नई दिल्ली – दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर की गई स्वाति मालीवाल की नियुक्ति को एलजी की तरफ से रद्द किए जाने के बाद अब मामले पर नया मोड़ आ गया है। स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि एलजी ने उन्हें फोन कर दफ्तर आने से मना किया है और कल DCW के दफ्तर पर ताला जड़ दिया जाएगा।
स्वाति के इस आरोप को एलजी दफ्तर ने खारिज कर दिया है। एलजी जंग के दफ्तर ने कहा कि उनके यहां से न तो स्वाति मालीवाल और न ही DCW ऑफिस को कोई फोन किया गया है। जंग के दफ्तर ने कहा कि उपराज्यपाल की भी स्वाति मालीवाल से कभी कोई बातचीत नहीं हुई है।
इससे पहले इसी मामले पर भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला । दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा है कि दिल्ली महिला आयोग में नियुक्ति को लेकर जो विवाद उठा है वो केजरीवाल की देन है।
सतीश उपाध्याय ने कहा कि जनवरी 2014 में केजरीवाल ने सरकार ने दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष पद की नियुक्ति के लिए जो फाइल एलजी के पास भेजी थी उसमें पुष्पा मैत्री का नाम था। लेकिन अब जुलाई 2015 में केजरीवाल ने कानून को हाथ में लेते हुए संवैधानिक प्रक्रिया का उल्लंघन किया है।
सतीश उपाध्याय ने सवाल करते हुए कहा कि आखिर क्यों केजरीवाल सरकार दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष पद की नियुक्ति को लेकर संवैधानिक प्रक्रिया के पालन से भाग रही है। इसी बहाने भाजपा नेता ने चुटकी ली और कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि स्वाती मालीवाल नियुक्ति के लिए अयोग्य हैं।
प्ररदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता को बताना चाहिए कि संविधान की कसम खाने केबाद भी बार-बार वो अपने हर कार्य में संविधान का उल्लंघन क्यो करते हैं। आम आदमी पार्टी से बाहर निकाले गए प्रशांत भूषण ने भी स्वाती मालीवाल की नियुक्ति पर बोलते हुए कहा कि मालीवाल की नियुक्ति को लेकर फाइल अंतिम आदेश के लिए एलजी के पास जानी चाहिए थी।