बुरहानपुर – बुरहानपुर में शाहनवाज का मकबरा आगरा के ताजमहज की शैली में निर्मित होने के चलते दिन ब दिन पर्यटकों में काले ताज महल के रूप में लोकप्रिय होता जा रहा है। इस लोकप्रियता को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने मकबरे की मरम्मत और आसपास अच्छा बगीचा विकसित किया है। मकबरे तक पर्यटकों को पहुंचना पहुंच मार्ग की जर्जर हालत के चलते किसी चुनौती से कम नहीं है।
बुरहानपुर में ताजमहल की तरह दिखने वाला यह है शाहनवाज खां का मकबरा। यह मकबरा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित स्मार्क घोषित किया गया है। 16वीं शताब्दी में मुगल शासक जहांगीर की पत्नी के भाई एरिज मिर्जा का मकबरा है। कहा जाता है ऐरिज मिर्जा ने एक बार मुगल शासक जहांगीर का इतना भव्य स्वागत किया था कि जहांगीर ने उन्हें शाहनवाज खां की पदवी से सम्मानित किया। जानकारों के अनुसार मुगलों में किसी भी प्रसिध्दी हस्ती की स्मृति में मकबरे के निर्माण की परंपरा रही है। यह मकबरा जहांगीर की पत्नी के साले एरिज मिर्जा यानी शाहनवाज खां का मकबरा है। चुंकि इस मकबरे की झलक आगरा के ताज महल जैसी दिखाई देती है लिहाजा पर्यटकों में अब यह मकबरा काले ताज महल के नाम से मशहुर हो गया है और इसी नाम की प्रसिध्दी के चलते इस काले ताज महल को देखने के लिए देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या बढती जा रही है। जिसे देखते हुए इतिहास के जानकारों ने बुरहानपुर को स्मार्ट सिटी घोषित किए जाने के मौके पर केंद्र और राज्य सरकार से इस स्मारक तक जर्जर हो चुके पहुंच मार्ग का निर्माण कराने और स्मार्क को और विकसित करने की मांग की ताकि अधिक से अधिक देशी विदेशी पर्यटक इस काले ताज महल से रूबरू हो सके।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने स्वीकारा है कि यह मकबरा आगरा के ताजमहल की माफिक निर्मित होने के चलते दिनोंदिन पर्यटकों में काले ताज महल के नाम से लोकप्रिय होता जा रहा है। इस लोकप्रियता का ही परिणाम है इसे देखने के लिए आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या बढती जा रही है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने मकबरे की मरम्मत, बाउंड्रीवाल का निर्माण करवा कर बगीचा विकसित किया है। पहुंच मार्ग के जर्जर होने के चलते पर्यटकों की यहां पहुंचने में काफी दिक्कतें होती है। लिहाजा काले ताज महल तक पहुंच मार्ग निर्माण के लिए मप्र पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा है।
गौरतलब है हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी योजना में मप्र के सात शहरों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किया है। जिसमें बुरहानपुर भी एक है। इससे कोई इंकार नहीं कि बुरहानपुर को स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट में शामिल कराने के लिए यहां मौजूद ऐतिहासिक धरोहरों का एहम योगदान है। लिहाजा राज्य सरकार इन धरोहरों तक पर्यटकों की सुविधा के लिए बेहतर पहुंच मार्ग का निर्माण कराए।