नई दिल्ली- बैंककर्मियों द्वारा वेतन बढ़ोतरी और अधिक छुट्टी की मांग को मंजूरी दे दी गई है। अब बैंककर्मियों को 15 फीसदी वेतन बढ़ोतरी के साथ माह के दूसरे और अंतिम शनिवार को छुट्टी भी मिलेगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों समेत 43 बैंकों के करीब 10 लाख कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी का फायदा मिलेगा। भारतीय बैंक संघ (आइबीए) ने यूनियनों एवं अधिकारी संघ के साथ वेतन वृद्धि समझौते पर आज हस्ताक्षर किये।
हालांकि इससे बैंकों पर 8,370 करोड रुपये का अतिरिक्त बोझ पडेगा। वेतन में वृद्धि एक नवंबर 2012 से लागू होगी। इसका लाभ सार्वजनिक, पुराने निजी बैंकों और कुछ विदेशी बैंकों के कर्मचारियों को होगा।
आइबीए के चेयरमैन टी एम भसीन ने यहां संवाददाताओं को बताया, ’15 प्रतिशत बढ़ोतरी से बैंकों पर वेतन वृद्धि व भत्तों के मद में एक साल में 4,725 करोड रुपये का बोझ आएगा। यदि सेवानिवृत्ति को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो कुल बोझ लगभग 8,370 करोड रुपये होगा।
अब बैंक अधिकारियों के लिए मूल वेतनमान को मौजूदा 14,500-52,000 रुपये से संशोधित कर 23,700-85,000 रुपये किया गया है। अधिकारियों के लिए मूल वेतन व महंगाई भत्ते का 7.75-11 प्रतिशत राशि के विशेष भत्ते का प्रावधान भी किया गया है।
इसी तरह कर्मचारियों व गैर-अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए वेतनमान को 7,200-19,300 रुपये से संशोधित कर 11,765-31,540 रुपये तथा अधीनस्थ स्टाफ के लिए वेतनमान 5,850-11,350 रुपये से बढाकर 9,560-18,545 रुपये किया गया है।
नये समझौते के तहत कर्मचारियो को मूल वेतन व महंगाई भत्ते की 7.75 प्रतिशत राशि भत्ते के रूप में दी जाएगी। भसीन ने कहा, ‘रिजर्व बैंक ने इन (अवकाश) को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है और हमने इस बारे में सरकार को लिखा है। हमें इस बारे में अनुमति शीघ्र ही मिलने की उम्मीद है। हमें इसका कार्यान्यन 3-4 सप्ताह में होने की उम्मीद है। एजेंसी