पठानकोट – शनिवार अल सुबह पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद जहां रात तक कहा जा रहा था कि ऑपरेशन पूरा हो गया है वहीं रविवार सुबह से फिर एयरबेस पर धमका हुआ जिसके बाद फायरिंग शुरू हो गई।
खबरों के अनुसार रविवार सुबह फिर एक धमाका हुआ जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल के अलावा तीन अन्य जवान घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि धमाका बम डिफ्यूज करते वक्त हुआ था। घायलों में से लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन इलाज के दौरान शहीद हो गए। अब तक इस हमले में 11 जवान शहीद हुए हैं। इस बीच खबर है कि एयरबेस पर फिर से फायरिंग शुरू हो गई है। डीआईजी बॉर्डर विजय प्रताप सिंह के अनुसार फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है और वहां दो और आतंकी छिपे हो सकते हैं। एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच एनआईए करेगी।
इस बीच नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के पठानकोट पहुंच गए हैं। इससे पहले पंजाब पुलिस के डीजीपी हालात का जायजा लेने पठानकोट एयरबेस पहुंचे थे। इस हमले में ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने सभी 5 आतंकियों को ढेर कर दिया। वहीं इस दौरान सेना के 7 जवान भी शहीद हो गए जबकि हमले में 18 लोगों के घायल हो गए।
पठानकोट एयरबेस पाकिस्तान सीमा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। आतंकी इस एयरबेस को इसलिए निशाना बनाना चाहते हैं क्योंकि यहां पर मिग-21 और मिग-29 विमान और मिसाइलें रखी हुई हैं। साल 1965 और 1971 की जंग में पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन की अहम भूमिका रही है। यहां मिग-21 से लेकर कई तरह के लड़ाकू विमान मौजूद हैं। एयरफोर्स के करीब 18 विंग यहीं पर हैं। एयरफोर्स अफसरों की फैमिली भी बेस के अंदर रहती है।
पठानकोट एयरबेस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का हाथ होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के मुताबिक जिस तरीक़े से हमला हुआ, उससे लगता है कि जैश ने ही इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इस बारे में कोई पुख्ता सुबूत मिले हैं।