रांची- दूसरे टी-20 मुकाबले में टीम इंडिया के पास न सिर्फ बराबरी बल्कि इज्जत बचाने का भी मौका है। टॉस कुछ ही देर में होने वाला है। इससे पहले पुणे में हुए पहले फटाफट 20 मुकाबले में टीम इंडिया युवा और अनुभवहीन श्रीलंका के सामने औंधे मुंह गिर गई थी।
पुणे की विकेट को इंग्लिश करार देने वाले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने घरेलू शहर में मैच खेलने उतरेंगे। उम्मीद है कि यहां उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप के मिजाज की रनों से भरी पिच मिलेगी।
श्रीलंका टीम में काफी युवा खिलाड़ी हैं। मेहमान टीम के पास खोने को कुछ नहीं है ऐसे में वे सीरीज जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे। बेशक पहला मैच श्रीलंका ने अपने गेंदबाजों के बेहतरीन प्रयासों से जीत लिया हो लेकिन बल्लेबाजी के अनुकूल विकेट होने पर भारतीय बल्लेबाज इस बार उनकी जमकर खबर ले सकते हैं। श्रीलंकाई की पेस तिकड़ी रजिता, दुष्मांता और शनाका की रांची में कड़ी परीक्षा हो सकती है।
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने 3-0 से सीरीज जीती थी। भारत के मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाज को बमुश्किल हाथ दिखाने का मौका मिला था क्योंकि शीर्ष क्रम जबर्दस्त फॉर्म में चल रहा था लेकिन पुणे में भारतीय बल्लेबाजों ने घासयुक्त पिच पर समझदारी से बल्लेबाजी करने की जगह बिना सोचे-समझे आक्रामक खेल दिखाने की कोशिश की।
ऐसे में जबकि वर्ल्ड टी-20 में ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चाहेंगे कि भारतीय बल्लेबाज परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बल्लेबाजी करें। वर्ल्ड टी-20 से पहले एशिया कप में भी खेलना है जहां भारतीय टीम मजबूत दावेदारी रखती है।
गेंदबाजी में कप्तान धोनी आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमराह को और मौका देना चाहेंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भुवनेश्वर कुमार को मौका मिलता है या नहीं। चूंकि स्पिन विभाग में अश्विन और रविंद्र जडेजा अच्छा कर रहे हैं।
[खेल डेस्क]