नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून तथा शीतकालीन सत्र में बाधा डालने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिन्होंने (कांग्रेस) छह दशक तक सत्ता का उपभोग किया है, उन्हें देश की संसद का समय बर्बाद करने और विकास में बाधा डालने का अधिकार नहीं है।
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में देश में 14 लेन के पहले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस हाईवे का शिलान्यास करते हुए कहा कि जिन लोगों को देश की सत्ता में आने का मौका नहीं मिला उनका विरोध तो स्वीकार किया जा सकता है लेकिन जिन्हें 50-60 साल तक देश को चलाने का मौका मिला है संसद चलाने की जिम्मेदारी उनकी ज्यादा है।
उन्होंने कहा जिन्होंने देश को 60 साल तक राज किया है संसद कैसे काम करती है, उन्हें ज्यादा मालूम है। उन्होंने देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं। संसद को चलाने की उनकी विशेष जिम्मेदारी है। उन्हें अपने राजनीतिक कारणों से देश के विकास में बाधा डालने का हक नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कई कानून हैं जो बहुत पुराने हो चुके हैं और उन्हें बदलने की जरूरत है। कानून बनाने और उसे बदलने का अधिकार संसद का है लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है कि जिन्हें जनता ने ठुकरा दिया है, उन्होंने अब संसद में हंगामा करना शुरू कर दिया है। संसद की कार्यवाही में लगातार बाधा डाल रहे हैं और संसद नहीं चलने दे रहे हैं। जनता द्वारा ठुकराए जाने के बाद संसद को ठप किए हुए हैं।
उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से संसद चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि जनता ने संसद में विकास के कार्यों के लिए चुनकर भेजा है। संसद में इसलिए चुनकर भेजा गया है कि वहां जनहित के मुद्दों को उठाएं, उन पर चर्चा करें और विचार विमर्श के बाद जनहित में निर्णय लें।
मोदी ने कहा, \’लोकसभा में उन्हें बोलने का अवसर नहीं मिलता इसलिए जनसभा में बोल रहा हूं। हंगामा वे लोग कर रहे हैं जिनकों दशकों तक जनता ने सत्ता में रहने का अवसर दिया है। जिनको मौका नहीं मिला उनकी नाराजगी समझ में आती है। उन्होंने कहा कि जनता ने सांसदों को उनके हितों के बारे में निर्णय लेने के लिए संसद में भेजा है और सबको यह काम जिम्मेदारी से पूरा करना चाहिए।