अहमदाबाद- गुजरात पाटीदार आंदोलन के चलते कांग्रेस को हुवा जबर्दस्त फायदा तो गुजरात चुनाव रुझानो ने भाजपा को दिखाया आईना गाँव मे विकास की बड़ी बड़ी बाते भाजपा की नैया पार नहीं लगा सकी तो शहरी विस्तार और नगरो मे भाजपा का जादू चलते दिखाई दिया है। 31 जिला पंचायत और 230 तालुका पंचायत 56 नगर पालिका के लीये हुवे मतदानों का रुझान आज आया राज्य मे टोटल 343 जगहो पर काउंटींग हुवा कुल 12687 कर्मचारीयों ने 4226 टेबल पर मत की गणना की ।
भाजपा को सूरत मे पाटीदारों का डर था, क्यू की पाटीदार आंदोलन का सूरत प्रमुख स्थान था और हार्दीक के समर्थको को भी सूरत से आशा थी। मगर सूरत के मतदाताओ ने फिर से एक बार भाजपा को चाहा, शहरो मे पाटीदार विस्तार मे कई जगह पर भाजपा ने जीत दर्ज की, महानगर और नगरो के रुझान पर कहा जा सकता है, कि शहरो मे हार्दीक फेक्टर काम नहीं कर रहा तो गाँव मे पाटीदार फेक्टर काम कर गया जिसका पूरा फायदा कांग्रेस को हुवा । जो जायज है, क्यू कि गाँव के किसान लंबे समय से कई समस्या से जूझ रहे है। उन्हे अपनी फसल के दाम भी ठीक तरीके से नहीं मिल रहे है । जिसका गुस्सा भी किसानो ने भाजपा पर उतारा ऐसा नजर आ रहा है।
भाजपा ने 6 महानगरो मे जीत दर्ज कराई मगर इस जीत का नशा पंचायत चुनाव ने उतार और भाजपा के सामने गाँव ने रख दिया आईना, सबसे बड़ी बात ये है की सूरत मे पाटीदार फेक्टर नाकाम रहा तो सौराष्ट्र मे काम कर गया और राजकोट महानगर मे भाजपा को कडा संघर्ष के बाद आखरी वक़्त पर जीत मिली ।
पंचायत की कुल 988 सीटो मे से भाजपा को 239 ,कांग्रेस को 366 और अन्य को 14 सीटे मिली, तो महानगर निकाय मे कुल 572 सीटो मे से भाजपा को 276 और कांग्रेस को 139 सीट मिली, तो दूसरी ओर 2088 नगरपालिकाओ मे भाजपा को 875 , कांग्रेस को 502 और अन्य को 121 सीटे दर्ज हुई तो दूसरी ओर तालुका पंचायत की कुल 4778 सीटो मे से भाजपा को 1213 , कांग्रेस को 1791 और अन्यों को 50 सीटे मिली है।
पाटीदार आंदोलन के हार्दीक पटेल के खुद अपने वोर्ड मे ही भाजपा की पेनल विजेता हुई ये रुझान हार्दीक पटेल को एक तमाचा शाबित होगा भाजपा के सामने इस रिजल्ट से कई मुद्दे खड़े हो गए है। जिन पर भाजपा को गंभीरता से काम करना पड़ेगा वरना आने वाले चुनाव भाजपा के लिए खतरनाक शाबित होगा। जनता जनार्दन और किसान जान गए है अपने वोट की कीमत।
रिपोर्ट :- तुलसी भाई पटेल