इंदौर – प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान ने व्यापमं मामले की जांच को सीबीआई से कराने जाने की बात पर कहा कि- सीबीआई हाई कोर्ट से बड़ी संस्था नहीं है। अभी जांच कोर्ट की देख-रेख में हो रही है। कोर्ट यदि एसटीएस, एसआईटी के अलावा सीबीआई या किसी दूसरी एजेंसी से जांच कराए तो संगठन और सरकार को इसमें कोई आपत्ति नहीं है। चौहान ने विमानतल पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि प्रदेश में संयोग से जो मौतें हो रही हैं। उसे व्यापमं से जोड़कर देखा जाना ठीक नहीं है। दिग्विजय सिंह और प्रशांत पांडे ने कोर्ट में एक्सेल शीट पेश की थी। वो भी फर्जी निकली।
पत्रकार की मौत को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर उन्होंने कहा कि उनके बयान के फुटेज के कुछ हिस्से को ही दिखाया गया है। दिखाया जा रहा बयान चुभने वाला लगता है, जबकि पूरा बयान ऐसा नहीं है। पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के मामले में भी जांच होगी। उनके परिजनों के आग्रह के बाद हमने विसरा दिल्ली के एम्स अस्पताल में भेजा है।
मेघदूत उपवन घोटाले में फंसे एमआईसी मेंबर के खिलाफ कार्रवाई से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि पुलिस की तरह लोकायुक्त भी ऐसी संस्था है जो जांच करती है। अभी कोर्ट में आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। कोर्ट का फैसला आने के बाद ही कार्रवाई हो सकती है।