चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के मुखिया अबू बकर अल बगदादी ने फतवा जारी कर लोगों की हत्या की रिकॉर्डिंग वाली विडियो पर रोक लगा दी है। माना जा रहा है कि बगदादी ने ऐसे विडियोज के लिए कुख्यात हो रहे अपने सहयोगी चरमपंथियों की छवि से परेशान होकर यह कदम उठाया है।
कहा जा रहा है कि बगदादी ने इस बारे में अपने मीडिया दफ्तरों को चिट्ठी लिखी है। बगदादी के आदेश के अनुसार बड़ी सावधानी से तैयार किए जाने वाले इन विडियोज में ग्रैफिक्स और हिंसक दृश्यों को दिखाने की अब इजाजत नहीं होगी। 2014 में ‘जिहादी जॉन’ के उभरने के बाद इन विडियो पर सारी दुनिया की नजर रहती है।
जानकारों के दावे के मुताबिक बगदादी ने यह आदेश इसलिए दिया है क्योंकि वह दूसरे मुसलमानों को आहत नहीं करना चाहते। कई लोग यह मानते हैं कि इस्लामिक स्टेट की ओर से जारी किए गए विडियो बच्चों के लिए डरावने होते हैं। लेकिन इस बीच ऐसी खबरें भी आईं हैं जिनमें बगदादी के आदेश पर इस्लामिक स्टेट में मतभेद की बात कही गई है।
एक और जहां कुछ लोग मानते हैं कि ये विडियो उनकी छवि के लिए ठीक नहीं हैं लेकिन दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जिनका कहना है कि इन्हें गर्व के साथ शेयर किया जाना चाहिए ताकि इस्लामिक स्टेट के दुश्मनों को उकसाया जा सके।