भोपाल– फूलन देवी की तरह ही राजनीति करने का ख्वाब सजाने वाली दूसरी बेंडिट क्वीन पुलिस की गिरफ्त में है ! जीहां शिवपुरी के जंगलों में अपने साथी चंदन के साथ घूमने वाली बैंडिट क्वीन चंदा को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। चंदा के एक दूसरे साथी भोजा गड़रिया को भी पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल की है। इनके पास कई बंदूकें भी बरामद हुई हैं। यह दस्यु सुंदरी सरेंडर के बाद फूलन देवी की तरह सांसद का चुनाव लड़ना चाहती थी।
30 जनवरी को चंदन को मारने के बाद पुलिस लगातार चंदा और उसके साथियों को खोजने में लगी हुई थी। शुक्रवार की सुबह सूचना मिली कि सलैया के जंगल में चंदा को देखा गया है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने जंगल को घेर लिया। यहां पर चंदा पुलिस को मिल गई। इस बीच नरवर के जंगलों में पुलिस ने एक और मुठभेड़ की, जिसमें चंदन का फरार हुआ साथी भोजा गड़रिया पकड़ लिया गया।
शिवपुरी SP मोहम्मद यूसुफ के मुताबिक, चंदा ने पूछताछ ने बताया कि वह फूलन देवी को अपना रोल मॉडल मानती है। उसकी प्लानिंग सरेंडर के बाद सांसद का चुनाव लड़ने की थी। वह किडनैपिंग के जरिये पैसा जुटा रही थी। चंदा अपने ससुर से परेशान होकर डाकू बनी थी।
चंदन गड़रिया के दूर के रिश्ते की बहन चंदा दतिया के दिनारा गांव की रहने वाली थी। उसकी शादी हो चुकी थी, लेकिन चंदन से उसके शादी से पहले से ही प्रेम संबंध थे। चंदा पति को छोड़ कर बीते साल चंदन के साथ गिरोह में ही आ गई थी।
जींस-टी शर्ट पहनने वाली चंदा के जिम्मे किडनैप लोगों को डील करने का काम था। 12 बोर की बंदूक का इस्तेमाल करने वाली ये लेडी दस्यु किडनैप लोगों को मारने-पीटने और डराने का जिम्मा संभालती थी। पुलिस ने चंदा पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
चंदा को बाइक और बंदूक दोनों चलाने की शौक रहा है। वो गांव में लगने वाले मेलों में एयरगन से गुब्बारे फोड़ने में काफी दिचचस्पी लेती थी। चंदा अपने गिरोह में सबसे अधिक पढ़ी-लिखी थी। वह 8वीं तक पढ़ी है।
चंदा की गिरफ़्तारी के मामले में एक कहानी और सामने आ रही है कि 30 जनवरी को जिस समय चंदन गड़रिया को एनकाउंटर में मारा गया, उस समय चंदा मौके पर ही थी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर अपने पास रखा। उसके बाद सही समय देखा और शुक्रवार को एक दूसरा एनकाउंटर दिखाकर चंदा को सामने ला दिया। वैसे पुलिस इस बात से इनकार कर रही है।