नई दिल्ली- शराब व्यापारी विजय माल्या पर बैंको का 9000 करोड़ से ज्यादे का बकाया है ऐसे में उसके विदेश भाग जाने का मामला एनडीए सरकार के गले की फांस बन गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश की है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि चूंकि सीबीआई प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है इसलिए ये प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है कि वो देश को बताएं कि माल्या को विदेश जाने की अनुमति क्यों दी गई।
केजरीवाल ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा है सीबीआई शीर्ष नेतृत्व के आदेश के बिना ऐस काम नहीं कर सकती। हालांकि विपक्षी पार्टियां पहले से ही इस मामले पर केंद्र सरकार को घेरन की कोशिश में लगी हुई हैं। बता दें कि अपनी विलासितापूर्ण जीवन शैली के लिए पहचान रखने वाले शराब व्यापारी विजय माल्या दो मार्च को भारत छोड़ आसानी से विदेश चले गए जबकि उनके खिलाफ सीबीआई ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था।
जैसे ही केंद्र सरकार इस मामले में घिरने लगी सीबीआई ने सफाई दी कि असल में विजय माल्या को रोकने के लिए जो लुक आउट नोटिस जारी किया गया था उसे सीबीआई ने आसान बना दिया था जिसके कारण माल्या आसानी से विदेश जा सका।
सीबीआई ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा है कि 23 नवंबर को सीबीआई ने अपने लुक आउट नोटिस को आसान बनाते हुए माल्या को रोकने या गिरफ्तार करने पर रोक लगा दी। हालांकि अपनी गलती स्वीकार करने के कारण सीबीआई की भूमिका ही संदेह के घेरे में आ गई है। सीबीआई ने किसके कहने पर माल्या के लुकआउट नोटिस को आसान किया इसकी जांच भी की जा रही है।
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