उज्जैन- आगर रोड़ पर आज सुबह फिर एक हादसा हो गया। शाजापुर से उज्जैन आई एक बस ने मासूम को रोंद दिया और उसे 30 फीट तक घीसकर ले गया। मौके पर लोगों ने बस को रुकवाया और तोड़फोड़ कर दीं। पुलिस ने स्थिति को संभाला।
पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों को हटाने के लिए डंडे का सहारा लिया ! व्हाट्सएप्प पर वायरल हुए इस वीडियो को देखकर आप खुद अंदाज़ा लगा सकते हैं कि पुलिस और पब्लिक के बीच क्या हुआ ! वीडियो को ग़ौर से देखने में पता चलता है कि पुलिस ने महिला और परिवार का बचाव कर रही एक लड़की को भी नहीं बख्शा !
प्राप्त जानकारी के अनुसार आगर रोड़ स्थित हरिओम तोलकांटे के समीप रहने वाले लताबाई अपने 4 साल के बेटे प्रदीप को साथ लेकर हेंडपंप से पानी भरने के लिए जा रही थीं। पानी भरकर महिला जब वापिस लौट रहीं थीं। तभी शाजापुर की ओर से आती हुई बस राज राजेश्वरी बस सर्विस क्रमांक एमपी 13 पी 0224 ने बालक प्रदीप को चपेट में ले लिया। बस इतनी तेज चल रही थीं कि वह बालक को 30 फीट तक घसीट कर ले गई। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि बच्चे का हाथ कटकर दूर जा गिरा और उसका शव शत-विक्षत हो गया। यह देखकर दरगाह के करीब मौजूद लोगों ने बस को घेर लिया और उसमें जमकर तोड़फोड़ मचा दी, यह देखकर ड्रायवर तो मौके से भाग निकला। गुस्साई भीड़ ने बस को आग लगाने की कोशिश की !
जिसके बाद चक्काजाम भी कर दिया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को संभाला और चक्काजाम खुलवाकर घायल बालक को जिला चिकित्सालय उज्जैन भेजा। पुलिस ने बस को जब्त कर बस चालक के खिलाफप्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना आरम्भ कर दी है !
लोगों का आरोप है कि आगर रोड जबसे फोरलेन हुई है उस पर मौत का सिलसिला जारी है। अब तक 60 से ज्यादा लोग इस सड़क पर अपनी जान गंवा बैठे है ! लेकिन प्रशासन इस पर न तो रोड सिग्नल लगा रहा हैऔर न ही मौत बनकर दौड़ रही गाड़ियों पर अंकुश लगाने के लिए कोई कोशिशें की जा रही है।
इस मामले में सीएसपी मलकीत सिंह का कहना है कि स्तिथि को नियंत्रण में करने के लिए लोगों को हटाया गया ! पुलिस द्वारा मारपीट के आरोप निराधार हैं !
रिपोर्ट – अभय तिवारी