पेरिस – फ्रांस की राजधानी पेरिस में शनिवार तड़के छह जगहों पर आतंकी हमले हुए। इस हमले में करीब 158 लोगों की मौत हो गई, जबकि 200 से ज्यादा लोग इन हमलों में अन्य घायल हो गए। इस दौरान कई लोगों को बंधक बनाए जाने की भी खबर है। फिलहाल सभी आठ आतंकियों को मार गिराया गया है। जिस वक्त धमाके हुए उस वक्त स्टेडियम में फ्रांस और जर्मनी के बीच फुटबॉल मैच खेला जा रहा था।
बताया जा रहा है कि फ़्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी मैच देख रहे थे लेकिन उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। भारतीय दूतावास ने इन हमलों के बाद हेल्पलाइन नंबर 0033140507070 भी जारी किया है।
इस हमले के बाद फ्रांस की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। लोगों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है। स्थानीय पुलिस की मदद के लिए सेना को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। हमले के मद्देनजर करीब 1500 जवानों को सड़कों पर तैनात किया गया है। पूरे देश्ा में आपातकाल की घोषणा की गई है।
हमले के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर #PorteOuverte (इसका अर्थ है #DoorOpen) ट्रेंड करने लगा। हमले के बाद फ्रांस के पीएम फ्रांस्वा ओलांद ने जी-20 समिट का दौरा रद कर दिया है। फ्रांस में स्टेट ऑफ इमरजेंसी लागू कर दी गई है। पूरे यूरोप में हाई अलर्ट है। फ्रांस के कमांडोज ने अब तक पांच हमलावरों को मार गिराया है। इन हमलों की कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने तीखी निंदा की है।
यह हमला पेरिस में हुआ। पेरिस और लंदन के बीच दूरी 450 किलोमीटर की है। ट्रेन से 2 घंटे में पहुंचा जा सकता है। लंदन के वेम्ब्ली स्टेडियम में ही शुक्रवार को मोदी स्पीच दे रहे थे। बता दें कि मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने 12 जगहों पर फायरिंग की थी और ब्लास्ट किए थे। इन हमलों में भी 164 लोग मारे गए थे और 308 घायल थे। आतंकियों ने ताज और ओबेरॉय होटल में कई लोगों को बंधक बनाया था। तीन दिन के ऑपरेशन के बाद 10 आतंकियों को मार गिराया गया था। पेरिस में भी हमलों का तरीका ऐसा ही है।
अमेरिका के प्रेसिडेंट बराक ओबामा ने बयान जारी कर पेरिस में हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि, ‘फ्रांस में हुए हमले बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह मानवता पर हमला है। फ्रांस हमारा पुराना साथी है। इस हमले की घड़ी में हम उसके साथ खड़े हैं।’ वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘पेरिस में हुए हमले दुखद घटना है। इस घड़ी में हम फ्रांस के साथ खड़े हैं। हमले में मरने वालों को श्रद्धांजलि।’
गौरतलब है कि कुछ माह पहले फ्रांस में आईएस के आतंकियों ने एक न्यूज़पेपर और कोशर ग्रोसरी में हमला किया था, जिसमें 20 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के कुछ हफ़्तों बाद आतंकियों ने चार्ली हेब्दो नाम की मैगजीन के दफ्तर को निशाना बनाया था, इस हमले में 13 पत्रकारों की मौत हो गई थी।