कुवैत- एक आत्मघाती हमलावर ने मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ रहे शिया श्रद्धालुओं को निशाना बनाकर खुद को उड़ा लिया। कुवैत शहर के गवर्नर ने कहा कि हमले में कम से कम दस लोग मारे गए। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा कि उसने ‘काफिरों के मंदिर’ को निशाना बनाया है। आइएस शियाओं को विधर्मी समझता है और उन्हें इसी नाम से संबोधित करता है।
कुवैत में किसी शिया मस्जिद पर हमले का यह पहला मामला है जहां शिया और सुन्नी आम तौर पर सद्भाव से रहते आए हैं। इस्लामिक स्टेट ने एक बयान जारी कर अपने अनुयायियों से कहा कि वे रमजान के महीने में ईसाइयों, शियाओं और अमेरिका नीत गठबंधन के साथ मिलकर जेहादी संगठनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे सुन्नियों पर भी हमला करें।
कुवैती संसद के सदस्य खलील अल सालिह ने कहा कि इमाम अल सादेक मस्जिद में आत्मघाती हमलावर ने उस वक्त हमला किया जब नमाजी घुटनों के बल झुके हुए थे। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इससे मस्जिद की छत व दीवारें उड़ गई। आतमघाती हमलावर के शव को देखने से लगाता है कि वह काफी युवा था। उन्होंने बताया कि हमले के समय शिया समुदाय के जाफरी संप्रदाय के करीब दो हजार लोग मस्जिद में थे। गवर्नर थाबेत अल मुहन्ना ने बताया कि हमले में कम से कम दस लोग मारे गए