खंडवा – तीन वर्ष पहले खंडवा जिला जेल के दीवार फांदकर फरार हुए सिमी आतंकियों में से चार आतंकियों को पुलिस ने ओडिशा के राउरकेरा से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले पुलिस और आतंकियों के बीच करीब तीन घंटे तक फायरिंग हुई। आरोपियों की पहचान शेख महबूब उर्फ गुड्डू उर्फ मलिक, अमजद उर्फ दाऊद, मोहम्मत असलम उर्फ बिलाल और जाकिर हुसैन उर्फ सादिक के रूप में हुई है। इसमें मोहम्मद असलम उर्फ़ बिलाल नया है बाकी के तीन खंडवा जेल से फरार हुए आतंकी हैं !
1 अक्टूम्बर 2013 को सुबह जेल के अधिकारीयों को पता चला कि रात में 6 आतंकी दीवार फांद कर फरार हो गए हैं इनमे से एक अबुफैज़ल सेंधवा से गिरफ्तार हो चूका था ! और दो असलम उर्फ़ अय्यूब और एजाजुद्दीन निवासी नरसिंह पुर आंध्र प्रदेश के नागोंदा में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए ! यह तीन अभी तक फरार थे इनमे से महबूब उर्फ़ गुड्डू यूपी के बिजनौर में बम फटने से घायल हुआ था ! राउरकेला में इन तीन के साथ एक महिला को भी गिरफ्तार किया है ! जो महबूब की माँ बताई जा रही है !
यह 6 आतंकी भाग निकले थे
1. अबु फैसल इमरान , “अबु फैसल पहले ही मध्यप्रदेश के सेंधवा से पकड़ा जा चूका है और अभी भोपाल जेल में बंद है ”
2. असलम अय्यूब
3. जाकिर बदरूल हुसैन
असलम और जाकिर बदरुल को तेलंगाना पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया था।
4. गुड्डू मेहबूब इस्माईल । उत्तरप्रदेश के बिजनौर बलास्ट में जल जल कर घायल हो गया था।
5. अमजद रमजान ,
6. एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन
खंडवा जिला जेल से 30 सितंबर वर्ष 2013 की दरमियानी रात 2 से 2.30 बजे के बीच जेल की दीवार कूदकर सिमी के सात आतंकी फरार हुए थे। जिसकी जानकारी दूसरे दिन सुबह जेल प्रशासन को लगी। सात में से एक सिमी आतंकी आबिद मिर्जा जेल के पास सर्वोदय कालोनी से कुछ घंटो बाद ही पकड़ा गया।
छह फरार सिमी आतंकियों में से अबु फैसल पिता इमरान को मध्यप्रदेश एटीएस ने 24 दिसम्बर 2013 में बड़वानी जिले के सेंधवा से गिरफ्तार किया था। वहीं दो आतंकी असलम और एजाजुद्दीन को हैदराबाद के तेलंगाना में हुए पुलिस इनकाउंटर में मार गिराया गया। तब बताया गया था की असलम खंडवा का और एजाजुद्दीन नरसिंहगढ़ का रहने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक, इन चारों ने राउरकेला के कुरैशी मोहल्ला में किराए पर एक फ्लैट लिया हुआ था। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, तेलंगाना पुलिस और राउरकेला पुलिस ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इन चारों की गिरफ्तारी से पहले मुठभेड़ रिहायशी इलाके में हुई, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसमें किसी को चोट नहीं आई।
डीजी केबी सिंह ने बताया, ‘ये चारों सिमी के लिए मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में काम कर रहे थे। ये चारों राउरकेला में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे। राउरकेला में डकैती करके ये अपने ऑपरेशनों को अंजाम देते थे। चारों मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और एनआईए की वॉन्टेड लिस्ट में भी हैं। इनके पास से 5 गन और गोला-बारूद बरामद किया गया है। इंटेलीजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर अरुण सारंगी ने बताया कि चारों ने एक बैंक भी लूटा था।
ऐसे तोड़ी जेल
-आतंकवादियों ने शहीद जननायक टंट्या भील जिला कारागार के बैरक नंबर-2 के शौचालय की दीवार में सेंध लगाई।
-हर बैरक के बाहर प्रहरी की ड्यूटी रहती है। आतंकियों ने बैरक से निकलने के लिए इनकी ड्यूटी बदलने के समय का इंतजार किया।
-बैरेक से निकलकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए जेल की चारदीवारी के पास पहुंचे।
-20 फुट ऊंची चाहरदीवारी फांदने के लिए इन्होंने पहले से चादरों को जोड़कर रस्सी बनाई हुई थी।
-यह सब इतनी चतुराई से किया गया कि जेल स्टाफ को बंदी भागने की जानकारी डेढ़ से दो घंटे बाद मिली।
एक अक्टूबर, 2013 को खंडवा जेल से भागे थे
[तेज़ न्यूज़ नेटवर्क]