पटना– “जेएनयू में अगर कोई कार्यक्रम हो रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि वहां के छात्र और प्रोफेसर उसका समर्थन करते हैं।” ! ” आरएसएस से जुड़े भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी के इशारे पर सबकुछ किया जा रहा है”- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य छात्रों की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए सोमवार को यह बात कही !
साथ ही नितीश ने कहा कि ”केंद्र सरकार की नजर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा से जो जुड़ा है, वह देशभक्त है और बाकी लोग देशद्रोही हैं, ऐसा नहीं चलेगा” !
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित जेएनयू में लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो लोग देश विरोधी नारे लगा रहे थे, उन पर कारवाई जरूर हो, लेकिन कार्रवाई की आड़ में निर्दोष छात्रों को न फंसाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बगैर प्रमाण के देश के बाहरी ताकतों के साथ छात्र का नाम जोड़ना गलत है। वामपंथी ताकतों के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वे देशद्रोही नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा, “इशरत जहां को मैंने कभी भी बिहार की बेटी नहीं कहा है। जिन लोगों ने मेरे मुंह में ये बात डाली है उन पर मैं कानूनी कारवाई करूंगा।”
नीतीश ने सवाल किया किया, मोदी सरकार अफजल गुरु की बात कर रही है, जबकि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कुछ निर्दलीय विधायक अफजल गुरु के पक्ष में प्रस्ताव लाते रहे हैं। फिर भी भाजपा नेता राम माधव सरकार बनाने के लिए उन विधायकों से क्यों मिले? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हमेशा दोहरी चाल चलती रही है। भाजपा के लोग एक तरफ देशद्रोह का मुकदमा करते हैं और दूसरी तरफ कश्मीर में उनके समर्थक से मिलते हैं।
सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक राजवल्लभ प्रसाद यादव पर एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है, जो भी कानून तोड़ेगा, उस पर कानूनी कारवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि विधायक राजवल्लभ पर एक नाबालिग लड़की ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। इसके बाद राजद ने विधायक को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। पुलिस विधायक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।