नई दिल्ली – दिल्ली में कार्यवाहक मुख्य सचिव शकुंतला गैमलिन की नियुक्ति को लेकर उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में तनातनी के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम आदमी पार्टी ( आप) को सिर्फ सरकार चलाने पर ध्यान देने की नसीहत दी है। जेटली ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली की जनता को चुनाव में आई को जितना प्रयोग काफी महंगा पड़ रहा है जेटली ने ऐतिहासिक बहुमत के साथ सत्ता में आई ‘आप’ को अपनी जिम्मेदारियों को समझने और विवादों से बचने की सलाह दी है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘दिल्ली के लोगों ने इस बार नई पार्टी पर दांव लगाया था, लेकिन यह प्रयोग उन्हें महंगा पड़ रहा है क्योंकि सुशासन का मुद्दा केजरीवाल सरकार के राजनीतिक अजेंडे में ही नहीं है।’ दिल्ली बीजेपी कार्यसमिति को संबोधित करते हुए जेटली ने केजरीवाल और नजीब जंग के बीच छिड़ी रार को लेकर कहा कि लोग बेहतर शासन चाहते हैं और ‘आप’ सरकार को यह बात समझनी होगी।
जेटली ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों से जाने क्या हो रहा है। इससे यह पता चलता है कि आने वाले दिन और दर्द भरे हो सकते हैं। जनता अच्छी सरकार चाहती है, किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती। इसलिए उन्हें लोगों की भावनाओं को समझते हुए उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करना होगा।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली ग्लोबल सिटी बन सकती है, क्योंकि यहां पर्यटन और व्यवसाय की अपार संभावनाएं हैं।
गौरतलब है कि उपराज्यपाल नजीब जंग की ओर से दिल्ली सरकार की राय को दरकिनार कर शकुंतला गैमलिन को कार्यवाहक मुख्य सचिव बनाए जाने पर केजरीवाल राष्ट्रपति के समक्ष इस मामले को उठाने की तैयारी में हैं। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखने की बात कही है। केजरीवाल आज शाम ही राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिलने वाले हैं। एजेंसी