नई दिल्ली- ‘8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है और ऐसा हो सकता है कि उस दिन सिर्फ महिला सदस्य ही संसद में बोलें !’ यह कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को तोहफा देने के लिए सोमवार को लोकसभा के सामने एक प्रस्ताव रखा था ! केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि वह प्रयास करेगी कि मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संसद में अधिक से अधिक महिला सदस्य अपनी बात रखें।
संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे पर सुझाव के मद्देनजर, सरकार का यह आश्वासन सामने आया है। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, “यह प्रधानमंत्री की तरफ से सुझाव है। हम अधिक से अधिक महिला सांसदों को अपनी बात रखने का मौका देने का प्रयास करेंगे।”
सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी ऐसी ही राय जताई है। प्रधानमंत्री ने कहा था, “आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है और इस दिन शायद संसद में केवल महिला सदस्यों को ही बोलना चाहिए।”
ज्ञात हो कि पीएम मोदी महिलाओं के सशक्तिकरण की पहल करते हुए सुषमा स्वराज और स्मृति ईरानी को विदेश और मानव संसाधन विकास जैसे बड़े और अहम मंत्रालय सौंपे हैं ! इसके अलावा उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी पूर्व आईपीएस ऑफिसर किरण बेदी को बतौर सीएम कैंडिडेट प्रोजेक्ट किया था ! उन्होंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाएं लाने के अलावा सोशल मीडिया पर ‘सेल्फी विद डॉटर'(बेटी के साथ सेल्फी) का ट्रेंड भी शुरू किया था, जिसमें न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था !
गौरतलब हो कि निचले सदन में बीजेपी की 30 महिला सांसद हैं, एआईएडीएम की चार और कांग्रेस की तीन महिला सांसद हैं ! इनके अलावा लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी मध्य प्रदेश से सांसद हैं ! लोकसभा में फिलहाल महिला सांसदों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी सांसद हेमा मालिनी, मेनका गांधी और स्मृति ईरानी, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ति, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल और एनसीपी की सुप्रिया सुले अहम हैं !