मुंबई : दलाल पथ में आज भारी गिरावट रही। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 807.07 अंक टूटकर 23,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। यह छह महीने में सेंसेक्स की सबसे बडी गिरावट है। 21 महीने बाद सेंसेक्स 23,000 अंक से नीचे आया है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती तथा भारतीय कंपनियांे, विशेषकर सरकारी बैंकों के निराशाजनक तिमाही नतीजों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
बाजार में आई इस भारी गिरावट से निवेशकांे के कुल बाजार पूंजीकरण :मार्केट कैप: में तीन लाख करोड रपये की गिरावट आई है। आज आई इस गिरावट के बाद सेंसेक्स करीब एक साल पहले यानी 4 मार्च, 2015 के 30,024 अंक के स्तर से 23 प्रतिशत टूट चुका है। इस दौरान निवेशकोंे की 20 लाख करोड रपये की पूंजी स्वाहा हो गई है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरां वाला सेंसेक्स आज 23,758.46 अंक पर कमजोर रख के साथ खुलने के बाद बडी कंपनियांे के शेयरांे में भारी बिकवाली से 22,909.12 अंक के निचले स्तर तक लुढक गया। अंत में सेंसेक्स 807.07 अंक या 3.40 प्रतिशत के नुकसान से 22,951.83 अंक पर बंद हुआ। यह 12 मई, 2014 के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है।
नेशनल स्टॉक एक्सचंज का निफ्टी 239.35 अंक या 3.32 प्रतिशत के नुकसान से 6,976.35 अंक पर आ गया। सेंसेक्स के 30 शेयरांे में 28 नुकसान में रहे। इनमें अडाणी पोर्ट्स, भेल, टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, एम एंड एम, टाटा स्टील, एचडीएफसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, गेल, मारति, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं। सिर्फ सिप्ला और डा. रेड्डीज लैब के शेयर ही लाभ में रहे।
बीएसई स्माल कैप में 4.64 प्रतिशत तथा मिडकैप में 3.27 प्रतिशत की गिरावट रही। देश के सबसे बडे बैंक भारतीय स्टेट बैंक के शेयर मूल्य में 2.99 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 154.20 रपये पर बंद हुआ। बैंक का तीसरी तिमाही एकीकृत मुनाफा 67 प्रतिशत घटकर 1,259.49 करोड रपये रह गया।