नई दिल्ली- यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) सहित कम से कम छह अलगाववादी संगठनों ने 26 जनवरी को सुबह 1 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक आम हड़ताल की धमकी मिली है।
जीहां खबरों अनुसार पूर्वोत्तर में इन संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस समारोहों का बहिष्कार करने का फैसले को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा चाकचौबंद की गई है ! गणतंत्र दिवस के मद्देनजर देश के तीन पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और मिजोरम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खासतौर से भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी गई है। आतंकवाद से प्रभावित राज्यों असम, मणिपुर और नागालैंड में सुरक्षाबलों को पहले ही हाई अलर्ट कर दिया गया है ताकि गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान या उससे पहले आतंकवादी किसी तरह की हिंसक वारदात को अंजाम देने में सफल न होने पाएं।
यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) सहित कम से कम छह अलगाववादी संगठनों ने गणतंत्र दिवस समारोहों का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक प्रणय सहाय ने संवाददाताओं को बताया, ” सभी मुख्यालयों, हवाईअड्डों, भीड़भाड़ वाली जगहों और महत्वपूर्ण स्थानों पर किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई टीम (क्यूआरटी) पूरी तरह से तैयार हैं।” मेघालय में प्रतिबंधित संगठन हेनीवेट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) ने 25 जनवरी को शाम छह बजे से 24 घंटे के बंद का ऐलान किया है।
हालांकि चर्च जाने वालों, दूध विक्रेताओं, मरीजों और मीडिया संगठनों को इस बंद से अलग रखा गया है। मेघालय के पुलिस महानिदेशक एस.बी.काकती ने शिलांग में कहा,” गणतंत्र दिवस समारोहों के दौरान या उससे पहले किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।” गणतंत्र दिवस के दौरान आतंकवादी संगठनों द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर गड़बड़ी फैलाने की सूचना के बाद मिजोरम सरकार ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। []