लखनऊ- बिज़ली एक राष्ट्रीय मुद्दा है, केंद्र अपना वादा पूरा करे। ये कहना है सपा के वरिष्ठ मंत्री आज़म खान का वो आज बिज़ली उत्पादन पर सदन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बोल रहे है। जिसपर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश को जो भी बिज़ली मिल रही है वो केंद्र के सहयोग से ही मिल रही है।
उत्तरप्रदेश विधानसभा के चालू बजटसत्र में आज भाजपा ने बिज़ली उत्पादन को लेकर सपा सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता डॉ राधा मोहन अग्रवाल ने बताया की यूपी में 7000 मेगावाट बिज़ली की कमी है, जिसके अनुपात में आज प्रदेश में सिर्फ 3556 मेगावाट ही बिज़ली का उत्पादन हो रहा है, जब की सपा सरकार बनते वक़्त मार्च- 2012 में यहाँ बिज़ली का उत्पादन 4109 मेगावाट था, जो आज के बिज़ली उत्पादन से कही ज्यादा था।
विपक्ष के कई सदस्यों द्वारा बिज़ली मुद्दे पर पूछे गए एक अहम सवाल के जवाब में ऊर्जा राज्य मंत्री शैलन्द्रे यादव ‘ललई’ ने, प्रदेश में बिज़ली उत्पादन को लेकर अपना जवाब देते हुआ बताया की आज प्रदेश में 3556 मेगावाट बिज़ली का उत्पादन हो रहा है, जो जल्द ही बड़ के 4000 मेगावाट हो जायेगा। ऊर्जा राज्य मंत्री ने बताय की हम गाँव को 11- 12 घंटे, जिला मुख्यलायो को 20 घंटे, बुंदेलखंड को 24 घंटे के साथ-साथ ओधोगिक इकाइयों को 24 घंटे बिज़ली दे रहे है।
मंत्री के इस जवाव से विपक्ष न खुश दिखा। भाजपा के नेताओ ने सपा सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुआ कहा की सपा सरकार बिज़ली मुद्दे पर गंभीर नहीं है। सदन में ऊर्जा राज्यमंत्री द्वारा पिछले 4 वर्षो में बिज़ली उत्पादन में आये अंतर को न बता पाना, इस का सीधा प्रमाण है की प्रदेश आज बिज़ली उत्पादन के नाम पर शून्य है।
भाजपा नेताओ ने आरोप लगाते हुए कहा की प्रदेश सरकार आज मांगी बिज़ली खरीद कर जनता को मंहगे दामो पर बेच रही है। जबकि सस्ती बिज़ली उपलब्ध है।
विपक्ष के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार से गुज़रिश की की प्रदेश में चल रहे बोर्ड परीक्षाओ को देखते प्रदेश के सभी छेत्रो में सुबह 4 से 8 और शाम को 7 से 12 बजे तक बिज़ली की सप्लाई सुचारू रूप से की जाये। इस पर मंत्री ने विचार करने की बात कही है।
रिपोर्ट- शाश्वत तिवारी