नई दिल्ली, अमरेली (गुजरात). आशिकी के बीच का रोड़ा बन रहा था भाई, इसलिए उसकी गला काट कर हत्या कर दी। योजना मां-बाप को भी ठिकाने लगाने की थी….मगर भाई को मार डालने के बाद लड़की ने नाटक रचा वो पुलिस को नहीं पचा और राज़ फाश हो गया…. फिलहाल लड़की पुलिस हिरासत में है….उसने अपना गुनाह क़बूल भी कर लिया है। उसने लुकाछिपी खेलने के बहाने भाई की आंखों पर पट्टी बांधी, दुपट्टे से हाथ बांधा और गला काट डाला था। 17 साल की यह लड़की मां-बाप को भी मारने का प्लान बना रही थी। बता दें कि निकिता (बदला हुआ नाम) के पिता रमेशभाई अरजणभाई पेशे से नोटरी हैं। मां नर्स है।
लड़की का पूरा कबूलनामा…”मैं नवनीत को चाहती थी। वो अमरेली जिला पंचायत में सामाजिक न्याय कमेटी के चेयरमैन प्रेमजी भाई का बेटा है। भैया उससे मिलने से मुझे रोकता था। मां-पापा भी उसी का साथ देते थे। मैं सभी को सबक सिखाना चाहती थी। कुछ दिन पहले मैंने टीवी पर क्राइम शो देखा था। उसमें एक पुरुष सरप्राइज देने के बहाने पत्नी की आंखों पर पट्टी और दोनों हाथ बांध देता है। इसके बाद पत्नी को कुर्सी पर बैठाकर पीछे से उसका गला काट देता है। मुझे ये तरीका जंच गया।
भाई से कहा कि चलो, आंख मिचौनी खेलते हैं
सोमवार को मां-पापा काम पर चले गए तो मैंने भाई से कहा कि चलो, आंख मिचौनी खेलते हैं। पहले तो उसने मना किया, फिर मैंने जिद की तो मान गया। थोड़ी देर खेलने के बाद मैंने उसे कुर्सी पर बैठाया और उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी। फिर दुपट्टे से दोनों हाथ भी बांध दिए। भैया ने कहा कि आंखें दुख रही हैं, खोलो इसे। तो मैंने आंखें खोल दीं, लेकिन हाथ बंधे रहने दिए। फिर किचन में गई और चाकू लेकर आई। भाई इसे खेल ही समझ रहा था। मैंने उससे कहा-अब मैं तुझे मार डालूंगी। तो वो हंसने लगा। लेकिन मैंने उसके सीने में पूरा चाकू उतार दिया। दो बार मारे। वो गिर गया। फिर गले पर चाकू से दो-तीन वार किए। वो मर गया। खून मेरे कपड़ों और चेहरे पर लग गया था, इसलिए बाथरूम गई और नहाई। फिर कपड़े धोए और सूखने डाल दिए।
नए कपड़े पहने। कमरे में पोंछा लगाकर खून साफ किया। इतने में पापा का फोन आ गया। वो पूछने लगे कि क्या हो रहा है, तो मैंने कहा- कुछ नहीं। फिर भाई के बारे में पूछा तो कह दिया कि भैया सो रहा है। इसके बाद मैं पड़ोसियों के पास गई और दो मिनट बाद लौटकर घर आ गई। फिर वापस बाहर भागी और रोते हुए पड़ोसियों को आवाज दी- जल्दी आओ, किसी ने भैया को मार डाला। तत्काल लोग आए। भाई को खून से सना देखकर किसी ने पुलिस को फोन लगा दिया।” रिपोर्ट – अनवर चौहान