देहरादून- उत्तराखंड में सियासी तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अब यहां सीडी पर सियासत शुरू हो गई है। कथित तौर पर एक सामाचार चैनल द्वारा कराए गए स्टिंग ऑपरेशन में मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस के बागी विधायकों को खरीदते दिख रहे हैं जबकि खुद मुख्यमंत्री ने इस सीडी को झूठा करार दिया है।
ज्ञात हो कि कांग्रेस विधायक हरक सिंह रावत द्वारा खरीद-फरोख्त वाला स्टिंग ऑपरेशन वीडियो जारी किया गया था वहीँ यह स्टिंग ऑपरेशन का फुटेज जारी करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत पर आरोप लगाया कि वह विधायकों की खरीद-फरोख्त का प्रयास कर रहे हैं। इस वीडियो को एक टीवी चैनल पर प्रसारित किया जा रहा है ! जिसको मुख्यमंत्री हरीश रावत ने झूठा और गलत बताते हुए इसे सरकार के खिलाफ साजिश बताया।
उन्होने स्टिंग करने वाले पत्रकारों तथा चैनल पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इन पत्रकारों के पास इतनी संपत्ति कहां से आई, इनसे पूछना चाहिए। उन्होंने बागी विधायकों को बाहरी बताते हुए कहा कि ये ब्लैकमेल करने वालों को नापाक गठबंधन है जिनकी साजिशें नाकाम होंगी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस के नौ विधायकों ने बगावत कर दी थी जिस पर राज्य में कांग्रेस के सामने अपनी सरकार को बचाने का संकट खड़ा हो गया था। इसके बाद रावत ने भाजपा पर विधायकों को पैसे का लालच देने का आरोप लगाया था। हरीश रावत को 28 मार्च तक बहुमत साबित करने के लिए समय दिया गया है।
हरक सिंह ने सीएम रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई विधायकों को धमकी भरे फोन भी किए गए हैं तथा उन्हें पैसों का भी ऑफर किया गया है। वीडियो में कथित तौर पर सरकार बचाने के लिए पैसे के लेन-देन की भी बात कही जा रही है। कथित स्टिंग वीडियो में हरीश रावत को दिखाया गया है। उन्होंने बागी विधायकों के लिए सुरक्षा की भी मांग की है। वहीं दूसरी ओर वीडियो फुटेज के जारी होने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेस करते हुए सफाई दी।