नई दिल्ली- केन्द्र की एनडीए सरकार ने नेहरू-इंदिरा परिवार से जुड़ी एक और योजना का नाम बदलने की पूरी तैयारी कर ली है। अब बारी है गरीबों के लिए बनाए जाने वाले आवास का नया नामकरण करने की। अभी गरीबों के लिए जो आवास बनवाए जाते हैं उसका नाम इंदिरा आवास योजना है। अब इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री आवास योजना किया जाना है। इसके लिए नवाचार किया जा रहा है।
राजधानी के एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने पुष्टि की है कि इंदिरा आवास योजना का नाम बदला जा रहा है। बनाए जाने वाले मकान में कई तरह के परिवर्तन किए जाएंगे। अधिकारी के मुताबिक हम इस योजना में -ग्रामीण-शब्द शामिल किए जाने पर गम्भीरता से चर्चा कर रहे हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने पहले से ही संशोधन के लिए कैबिनेट जारी कर दिया है। योजना है कि मकान जो बनें वे वर्तमान की अपेक्षा बड़े हों और इसकी राशि भी वर्तमान के 1.25 लाख रुपए से बढ़ाकर दोगुनी किए जाने पर विचार किया जा रहा है। नई योजना में रसोईघर भी बड़ा होगा और मौजूदा क्षेत्र को 22 से बढ़ाकर 25 वर्ग मीटर किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार पहले ही राजीव गांधी के नाम पर चल रही दो योजनओं का नाम बदल चुकी है। एक योजना का नाम सरदार पटेल के नाम पर तथा दूसरी योजना का नाम दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया गया है।