पटना- नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी डिप्टी सीएम बनेंगे। लालू के दूसरे बेटे तेजप्रताप का भी मंत्री बनना तय है। अब्दुल बारी सिद्दीकी को वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार आरजेडी के विधायक तेजस्वी को विधायक दल का नेता चुनेंगे।
मंत्रिमंडल में करीब 40 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसमें लालू के कुछ करीबी नेताओं को मजबूत पोर्टफोलियो दिए जा सकते हैं। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि उनकी पार्टी स्पीकर पोस्ट के लिए आरजेडी और जेडीयू से बात कर रही है। नौ बार विधायक रह चुके सदानंद सिंह को स्पीकर बनाने के लिए विचार किया जा रहा है। सिंह राबड़ी देवी की सरकार में भी 2000 से 2005 तक स्पीकर रह चुके हैं।
जद (यू) के महासचिव के. सी. त्यागी ने बताया, यह खुशी का मौका है। ऐसे समारोहों में अन्य दलों के बड़े नेताओं को आमंत्रित करने का चलन है। इसी के तहत दूसरे दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें ज्यादा राजनीति नहीं देखनी चाहिए। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के भी इस समारोह में भाग लेने की संभावना है।
महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस के हिस्से मंत्रियों के पांच पद आ सकते है। कांग्रेस तीन पुराने और दो नए विधायकों को मंत्री बना सकती है। पुराने और अनुभवी विधायकों में प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह के अलावा विधानमंडल दल के पूर्व नेता अशोक कुमार, विजय शंकर दूबे, अवधेश कुमार सिंह, मो. जावेद, अब्दुल जलील मस्तान, रामदेव राय मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। पहली बार चुनाव जीत कर आए विधायकों में प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमिता भूषण, भावना झा, पूनम पासवान, राजेश कुमार का नाम है।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ राजनीति करने वालों का जमावड़ा हो सकता है। जद यू के एक नेता के मुताबिक समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, मणिपुर के मुख्यमंत्री ओ. इबोबी सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस. सिद्धारमैया, सिक्किम के मुख्यमंत्री पी. के. चामलिंग और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबम तुकी शामिल होंगे। पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह भी शिरकत करेंगे।