नई दिल्ली – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली के पुलिस चीफ बीएस बस्सी की मुलाकात काफी ‘सख्त ‘ रही। मीनाक्षी मर्डर को लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ ‘जंग’ छेड़ चुके केजरीवाल ने बस्सी पर दिल्ली पुलिस की ट्रांसफर-पोस्टिंग ले लेकर कानून व्यवस्था तक कई सवाल दागे, लेकिन बस्सी ने एक का भी जवाब नहीं दिया।
बस्सी ने जब मीनाक्षी के परिजनों की तरह इसी तरह के 500 पीड़ितों को मुआवजे की लिस्ट केजरीवाल को थमाई तो, उन्होंने कहा कि इसे अपने बॉस को दे दीजिए।
हालांकि बस्सी ने दिल्ली सरकार के बयान को गलत बताया। उन्होंने इसे जल्दबाजी में दिया हुआ बयान करार दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल भी जो भी बात हुई बहुत आत्मीय और प्रफेशनल तरीके से हुई है।
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने केजरीवाल और बस्सी की मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा कि सीएम की तरफ से दिल्ली के पुलिस चीफ से कई सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने एक का भी जवाब नहीं दिया।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर उनसे किसी बात की जानकारी चाहते थे, तो उन्हें देनी चाहिए थी। जैन ने कहा कि बस्सी ने उल्टे केजरीवाल को 500 लोगों की लिस्ट देते हुए कहा कि इन्हें भी मीनाक्षी मर्डर केस की तर्ज पर पांच लाख का मुआवजा दिया जाए। केजरीवाल ने इस पर कहा कि यह लिस्ट अपने बॉस को दे दीजिएगा।’
जैन ने कहा कि बस्सी साहब का इस पर कहना था कि पीएम के पास इन चीजों के लिए समय नहीं है। उन्होंने इस मामले में दिल्ली पुलिस के साथ टकराव बढ़ाने के संकेत देते हुए कहा कि दो दिन में ऐक्शन लिया जाएगा।
जैन ने कहा कि दिल्ली पुलिस मीनाक्षी मर्डर को हल्के में ले रही है और इसे आपसी झगड़ा बताने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि बस्सी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने माना कि था कि पीड़ित परिवार की तरफ से 25-30 शिकायतें आई थीं।
जैन ने कहा की केजीरावल ने बस्सी से पूछा कि ऐसी कितनी शिकायतें आई हैं, कितने में एफआईआर हुई है और कितने में ऐक्शन हुआ है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल से बस्सी से ऐसी पुलिसवालों की लिस्ट भी मांगी जिन्हें बार-बार एसएचओ बनाया गया और जिन्हें कभी नहीं बनाया गया। बस्सी ने लिस्ट देने से इनकार कर दिया।