स्टेनफोर्ड – राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह की कंपनी में 11.63 करोड़ रूपए के निवेश का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने स्पष्ट किया है कि मामले की जांच जारी रहेगी। स्टेनफोर्ड यूनिवसिटी में सार्वजनिक कार्यक्रम के इतर जेटली ने सोमवार को पत्रकारों से यह बात कही। इस तरह की मीडिया रिपोर्ट आई थी कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी में 11.63 करोड़ रूपए का निवेश किया था।
अरूण जेटली ने कहा है कि भारत की आंकलन अथॉरिटीज दुष्यंत सिंह और आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के बीच 11 करोड़ के ट्रांजेक्शन से जुड़े मामले की जांच जारी रखेगी। साथ ही अरूण जेटली ने कहा कि मामले पर पूर्व में उनकी ओर से दिए गए बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। विपक्ष का आरोप है कि जेटली ने यह बयान देकर दुष्यंत सिंह को क्लीन चिट देने की कोशिश की है कि ललित मोदी की ओर से दिया गया लोन कमर्शियल ट्रांजेक्शन था। विपक्ष के आरोपों को लेकर पत्रकारों ने जेटली से सवाल किया था।
बकौल जेटली,मैंने कभी उस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। वह मेरे अधिकार क्षेत्र का हिस्सा कभी नहीं रहा। मैंने जो कहा था,उसको पूर्ण रूप से गलत रूप से पेश किया गया है। भारत की विभिन्न आंकलन अथॉरिटीज को जो करना है,यह उनका काम है। वे उसे जारी रखेंगे। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर आरोप है कि उन्होंने यूके के यात्रा दस्तावेजों को दिलाने में ललित मोदी की मदद की थी। आरोपों को लेकर दोनों विपक्ष के निशाने पर है।