नई दिल्ली- बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के आखिरी दिन आज बीजेपी ने यूपीए सरकार पर बड़ा हमला बोला। जेटली ने कहा कि अभिव्यक्ति की सुरक्षा और राष्ट्रवाद की विचारधारा दोनों एक साथ अस्तित्व में रहती है ! केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू की ओर से पेश राजनीतिक प्रस्ताव में भी कहा गया है कि राष्ट्रवाद की विचारधारा ही बीजेपी की दिशा तय करती है ! जेटली ने कहा कि संविधान हमें देश के विरोध की आजादी नहीं देता. वह हमें असहमति जताने का अधिकार देता है !
प्रेस को संबोधित करते हुए अरुण जेटली ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि आज देश में फैसला लेने वाली सरकार है, जिसका लक्ष्य सबका विकास करना है। जेटली ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश में पहले दिशाहीन सरकार थी। हमारी सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पक्ष में है।
उन्होंने कहा, देश तोड़ने की बात संविधान के खिलाफ है और हम राष्ट्रवाद से समझौता नहीं करेंगे। जेटली ने यह भी कहा कि पांच राज्यों में होने वाले चुनावों के लिए रणनीति तय हो गई है। उन्होंने कहा, इशरत जहां मामले में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कांग्रेस के समय में खिलवाड़ हुआ।
‘भारत माता की जय’ पर वाद-विवाद पर अरुण जेटली ने कहा- हमें लगता है कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर बहस की गुंजाइश ही नहीं है। भारत का संविधान असहमति के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की अनुमति देता है लेकिन राष्ट्र को तहत नहस करने की अनुमति नहीं देता।
ज्ञात हो कि कल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आम लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना होगा। उन्होंने कहा था कि पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं और सरकार के बीच पुल का काम करें। वहीं पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि देश की आलोचना को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शाह ने इस दौरान जेएनयू के मुद्दे पर राहुल गांधी को घेरा। उनका यह भी कहना था कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर देश की आलोचना सहन नहीं की जा सकती है।