुए विकास का उल्लेख किया।इस कार्यक्रम में केंद्रीय इस्पात और और खान मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, राज्यमंत्री विष्णुदेव साय, सांसद दिनेश कश्यप के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री भी मौजूद हैं।
बस्तर के लोग ईमानदार और मेहनती
रमनसिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दंतेवाड़ा और बस्तर क्षेत्र को 24 हजार करोड़ की सौगात दी है और वे इस धरती की ओर से प्रधानमंत्री का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर के लोग ईमानदार और मेहनती हैं।
बस्तर का गौरवशाली इतिहास
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर का इतिहास गौरवशाली रहा है। यहां केंद्र सरकार ने भी कई कल्याणकारी योजनाओं के लिए मदद दी है। हिंदुस्तान का सबसे बेहतर लोहा इसी क्षेत्र में होता है मगर पिछले 60 साल से इस लोहे को विदेशों में भेजा जाता रहा है।
राज्य के लिए असाधारण उपलब्धि
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है यहीं इसका उपयोग हो इसलिये बस्तर क्षेत्र में अल्ट्रा मेगा इस्पात संयंत्र की स्थापना की जा रही है। जगदलपुर से रावघाट तक रेलवे लाइन का विकास भी किया जा रहा है। इसके लिए 24 हजार करोड़ की योजना शुरू की गई।यह किसी भी राज्य के लिए असाधारण उपलब्धि है। अटलजी ने हमें राज्य की सौगात दी और इसके बाद मोदी ने क्षेत्र के विकास केे लिए हमें सहयोग दिया।
2018 तक हर घर में शौचालय बनाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि दंतेवाड़ा आज इतिहास रच रहा है। 2018 तक हर घर में शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य को स्लरी पाइपलाइन और पैलेट प्लांट के साथ दल्ली -राजहरा में पैलेट प्लांट की सौगात भी मिली है। बस्तर क्षेत्र में अल्ट्रा मेगा इस्पात संयंत्र की स्थापना के साथ जगदलपुर से रावघाट तक रेलवे लाइन का विकास को लेकर भी एमओयू किया गया।