लखनऊ – बीती 4 जून को मणीपुर में भारतीय सैनिको पर हमला करने वाले आतंकियों को भारतीय सेना ने पीएम मोदी के दिशा-निर्देशों पर म्यांमार की सीमा में घुस कर आतंकियों को मार गिराया।
खबर है कि एक विशेष अभियान में भारतीय सेना की स्पेशल टुकड़ी ने सीमा पार कर म्यांमार में घुसकर मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर हमला करने वाले आतंकियों को ठिकाने लगा दिया है, उन्हें एक बहुत बड़ी क्षति पहुँचायी है और कार्यवाही को सफलतापूर्वक अंजाम देकर बिना कोई नुकसान उठाये भारतीय जवान वापस लौट आये हैं|
शायद ही ऐसा सुनने में आया हो कि भारतीय सेना ने हॉट परस्यूट की नीति का पालन करते हुए अपने देश में हमला करने वाले आतंकियों को सीमा पार जाकर मौत की नींद सुलाया हो। निश्चित ही ऐसा इसलिए किया जा सका क्योंकि केंद्र में एक रीढ़ वाली सरकार है जो अपने जवानों की जान की कीमत को समझती है और उनकी शहादत का बदला लेने की हिम्मत रखती है।
पिछले साठ/पैसठ सालों में इस देश के नीति नियंताओं ने इस देश की जिस तरह की पिलपिली छवि बनायीं, उसी का परिणाम हुआ कि जरा-जरा से देश और जरा-जरा से संगठन हमें आँखे दिखाने लगे। अब समय है कि अपनी इस दब्बू और कमजोर छवि को हम उतार फेंकें और एक ऐसे राष्ट्र के रूप में खड़े हों, जो आँखें दिखाने वालों की केवल आँखें नहीं निकालता बल्कि उनको जड़ से ख़त्म कर देता है।
मजबूत छवि वाले प्रधानमंत्री मोदी, रक्षामंत्री मनोहर पारिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सेना प्रमुख जनरल दलवीर सिंह सुहाग के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले सभी सेना अधिकारियों और जवानों का भव्य स्वागत होना चाहिए इससे हमारे बलिदानी जवानों की आत्मा को निश्चय ही शांति मिलेगी ।
रिपोर्ट :- शाश्वत तिवारी