नई दिल्ली: खराब विदेशी संकेतों के बीच सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में काफी बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स हजार अंक नीचे गोता लगा रहा था, तो वहीं निफ्टी 300 से अधिक अंक गिरकर आठ हजार के स्तर से नीचे आ गया। इसे शेयर बाजार की सबसे बड़ी गिरावट बताया जा रहा है।
भारतीय बाजार में गिरावट की मुख्य वजह अमेरिकी और एशियाई बाजारों में आई जोरदार गिरावट को माना जा रहा है। इसके अलावा चीन में आई मंदी और कोरियाई प्रायद्वीप में बन रहे युद्ध के हालातों को देखते हुए बाजार में गिरावट का दौर चल रहा है।
शेयर बाजार में गिरावट सभी क्षेत्रों के शेयरों में देखने को मिल रही है। बाजार के जानकारों का कहना है कि हो सके तो आज के दिन शेयरों की खरीदारी करने से बचें। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स ने 26,359.53 का निचला स्तर छूआ, तो निफ्टी ने 7,9909 तक गोता लगाया है। सेंसेक्स और निफ्टी में 3.5-3.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर भी जमकर लुढ़के। बाजार में कारोबार के इस दौरान यस बैंक, वेदांता, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, टाटा मोटर्स, गेल और आईसीआईसीआई बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में 6.8-4.75 फीसद तक की कमजोरी आई है। मिडकैप शेयरों में वक्रांगी, ओसीएल इंडिया, एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, हेक्सावेयर और केईसी इंटरनेशनल सबसे ज्यादा 15.2-7.8 फीसदी तक लुढ़के हैं।
Sensex posts biggest fall in 7 years, down over 1,200 points; Nifty below 7,950