नई दिल्ली- भारतीय उद्योगपतियों और अभिनेताओं की एक लॉबी कोहिनूर हीरा भारत लाने की मांग करते हुए महारानी एलिजाबेथ को कानूनी चुनौती देने की तैयारी कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है की कोहिनूर दुबारा अपने देश में आ सकता है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 800 साल पहले 105 कैरेट का कोहिनूर हीरा भारत के खादान से निकला था और अंग्रेजी राज के दौरान इसे तत्कालीन महारानी विक्टोरिया को भेंट में दे दिया गया। इस वक्त यह हीरा एलिजाबेथ की मां के मुकुट में सजा हुआ है और लोगों के देखने के लिए ‘टावर ऑफ लंदन’ में रखा गया है।
कोहिनूर को वापस लाने के लिए भारतीय समूह टिटोज के सह-संस्थापक डेविड डीसूजा इस नयी कानूनी कार्रवाई में आर्थिक मदद कर रहे हैं। उन्होंने ब्रिटिश वकीलों को हाई कोर्ट में सुनवाई की कार्यवाही शुरू करने को कहा है। डिसूजा ने एक ब्रिटिश अखबार को बताया कि भारत से संदिग्ध परिस्थितियों में लाई गई विभिन्न कलाकृतियों में से कोहिनूर भी एक है।
ब्रिटेन ने भारत पर साशन के दौरान न सिर्फ हमारे लोगों ने धन लूटा बल्कि उनकी आत्मा को भी चोट पहुंचाई है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने समाज के साथ क्रूरता की, जिसका अंश अभी भी बहुसंख्यक गरीबी, शिक्षा की कमी और अन्य बातों में देखने को मिलता है। बता दें कि यह कानूनी कार्रवाई ऐसे वक्त में शुरू हो रही है जब प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन के आधिकारिक दौरे पर आने वाले हैं। वहां वह महारानी विक्टोरिया की ओर से बकिंघम पैलेस में आयोजित लंच में भी हिस्सा लेंगे।