सागर- प्रेम में नाकाम एक शख्स ने अपनी प्रेमिका को पाने के लिए गलत मंसूबो के तहत प्रेमिका के मासूम भाई का किया अपहरण इतना ही नहीं आरोपी ने मासूम के परिजनों को अपने इरादे बताकर कहा की मेरी शादी मेरी प्रेमिका से करा दो और मासूम को ले जाओ। 4 दिन की जद्दोजहद के बाद आखिरकार पुलिस आरोपी की गिरेवान तक पहुंची और मासूम को परिजनों के सुपुर्द कर आरोपी को हिरासत में ले लिया। पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से इस अपहरण का खुलासा किया है
सागर जिले के बीना तहसील के प्रताप वार्ड में रहने राम अवतार ठाकुर के केंद्रीय विद्यालय में नौ वी कक्षा पढ़ने वाले योगेश को घर से खेलते वक़्त नो दिसंबर को अपहरण कर लिया गया था। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने बताया की पुलिस को फिरौती मांगने वाली बात पर संसय लग रहा था। जब पुलिस ने चांबीब शुरू की तो मामला प्रेम प्रसंग का निकला।
जिसमे मोहब्बत में नाकाम प्रदीप सिंह जिसकी उम्र २४ वर्ष है उसने अपने एक तरफ़ा प्रेम में अपनी प्रेमिका को पाने के लिए प्रेमिका के भाई योगेश का अपहरण कर एक गंदी साजिश को अंजाम दिया था। पुलिस की माने तो आरोपी अपनी प्रेमिका की कही और हुई शादी की सगाई से परेशान था। और वह हर हालत में उसको पाना चाहता था।
अपनी नाकाम मोहब्बत को लेकर आरोपी प्रदीप ने अपनी प्रेमिका के १५ साल के मासूम भाई का अपहरण किया। और मासूम के परिजनों से यह शर्त रखी की तुम मेरी शादी अपनी बेटी से करा दो और मासूम को ले जाओ। हालांकि पुलिस का कहना है की मासूम के परिजनों ने उनसे यह प्रेम प्रसंग की बात छुपाई थी और फिरौती की ही बात का जिक्र किया था ।
पुलिस कह रही है की इसी वजह से उसे आरोपी तक पहुचने में इतना वक़्त लग गया पुलिस बता रही है की आरोपी ने एक किराए की स्कार्प्यू गाडी से ग्वालियर अशोक नगर के कई जगह रहकर मासूम के परिजनों से बात करता रहा ! पुलिस भी चाहती थी की आरोपी लगातार बात कर सम्पर्क में रहे और इसी चक्कर में आरोपी मासूम को लेकर खुरई तक आ पहुंचा !
जहा पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे खुरई कि एक लॉज से गिरफ्तार कर लिया और सकुशल योगेश को बचाया। पुलिस इस मामले मासूम से और बात कर अपराध की जड़ तक जाने अभी जांच के बाकी पार्ट की बात कह रही है ।
वही आरोपी प्रदीप अपने प्रेम प्रसंग की बात कबूल रहा है साथ ही यह बात भी कह रहा है की लड़की उसके साथ भागने की बात कह रही थी लेकिन जब उसकी सगाई कही और तब उसने उसके भाई के किडनेप कर उसे पाने की गंदी साजिश रची बहरहाल मासूम अपने घर में सकुशल है लेकिन प्रदीप का अपनी मोहब्बत को पाने की साजिश गंदी थी यही वजह है की प्रदीप को मोहब्बत तो नहीं मिली लेकिन जेल की सलाखें जरूर मिली।
रिपोर्ट:- विनोद आर्य