नई दिल्ली- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना इस्लामिक स्टेट (आईएस) से की ! साथ ही कहा कि वह दोनों संगठनों का समान रूप से विरोध करते हैं ! उनकी इस प्रतिक्रिया का भाजपा ने जमकर विरोध किया और उनसे माफी मांगने की मांग की ! जमीयत उलेमा-ए-हिंद के संरक्षण में आयोजित धार्मिक अल्पसंख्यकों और विपक्षी दलों की बैठक को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा, “हम आईएसआईएस का भी उतना ही जोरदार ढंग से विरोध करते हैं जितना जोरदार ढंग से आरएसएस का करते हैं !”
उन्होंने कहा, “धर्म कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए. हम लोगों में से भी कोई गलत काम करता है तो वह भी आरएसएस से कम नहीं है !” इस पर भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने और आजाद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है !
भाजपा नेता श्रीकांत शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, “ये केवल कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है ! ये लोग अभी 2014 की पराजय को पचा नहीं पाए हैं ! हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आजाद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और इस देश की जनता से माफी मांगने की मांग करते हैं !”
भाजपा के एक और प्रवक्ता नलिन कोहली ने भी इस बयान के लिए कांग्रेस नेता आजाद की कड़ी आलोचना की है ! साथ ही कहा है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय आरएसएस ने जितनी सामाजिक सेवाएं की हैं, क्या आजाद उन्हें भूल गए?
आरएसएस ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है ! उसने कहा है, “ऐसी टिप्पणियां केवल कांग्रेस पार्टी के बौद्धिक दिवालियापन को ही दर्शाती हैं !” आरएसएस के मनमोहन वैद्य ने एक ट्वीट में कहा है, “आजाद की आरएसएस की आईएस से तुलना कांग्रेस के बौद्धिक दिवालियापन को प्रदर्शित करता है !”
उन्होंने यह भी कहा, “ऐसी टिप्पणियां आईएसआईएस जैसी कट्टरपंथी और निर्दयी ताकतों से निपटने के प्रति कांग्रेस की अनिच्छा को भी दर्शाती हैं !”