नई दिल्ली – पिछले करीब 6 महीनों के भारी विरोध के बाद गुरुवार को पहली बार फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष गजेंद्र चौहान इंस्टीट्यूट कैंपस में होने वाली सभा में हिस्सा लेंगे। लेकिन इस बीच छात्रों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों को काबू करने लिए पुलिस ने विरोध कर रहे 20 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया है। सभा के दौरान किसी भी तरह रूकावट डालने की आशंका को लेकर पुलिस ने संस्थान के 17 छात्रों को किसी भी तरह के विरोध से दूर रहने के लिए नोटिस दिया है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने 9 जून 2015 को अभिनेता गजेंद्र चौहान के अध्यक्षता में एफटीआइआइ सोसाइटी का गठन किया था लेकिन संस्थान के छात्रों, पूर्व छात्रों और फिल्म जगत के कई कलाकारों के विरोध की वजह से एफटीआईआई सोसाइटी अपना कार्यभार नहीं संभाल पाई थी।
गजेंद्र चौहान की अध्यक्षता को लेकर कई छात्रों ने हड़ताल की और 139 दिनों तक शैक्षणिक गतिविधियों को रोकने की कोशिश की। हालांकि 29 अक्टूबर को हड़ताल खत्म करने के बाद से कैंपस में शांति है और छात्र अपनी कक्षाओं और प्रोजेक्ट कार्यों में व्यस्त हैं।
बुधवार को पुलिस ने 17 छात्रों को नोटिस दिया इनपर पहले भी जबरन शांति भंग करने का आरोप है। इससे पहले एफटीआईआई के निदेशक प्रशांत पाथराबे ने 16 अगस्त को इन छात्रों को सख्त चेतावनी दी थी कि अगर वो कैंपस में किसी भी तरह माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गजेंद्र चौहान और एफटीआईआई के बाकी सदस्यों के कैंपस दौरे को लेकर नोटिस जारी किया गया है इस नोटिस में सभी छात्रों को एफटीआइआइ सदस्यों के दौरे के दौरान किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने को कहा गया है।
ये भी चेतावनी दी गई है कि अगर कोई छात्र इस सूचना का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
गजेंद्र चौहान की नियुक्ति का विरोध करने वाले छात्रों का कहना है उन्होंने चाहे अक्टूबर में अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया हो लेकिन वो अब भी चौहान को बतौर अध्यक्ष और उनकी टीम को स्वीकार नहीं कर सकते। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि वो आज भी कैंपस में एफटीआईआई के सदस्यों के दौरे के दौरान उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे हालांकि विरोध प्रदर्शन किस तरह का होगा इस बारे में छात्रों ने साफ तौर पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है।
गजेंद्र चौहान ने भी छात्रों से विरोध कर अपनी पढ़ाई खराब ना करने की अपील की है। चौहान ने कहा कि वो गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन बनने के बाद उन सभी शिकायतों को सकारात्म तरीके से सुलझाने की कोशिश करेंगे जोकि छात्रों के खिलाफ दर्ज की गई है।
चौहान ने कहा कि विरोध करने का कोई फायदा नहीं है और ये नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरोध की बजाय सकारात्म चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है जिससे वो संस्थान और उनके भविष्य को उज्जवल कर सके। चौहान ने कहा कि वो अपना पद संभालने के बाद छात्रों की बेहतरी के लिए काम करेंगे।
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